Chaibasa Celebration: अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए, जानें उनके जीवन की प्रेरणादायक कहानी
चाईबासा में अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती धूमधाम से मनाई गई। भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका श्रद्धापूर्वक स्मरण किया और मिठाई बांटी। जानें अटल जी के जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें और उनके योगदान की जानकारी।
चाईबासा: 25 दिसंबर को भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर चाईबासा में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने श्रद्धा भाव से उन्हें याद किया। इस खास मौके पर पद्मावती जैन सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में भाजपा नेता दुवारिका शर्मा की अध्यक्षता में एक भव्य आयोजन हुआ। इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने अटल जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मिठाई बांटी और उनके योगदान को याद किया।
अटल बिहारी वाजपेयी: एक असाधारण नेता की जयंती
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को हुआ था। उनकी जयंती हर साल 25 दिसंबर को “सुशासन दिवस” के रूप में मनाई जाती है, क्योंकि अटल जी ने भारतीय राजनीति में एक ऐसी स्थायी छाप छोड़ी है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनके जीवन का हर पहलू प्रेरणा से भरा हुआ था, चाहे वह उनका राजनीतिक करियर हो, उनका साहित्यिक योगदान या उनकी विचारधारा।
अटल जी का जीवन: प्रेरणा से भरा हुआ
1. राजनीतिक करियर
अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के संस्थापकों में से एक थे। वे तीन बार भारत के प्रधानमंत्री बने—1996 में एक छोटे कार्यकाल के लिए, और फिर 1998 से 2004 तक लगातार दो बार प्रधानमंत्री के पद पर रहे। उन्होंने अपनी राजनीति को उच्च आदर्शों और सिद्धांतों के साथ जोड़ा। उनका मंत्र था "सर्वजन हिताय" यानी सभी का भला, और यही सोच उन्हें जनता में इतना लोकप्रिय बनाती थी।
2. कवि और लेखक
अटल जी केवल एक नेता ही नहीं, बल्कि एक कुशल कवि और लेखक भी थे। उनकी कविताएं आज भी लोगों के दिलों में जीवित हैं। उनकी प्रसिद्ध कविताओं में "गीत नया गाता हूं" और "अमर बलिदान" शामिल हैं। उनके शब्दों में एक ऐसी शक्ति थी, जो लोगों को प्रेरित करती थी और उन्हें अपने कर्तव्यों को निभाने के लिए उत्साहित करती थी।
3. उपलब्धियाँ
अटल जी के कार्यकाल में भारत ने 1998 में पोखरण परमाणु परीक्षण किया, जो वैश्विक स्तर पर भारत को एक सशक्त राष्ट्र के रूप में स्थापित करने वाला कदम था। इसके अलावा, "स्वर्णिम चतुर्भुज योजना" और "प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना" जैसी योजनाओं ने देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
4. सम्मान
उनकी राजनीति, साहित्य और राष्ट्रसेवा के योगदान के लिए उन्हें 2015 में भारत रत्न, देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, से नवाजा गया। उनका यह योगदान भारत के हर नागरिक के लिए गर्व का विषय है।
अटल जी के विचार:
अटल जी हमेशा राष्ट्रहित को सर्वोपरि मानते थे। उनका प्रसिद्ध कथन था:
"छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता, टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता।"
यह कथन आज भी हमें जीवन के हर पहलू में प्रेरित करता है और हमें अपने लक्ष्य की ओर बढ़ने की ताकत देता है।
चाईबासा में भाजपा कार्यकर्ताओं का उत्साह
चाईबासा में इस जयंती समारोह में भाजपा कार्यकर्ताओं ने अटल जी के विचारों और कार्यों को याद करते हुए उनका सम्मान किया। कार्यकर्ताओं ने अटल जी के योगदान को लेकर जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया और उनके बताए मार्ग पर चलने का प्रयास किया। भाजपा नेता दुवारिका शर्मा ने इस आयोजन की अध्यक्षता की और कहा कि अटल जी ने भारतीय राजनीति में एक नए युग की शुरुआत की, जिसमें विकास, समृद्धि और एकता के सिद्धांत थे। उन्होंने आगे कहा, “आज का दिन हम सभी को अटल जी के आदर्शों पर चलने की प्रेरणा देता है।”
समारोह में उपस्थित प्रमुख लोग
इस आयोजन में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ-साथ कई स्थानीय लोग भी शामिल हुए। कार्यक्रम में भाजपा के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे, जिन्होंने अटल जी के योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस कार्यक्रम ने यह दिखा दिया कि अटल जी के विचार और कार्य आज भी हर भारतीय के दिल में जीवित हैं।
अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर आयोजित यह कार्यक्रम न केवल एक श्रद्धांजलि था, बल्कि यह भारतीय राजनीति और समाज में उनके योगदान को याद करने का एक अवसर भी था। अटल जी का जीवन और उनके विचार हमें प्रेरणा देते हैं कि हम अपने कर्तव्यों को पूरी ईमानदारी और समर्पण के साथ निभाएं। उनका योगदान भारत की राजनीति, समाज और विकास के लिए अविस्मरणीय रहेगा।
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