Ranchi Attack: शादी समारोह में सीता सोरेन पर हमला, पूर्व PA गिरफ्तार!
रांची में बीजेपी नेता और शिबू सोरेन की बहू सीता सोरेन पर हमला! उनके पूर्व PA ने होटल में फायरिंग की कोशिश की, लेकिन सुरक्षा गार्ड ने बचा लिया। जानें पूरी घटना।

रांची: झारखंड की राजनीति में बड़ा हड़कंप मचाने वाली घटना सामने आई है। बीजेपी नेता और दिशोम गुरु शिबू सोरेन की बड़ी बहू सीता सोरेन पर जानलेवा हमला करने की कोशिश की गई। यह हमला उनके पूर्व निजी सचिव (PA) देवाशीष घोष ने किया, लेकिन सीता सोरेन के सुरक्षाकर्मियों की मुस्तैदी से एक बड़ा हादसा टल गया।
कैसे हुआ हमला?
घटना सरायढेला थाना क्षेत्र की है, जहां सीता सोरेन गुरुवार को एक शादी समारोह में शामिल होने पहुंची थीं। शादी के बाद वे होटल के अपने कमरे में गईं, जहां देवाशीष घोष पहले से मौजूद था। जैसे ही सीता सोरेन कमरे में पहुंचीं, देवाशीष ने उन पर फायरिंग करने की कोशिश की। लेकिन इससे पहले कि वह ट्रिगर दबा पाता, सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़ लिया और मौके पर ही दबोच लिया।
आरोपी से बरामद हुई पिस्टल!
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी देवाशीष घोष को गिरफ्तार कर लिया। होटल के कमरे से दो पिस्टल बरामद की गईं, जिससे यह मामला और गंभीर हो गया। सरायढेला थाना प्रभारी नूतन मोदी ने बताया कि सीता सोरेन की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।
कौन हैं सीता सोरेन?
सीता सोरेन झारखंड की राजनीति में एक प्रभावशाली नाम हैं। वे पूर्व विधायक और शिबू सोरेन परिवार की सदस्य हैं, जिनका झारखंड की राजनीति में खासा दबदबा रहा है। उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) से अपनी राजनीतिक पारी शुरू की थी, लेकिन बाद में बीजेपी में शामिल हो गईं।
देवाशीष घोष और सीता सोरेन का क्या है पुराना कनेक्शन?
देवाशीष घोष, जो इस हमले का आरोपी है, कभी सीता सोरेन के बेहद करीबी सहयोगी रह चुके थे। वह उनके निजी सचिव (PA) के रूप में काम कर चुके हैं। हालांकि, कुछ वर्षों पहले दोनों के बीच मतभेद उभरने लगे थे और देवाशीष को उनके पद से हटा दिया गया था। इसके बाद से ही वह नाराज़ बताया जा रहा था। क्या यह हमला किसी पुरानी दुश्मनी या राजनीतिक साजिश का हिस्सा था? यह पुलिस जांच का विषय है।
राजनीति में हमले और विवाद कोई नई बात नहीं!
भारतीय राजनीति में नेताओं पर हमले की घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं। कई बार व्यक्तिगत रंजिश, राजनीतिक साजिश या निजी दुश्मनी के कारण ऐसी घटनाएं सामने आती हैं। झारखंड में इससे पहले भी कई राजनीतिक हत्याएं और हमले हो चुके हैं, जिनमें कई बड़े नामों पर खतरे के बादल मंडराते रहे हैं।
क्या कहती है पुलिस?
पुलिस इस मामले को "पूर्व कर्मचारी द्वारा निजी विवाद" का रूप मानकर जांच कर रही है, लेकिन इसमें अन्य कोणों को भी खंगाला जा रहा है।
सरायढेला थाना प्रभारी नूतन मोदी के अनुसार, "हमने देवाशीष घोष को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।" पुलिस होटल में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि देवाशीष होटल के कमरे में कैसे पहुंचा और उसके इरादे क्या थे।
क्या सख्त सुरक्षा के बावजूद नेताओं पर खतरा है?
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि सुरक्षा के कड़े इंतजाम के बावजूद राजनेता खतरे से बाहर नहीं हैं। झारखंड में राजनीति से जुड़े कई बड़े नामों पर पहले भी हमले हो चुके हैं। क्या सुरक्षा में कोई चूक थी, या यह हमला किसी बड़ी साजिश का हिस्सा था? यह सवाल अब चर्चा का विषय बन गया है।
सीता सोरेन ने क्या कहा?
इस घटना के बाद सीता सोरेन ने मीडिया से बातचीत में कहा, "यह एक गंभीर मामला है और मैं चाहती हूं कि आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। अगर मेरे सुरक्षाकर्मी समय पर नहीं होते, तो बड़ा हादसा हो सकता था।"
क्या होगा आगे?
झारखंड की राजनीति में इस घटना के बाद हलचल तेज हो गई है। क्या यह हमला किसी गहरी साजिश का हिस्सा है? या यह सिर्फ व्यक्तिगत दुश्मनी थी? पुलिस की जांच के बाद ही सच्चाई सामने आएगी।
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