Ranchi Accident: तेज रफ्तार में पलटी ओवरलोड पिकअप, खलासी की दर्दनाक मौत!

रांची रिंगरोड पर तेज रफ्तार और ओवरलोडिंग के कारण पिकअप वाहन पलट गया, जिससे खलासी लक्ष्मण कोइरी की मौत हो गई। जानें हादसे की पूरी डिटेल और इससे जुड़े अहम फैक्ट्स।

Mar 7, 2025 - 13:56
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Ranchi Accident: तेज रफ्तार में पलटी ओवरलोड पिकअप, खलासी की दर्दनाक मौत!
Ranchi Accident: तेज रफ्तार में पलटी ओवरलोड पिकअप, खलासी की दर्दनाक मौत!

रांची: राजधानी रांची के नामकुम थाना क्षेत्र के सरवल रिंगरोड पर एक दर्दनाक हादसा हो गया। तेज रफ्तार और ओवरलोडिंग के कारण एक पिकअप वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया, जिससे खलासी लक्ष्मण कोइरी (35) की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में चालक धर्मेंद्र मंडल बाल-बाल बच गया।

कैसे हुआ हादसा?

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, पिकअप वाहन तमाड़ से कटहल मोड़ की ओर कुट्टी (चारा) लेकर जा रहा था। सरवल रिंगरोड पर वाहन की गति बहुत तेज थी, जिससे चालक नियंत्रण खो बैठा और वाहन पलट गया। दुर्भाग्यवश, खलासी लक्ष्मण कोइरी वाहन के नीचे दब गया और मौके पर ही दम तोड़ दिया।

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह हादसा ओवरलोडिंग और लापरवाही से हुई तेज रफ्तार के कारण हुआ। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और दुर्घटनाग्रस्त वाहन को थाने ले गई।

क्या तेज रफ्तार और ओवरलोडिंग बनी हादसे की वजह?

भारत में सड़क दुर्घटनाओं का एक बड़ा कारण तेज रफ्तार और ओवरलोडिंग है। खासतौर पर हाइवे और रिंगरोड जैसी जगहों पर तेज रफ्तार के चलते हादसे होना आम बात हो गई है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हर साल हजारों सड़क दुर्घटनाएं सिर्फ ओवरस्पीडिंग और ओवरलोडिंग की वजह से होती हैं।

अगर पिकअप वाहन का भार संतुलित होता और गति नियंत्रित रहती, तो यह हादसा टल सकता था। प्रशासन द्वारा कई बार ओवरलोडिंग पर सख्ती दिखाई गई है, लेकिन जमीनी स्तर पर इस पर पूरी तरह लगाम नहीं लग पाई है।

रिंगरोड पर क्यों बढ़ रहे हैं हादसे?

रांची का रिंगरोड एक व्यस्त मार्ग है, जहां रोज़ाना हजारों वाहन गुजरते हैं। इस सड़क को ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए बनाया गया था, लेकिन सुरक्षा मानकों की अनदेखी और लापरवाही के चलते यह हादसों का हॉटस्पॉट बनता जा रहा है।

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर इस मार्ग पर स्पीड ब्रेकर, CCTV निगरानी और ट्रैफिक पुलिस की तैनाती बढ़ाई जाए, तो दुर्घटनाओं को काफी हद तक रोका जा सकता है।

सरकार क्या कदम उठा रही है?

सड़क परिवहन मंत्रालय के नियमों के मुताबिक, किसी भी वाहन में उसकी अधिकतम क्षमता से अधिक भार ले जाना गैरकानूनी है। लेकिन व्यावसायिक लाभ के कारण कई चालक इस नियम की अनदेखी करते हैं, जिससे सड़क हादसे बढ़ रहे हैं।

हाल ही में झारखंड सरकार ने ओवरलोडिंग और स्पीडिंग को रोकने के लिए कई नए नियम लागू किए हैं। इसके तहत,

  • हाईवे और रिंगरोड पर ट्रैफिक पुलिस की निगरानी बढ़ाई जाएगी।
  • ओवरलोड वाहनों पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा।
  • दुर्घटना-प्रवण इलाकों में विशेष अभियान चलाया जाएगा।

परिवार में छाया मातम

लक्ष्मण कोइरी की मौत से उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। वह अपने परिवार के इकलौते कमाने वाले सदस्य थे और उनके जाने के बाद परिवार को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है।

स्थानीय प्रशासन ने उनके परिजनों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है, लेकिन सवाल उठता है कि कब तक लोग लापरवाही की भेंट चढ़ते रहेंगे?

क्या कहती है पुलिस?

नामकुम थाना प्रभारी के अनुसार, "हादसे की वजह तेज रफ्तार और ओवरलोडिंग मानी जा रही है। फिलहाल, मामले की जांच जारी है, और संबंधित लोगों से पूछताछ की जा रही है।"

क्या इससे सीख मिलेगी?

यह हादसा एक चेतावनी है कि सड़क पर सुरक्षा नियमों की अनदेखी कितनी खतरनाक हो सकती है। अगर वाहन चालक सड़क नियमों का पालन करें और प्रशासन सख्ती से कार्यवाही करे, तो ऐसे हादसों को रोका जा सकता है।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।