Chakuliya Elephant: एफसीआई गोदाम में हाथी का तांडव, पांच शटर तोड़कर खाया चावल

चाकुलिया के एफसीआई गोदाम में एक हाथी ने मचाया हंगामा, पांच शटर तोड़कर चावल खाया और बर्बाद किया। जानिए पूरी घटना और वन विभाग की प्रतिक्रिया।

Jan 15, 2025 - 14:51
 0
Chakuliya Elephant: एफसीआई गोदाम में हाथी का तांडव, पांच शटर तोड़कर खाया चावल
Chakuliya Elephant: एफसीआई गोदाम में हाथी का तांडव, पांच शटर तोड़कर खाया चावल

Chakuliya Elephant: झारखंड के चाकुलिया नगर पंचायत के वार्ड नंबर 10 में मंगलवार रात को एक अद्भुत नज़ारा देखने को मिला, जब एक जंगली हाथी ने एफसीआई गोदाम में घुसकर भारी हंगामा मचाया। हाथी ने गोदाम के पांच शटर तोड़कर चावल खाया और बर्बाद किया। इस घटना ने इलाके में दहशत का माहौल बना दिया है।

कैसे घटी पूरी घटना?

चाकुलिया बिजली सब-स्टेशन के पास स्थित एफसीआई (भारतीय खाद्य निगम) के गोदाम में मंगलवार देर रात करीब 1 बजे एक जंगली हाथी ने प्रवेश किया। एफसीआई के कर्मचारी पिंटू शर्मा के अनुसार, हाथी ने अनाज की गंध पाकर गोदाम में घुसने का प्रयास किया।

हाथी ने अपने बल से पांच बड़े शटर तोड़ डाले और भीतर रखा चावल खाकर बर्बाद कर दिया। करीब दो घंटे तक हाथी ने गोदाम में उत्पात मचाया।

इतिहास में हाथियों के ऐसे हमले क्यों होते हैं?

झारखंड में जंगली हाथियों द्वारा गांवों और गोदामों में घुसकर अनाज खाने की घटनाएं आम हैं।

  • क्यों आते हैं हाथी रिहायशी इलाकों में?

    • वनों की कटाई और प्राकृतिक आवास की कमी।
    • भोजन और पानी की तलाश में भटकाव।
  • क्या आप जानते हैं?

    • 2022 में झारखंड में 100+ हाथियों के हमले दर्ज हुए थे।
    • इन घटनाओं के पीछे मुख्य कारण हाथियों का जंगलों से भटकना और भोजन की कमी है।

स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया:

घटना के बाद एफसीआई के अधिकारियों ने वन विभाग को सूचित किया। वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि इस क्षेत्र में हाथियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।

हाथी के हमलों से बचाव के उपाय:

  • प्राकृतिक आवासों को संरक्षित करना।
  • वन क्षेत्रों में अनाज गोदामों को सुरक्षित करना।
  • सोलर फेंसिंग और अलार्म सिस्टम लगाना।

घटना के बाद स्थिति:

  • हाथी गोदाम में करीब दो घंटे तक रहा।
  • शटर और चावल को भारी नुकसान पहुंचा।
  • इसके बाद हाथी हवाई पट्टी की ओर चला गया।

वन विभाग का अलर्ट:

वन विभाग ने आसपास के ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी है और रात में अनावश्यक बाहर न निकलने की चेतावनी दी है।

यह घटना वन्यजीवों और इंसानों के बीच बढ़ते संघर्ष का एक बड़ा उदाहरण है। ऐसे में प्राकृतिक आवासों को सुरक्षित रखना और वन्यजीवों की सुरक्षा के साथ-साथ मानव जीवन की रक्षा करना बेहद जरूरी है।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।