Chakulia Crime : चाकुलिया में 77 वर्षीय मां की धारदार हथियार से हत्या, खटिया पर पड़ी थी खून से सनी लाश! हत्यारे जब्बर सिंह ने सुबह थाने में जाकर क्यों किया आत्मसमर्पण?
झारखंड के चाकुलिया थाना क्षेत्र के जीरापाड़ा गांव में एक बेटे जब्बर सिंह ने अपनी 77 वर्षीय मां सुधा बाला देवी की धारदार हथियार से घर में ही हत्या कर दी। विवाद को हत्या का कारण बताया जा रहा है। आरोपी ने गुरुवार सुबह थाने में सरेंडर कर दिया। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है और हत्या में प्रयुक्त हथियार की तलाश जारी है।
झारखंड के चाकुलिया थाना क्षेत्र के जीरापाड़ा गांव के राणा टोला में बुधवार की रात एक रिश्ते का कत्ल हुआ, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना कलियुग के उस खौफनाक चेहरे को सामने लाती है, जहां बेटे ने ही अपनी जननी के खून से हाथ रंग लिए। जब्बर सिंह नामक एक व्यक्ति ने अपनी 77 वर्षीय वृद्धा मां सुधा बाला देवी की धारदार हथियार से घर में ही बेरहमी से हत्या कर दी।
जब गुरुवार की सुबह यह खबर फैलनी शुरू हुई तो गांव में दहशत और अविश्वास का माहौल छा गया। मृतका सुधा बाला देवी की रक्त रंजित लाश घर की खटिया पर पड़ी मिली, जो बेटे के बर्बर अपराध की कहानी कह रही थी।
बेटे ने खुद थाने में जाकर किया आत्मसमर्पण
घटना विगत रात की है। बताया जा रहा है कि जिस समय यह जघन्य हत्याकांड हुआ, घर में सिर्फ जब्बर सिंह और उनकी मां सुधा बाला देवी ही थे। आरोपी का पुत्र मंगल सिंह अपनी ससुराल गया हुआ था। रात में मां की हत्या करने के बाद जब्बर सिंह ने गुरुवार की सुबह थाना पहुंचकर पुलिस के सामने अपना अपराध कबूल करते हुए आत्मसमर्पण कर दिया।
हत्या के पीछे का कारण किसी बात को लेकर हुआ पारिवारिक विवाद बताया जा रहा है। हालांकि, विवाद की सही वजह क्या थी, जिसने एक बेटे को अपनी मां का हत्यारा बना दिया, यह सवाल अभी भी अनसुलझा है। यह घटना एक बार फिर से घरेलू विवादों के भीषण परिणामों को रेखांकित करती है।
हथियार गायब: पुलिस को पुत्र से पूछताछ पर भरोसा
आरोपी के आत्मसमर्पण के बाद पुलिस की टीम तुरंत घटनास्थल पहुंची। वहां उन्होंने लाश का पंचनामा तैयार कर उसे अपने कब्जे में ले लिया। घटना की सूचना मिलते ही मृतका के घर के पास बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ जुट गई जो इस जघन्य अपराध को लेकर हैरान और स्तब्ध थे।
पुलिस के सामने अब सबसे बड़ी चुनौती हत्या में इस्तेमाल किए गए धारदार हथियार को बरामद करना है। आरोपी जब्बर सिंह ने हथियार को कहीं फेंक दिया है और पुलिस अभी तक उसे ढूंढ़ नहीं पाई है। पुलिस आरोपी से लगातार पूछताछ कर रही है, लेकिन सबसे ज्यादा जानकारी प्राप्त करने के लिए मृतका के पोते और आरोपी के पुत्र मंगल सिंह से भी पूछताछ की जा रही है, जो घटना के समय अपनी ससुराल में थे। जल्द ही हत्या के पीछे की पूरी वजह और वारदात के दौरान क्या हुआ, इसका खुलासा होने की उम्मीद है।
आपकी राय में, झारखंड के ग्रामीण इलाकों में बढ़ते पारिवारिक विवादों को रोकने और हिंसा की चरम सीमा तक पहुँचने से पहले समाधान के लिए स्थानीय पुलिस और सामाजिक संगठनों को कौन से दो सबसे प्रभावी कदम उठाने चाहिए?
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