Chandil Murder Case: चांडिल में Murder Case का सनसनीखेज खुलासा – पुलिस ने 5 दिन में सुलझाई गुत्थी!
चांडिल के कल्पना स्टूडियो संचालक दिलीप गोराई हत्याकांड में पुलिस ने 5 दिन में बड़ा खुलासा किया। पढ़ें पूरी खबर, कैसे हुई गिरफ्तारी और क्या मिला सबूत।
सरायकेला-खरसावां जिले के चांडिल में हुए कल्पना स्टूडियो संचालक दिलीप गोराई (57) हत्याकांड का पुलिस ने 5 दिनों में पर्दाफाश कर दिया। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है और हत्या में प्रयुक्त बाइक सहित अन्य सामान भी जब्त कर लिया है।
पुलिस ने घटना के तुरंत बाद मृतक की दूसरी पत्नी के बयान पर अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिले के तेजतर्रार एसपी मुकेश कुमार लूणायत के निर्देशन में एसआईटी का गठन किया गया। एसडीपीओ अरविंद कुमार बिन्हा के नेतृत्व में टीम ने तेजी से काम करते हुए इस सनसनीखेज मामले का खुलासा किया।
कैसे सुलझी यह गुत्थी?
पुलिस ने मामले में मृतक की पहली पत्नी पूर्णिमा गोराई के छोटे बेटे राकेश गोराई (30) को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। राकेश से पूछताछ के दौरान पुलिस को कई अहम सुराग मिले। पूछताछ में पता चला कि राकेश ने 65 हजार रुपए में हत्या की सुपारी अपने मुंहबोले भगिना सुमित सोलंकी (19) को दी थी।
सुमित ने अपने सहयोगी कैलाश कर्मकार (19) के साथ मिलकर 13 जनवरी को दिनदहाड़े इस घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने दोनों सुपारी किलर्स को गिरफ्तार कर उनके पास से हत्या में प्रयुक्त काले रंग की स्प्लेंडर बाइक और घटना के समय पहने गए कपड़े बरामद किए।
मामले की पृष्ठभूमि और इतिहास
चांडिल क्षेत्र में इस तरह के हत्याकांड पहले भी चर्चा में रहे हैं। व्यापारिक और पारिवारिक विवाद अक्सर इस तरह की घटनाओं का कारण बनते हैं। कल्पना स्टूडियो, जो स्थानीय बाजार में एक लोकप्रिय स्थान था, दिलीप गोराई के वर्षों के संघर्ष का परिणाम था।
दिलीप गोराई के जीवन से जुड़े कई अनसुलझे पहलू इस घटना को और रहस्यमयी बना रहे हैं। हालांकि, पुलिस इस मामले में शामिल अन्य आरोपियों और हत्या में प्रयुक्त पिस्तौल की तलाश में जुटी है।
पुलिस ने कैसे की त्वरित कार्रवाई?
एसआईटी ने घटना के दिन ही सक्रियता दिखाते हुए जांच शुरू कर दी। पुलिस ने क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की और स्थानीय लोगों से पूछताछ की। राकेश गोराई की संलिप्तता का खुलासा होते ही पुलिस ने सुमित और कैलाश की गिरफ्तारी के लिए सोनारी इलाके में छापेमारी की।
पुलिस ने बताया कि सुमित और कैलाश, दोनों ही युवा हैं और पहले से किसी आपराधिक गतिविधि में शामिल नहीं थे। इसके बावजूद, पैसे के लालच में आकर उन्होंने इस अपराध को अंजाम दिया।
मामले में बचा है रहस्य
हालांकि, पुलिस ने मामले में बड़ी सफलता हासिल की है, लेकिन हत्या के पीछे के असल कारण अब भी साफ नहीं हो पाए हैं। क्या यह घटना पारिवारिक विवाद का परिणाम थी या इसके पीछे कोई बड़ा षड्यंत्र छिपा है, यह अभी जांच का विषय है।
एसडीपीओ अरविंद कुमार बिन्हा ने बताया कि इस मामले में अन्य आरोपियों और हत्या में इस्तेमाल हुए हथियार की तलाश जारी है। पुलिस ने यह भी कहा कि वे जल्द ही मामले से जुड़े बाकी सबूत भी सामने लाएंगे।
चांडिल बाजार में पसरा सन्नाटा
इस हत्याकांड के बाद चांडिल बाजार में लोगों के बीच डर और असुरक्षा का माहौल है। कल्पना स्टूडियो के संचालक दिलीप गोराई अपने शांत स्वभाव और काम के प्रति समर्पण के लिए जाने जाते थे। उनकी हत्या ने स्थानीय व्यापारियों और निवासियों को स्तब्ध कर दिया है।
पुलिस की भूमिका से बढ़ा भरोसा
पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से क्षेत्र के लोगों में प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि पुलिस इसी तरह सतर्क रहे, तो अपराधियों के हौसले पस्त हो जाएंगे।
इस घटना से एक बार फिर यह स्पष्ट हुआ कि पारिवारिक और व्यक्तिगत विवादों को समय रहते सुलझाने की आवश्यकता है, ताकि इस तरह की अप्रिय घटनाओं से बचा जा सके।
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