Chaibasa Rescue Operation : चक्रधरपुर में आरपीएफ ने तीन नाबालिग लड़कियों को तस्करों के चंगुल से बचाया
चक्रधरपुर में आरपीएफ ने बुधवार रात मानव तस्करों के चंगुल से तीन नाबालिग लड़कियों को बचाया। तांतनगर और टोकलो की रहने वाली ये लड़कियां बैंगलोर और पश्चिम बंगाल ले जाई जा रही थीं।

चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन पर बुधवार की रात एक बड़ी कार्रवाई में आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) ने मानव तस्करों के चंगुल से तीन नाबालिग लड़कियों को रेस्क्यू किया। जानकारी के अनुसार, तांतनगर की दो और टोकलो की एक नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर अलग-अलग राज्यों में ले जाया जा रहा था।
आरपीएफ सूत्रों के मुताबिक, तांतनगर की दो नाबालिग लड़कियों को काम दिलाने का झांसा देकर तस्कर दक्षिण भारत के बैंगलोर ले जा रहे थे। वहीं, टोकलो की नाबालिग लड़की को पश्चिम बंगाल के लिए भेजा जा रहा था। तीनों लड़कियों को स्टेशन पर ही सुरक्षित तरीके से रेस्क्यू कर लिया गया।
इसके बाद गुरुवार को आरपीएफ ने सभी को चक्रधरपुर आरपीएफ थाना लाकर चाईबासा चाइल्डलाइन को सौंप दिया। अधिकारियों का कहना है कि मामले की पूरी जांच की जा रही है और तस्करों की पहचान कर उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं झारखंड के आदिवासी इलाकों में लगातार बढ़ रही हैं। बेरोजगारी और गरीबी का फायदा उठाकर मानव तस्कर मासूम लड़कियों को नौकरी, शिक्षा या बेहतर जीवन का झांसा देकर फंसा लेते हैं।
चक्रधरपुर आरपीएफ की इस त्वरित कार्रवाई से न केवल तीन नाबालिगों का जीवन बचा बल्कि यह भी साबित हुआ कि सजगता और सतर्कता से ऐसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सकती है। अब सवाल यह है कि क्या सरकार और प्रशासन मानव तस्करी जैसे गंभीर अपराध पर स्थायी समाधान की दिशा में कोई ठोस कदम उठाएगा?
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