Chaibasa Loot : बैंक में दिनदहाड़े हथियारबंद लूट, 10 मिनट में ₹1.5 लाख गायब!
पश्चिम सिंहभूम के चाईबासा में बैंक ऑफ इंडिया ग्राहक सेवा केंद्र में महज 10 मिनट में बदमाशों ने 1.5 लाख रुपये लूट लिए। हथियारबंद लुटेरों ने नकाब पहनकर वारदात को अंजाम दिया। पढ़ें पूरी खबर।

पश्चिम सिंहभूम के चाईबासा में शनिवार को बैंक ऑफ इंडिया ग्राहक सेवा केंद्र में सनसनीखेज लूट की वारदात हुई। महज 10 मिनट में तीन नकाबपोश बदमाशों ने हथियार के दम पर 1.5 लाख रुपये लूट लिए और फरार हो गए। लूट की यह घटना सुबह करीब 10:10 बजे चाईबासा बस स्टैंड परिसर में हुई, जहां बैंक ऑफ इंडिया का ग्राहक सेवा केंद्र स्थित है।
कैसे हुआ अपराध?
ग्राहक सेवा केंद्र के कर्मचारी राहुल शर्मा के अनुसार, सुबह करीब 10:10 बजे एक लंबा युवक केंद्र में घुसा और पैसे निकालने की बात कही। बातचीत के दौरान उसके दो अन्य साथी भी बैंक में दाखिल हो गए। तभी पहले लड़के ने अचानक राहुल शर्मा को साइड में खींचकर पिस्तौल तान दी और कैश काउंटर में रखे पैसे देने की धमकी देने लगा।
बैंककर्मी कुछ समझ पाते, इससे पहले ही नकाबपोश लुटेरे ₹1.5 लाख कैश समेटकर फरार हो गए। लूट की यह पूरी घटना मात्र 10 मिनट के भीतर पूरी हो गई, और बदमाश बाइक पर बैठकर मौके से भाग निकले।
कैसे भागे लुटेरे?
चश्मदीदों के अनुसार, तीनों बदमाश तेज रफ्तार बाइक पर सवार होकर फरार हो गए। उन्होंने अपने चेहरे नकाब से ढके हुए थे, जिससे उनकी पहचान करना मुश्किल हो गया। लुटेरों की यह चालाकी बताती है कि उन्होंने वारदात को अंजाम देने से पहले पूरी प्लानिंग कर रखी थी।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और बैंककर्मी से पूछताछ की। CCTV फुटेज खंगाली जा रही है, ताकि अपराधियों की पहचान हो सके। पुलिस अब इलाके में नकाबपोश संदिग्धों की तलाश में जुटी है।
इतिहास में ऐसी घटनाएं पहले भी हुईं!
यह पहली बार नहीं है जब झारखंड में दिनदहाड़े बैंक लूट की वारदात हुई हो। इससे पहले भी रांची, जमशेदपुर और धनबाद में इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। 2023 में रांची के एक बैंक से हथियारबंद लुटेरों ने 3.5 लाख रुपये लूट लिए थे। वहीं, 2022 में जमशेदपुर में भी नकाबपोश बदमाशों ने बैंक डकैती को अंजाम दिया था।
इस बार चाईबासा की घटना ने एक बार फिर लोगों को हैरान और डरा दिया है। सवाल यह उठता है कि आखिर सुरक्षा व्यवस्था इतनी कमजोर क्यों है कि अपराधी दिनदहाड़े बैंक लूट कर आसानी से फरार हो जाते हैं?
क्या बैंककर्मियों पर था खतरा?
बदमाशों के पास हथियार थे, और वे पूरी तरह आत्मविश्वास से भरे हुए दिख रहे थे। अगर बैंककर्मी या कोई ग्राहक विरोध करता, तो शायद कोई हिंसक वारदात भी हो सकती थी।
आगे क्या होगा?
पुलिस फिलहाल सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच कर रही है और संभावित संदिग्धों की पहचान में लगी हुई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
क्या लूट का मास्टरमाइंड कोई इनसाइडर है?
अक्सर इस तरह की घटनाओं में बैंक या ग्राहक सेवा केंद्र से जुड़ा कोई व्यक्ति भी संलिप्त होता है। पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि क्या लुटेरों को बैंक के अंदर की कोई जानकारी पहले से थी? क्योंकि बदमाश सीधे कैश काउंटर तक पहुंचे और कम से कम समय में लूट को अंजाम दिया।
चाईबासा में हुई इस लूट की घटना ने एक बार फिर झारखंड में बैंकिंग सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि पुलिस कितनी जल्दी इन लुटेरों को पकड़ पाती है और क्या बैंक अपनी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर पाएंगे?
What's Your Reaction?






