Chaibasa Tribute: भाजपा ने बाबा साहब अंबेडकर की पुण्यतिथि पर अर्पित की श्रद्धा सुमन

चाईबासा में भाजपा ने भारत रत्न बाबा साहब अंबेडकर की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। जानें, इस अवसर पर क्या हुआ खास और बाबा साहब के योगदान का महत्व।

Dec 6, 2024 - 16:57
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Chaibasa Tribute: भाजपा ने बाबा साहब अंबेडकर की पुण्यतिथि पर अर्पित की श्रद्धा सुमन
Chaibasa Tribute: भाजपा ने बाबा साहब अंबेडकर की पुण्यतिथि पर अर्पित की श्रद्धा सुमन

चाईबासा : भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) ने आज चाईबासा जिला कार्यालय में भारत रत्न बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर भाजपा के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे जिन्होंने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके योगदान को याद किया।

बाबा साहब अंबेडकर की याद में विशेष आयोजन

भा.ज.पा. के कार्यकर्ताओं ने इस दिन विशेष रूप से बाबा साहब के योगदान को याद किया और उनके बनाए संविधान को लेकर अपने गर्व का इज़हार किया। इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में प्रदेश प्रवक्ता जे बी तुबिद ने बाबा साहब अंबेडकर की जीवनी पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि बाबा साहब का योगदान केवल उनके द्वारा तैयार किए गए संविधान तक सीमित नहीं है, बल्कि उनके विचार और उनके संघर्ष ने भारत के समाज को एक नई दिशा दी।

तुबिद ने कहा, "भारत रत्न बाबा साहब भीमराव अंबेडकर सच्चे मायने में हमारे देश के रत्न थे। उनके द्वारा तैयार किया गया संविधान आज भी हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह संविधान समाज के अंतिम व्यक्ति तक को हक और अधिकार देने का काम करता है, जिससे हमारे देश की न्यायपालिका, कार्यपालिका और विधायिका कार्य करती है।"

संविधान का महत्व और भारतीय राजनीति

भा.ज.पा. के कार्यकर्ताओं ने संविधान की महत्ता पर भी चर्चा की। संविधान ने भारत में नागरिकों के मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों का बोध कराया, जिससे लोकतंत्र को मजबूती मिली। कार्यकर्ताओं ने बताया कि बाबा साहब के बनाए संविधान के चलते ही आज हर व्यक्ति को समान अधिकार प्राप्त हैं और उन्हें अपनी आवाज उठाने का मौका मिलता है।

कार्यकर्ताओं की उपस्थिति और योगदान

श्रद्धांजलि अर्पित करने वाले कार्यकर्ताओं में जिला अध्यक्ष संजय पांडे, जिला महामंत्री प्रताप कटियार महतो, द्वारिका शर्मा, मनोज लेयांगि, अनंत सयनम, चंद्र मोहन तियू, पवन शर्मा, रूपा दास, प्रकाश महतो, कामेश्वर विश्वकर्मा, और रानी बंदिया शामिल थे।

संस्कृति और संघर्ष का प्रतीक

डॉ. भीमराव अंबेडकर ने न केवल भारतीय संविधान की रचना की बल्कि उन्होंने समाज में समानता, स्वतंत्रता और न्याय की भावना को भी जीवित रखा। उनके योगदान से प्रेरित होकर भा.ज.पा. के कार्यकर्ता हर साल उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनके विचारों को समाज में फैलाने का संकल्प लेते हैं।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।