Canada-America Crisis: पंजाब के युवा लौटने को मजबूर, सपनों का विदेश बना 'खौफ का घर'!
कनाडा और अमेरिका का सपना टूट रहा है! पंजाब के हजारों युवा विदेश में संघर्ष के बाद वापस लौट रहे हैं। जानिए कैसे बदले वीजा नियमों ने सबकुछ बदल दिया।
Canada-America Crisis: पंजाब के युवा लौटने को मजबूर, सपनों का विदेश बना 'खौफ का घर'!
कनाडा और अमेरिका का ख्वाब देखने वाले पंजाब के हजारों युवा आज एक अजीब से अधबीच में फंसे हुए हैं। जो कभी इन देशों में बसने का सपना लिए निकले थे, अब वे ही वापस लौटने पर मजबूर हो रहे हैं। स्टूडेंट वीजा, वर्क परमिट और अवैध तरीकों से गए बहुत से लोग अब घर वापसी कर रहे हैं, लेकिन यह वापसी सुकून नहीं बल्कि तकलीफ दे रही है।
'स्टिंकी रैट' के साथ वापस भेजे गए युवा
अमेरिका में अवैध रूप से घुसे कई पंजाबी युवा, जिन्हें कभी ‘ड्रीम कंट्री’ समझा था, आज अपमानजनक स्थिति में लौट रहे हैं। कई तो जान जोखिम में डालकर अमेरिका पहुंचे, लेकिन वहां की सरकार ने ‘स्टिंकी रैट’ (अवैध प्रवासी) कहकर वापस भेज दिया।
'सपनों का देश' अब हकीकत में एक बुरा सपना!
कनाडा और अमेरिका में रोजगार की हालत बदतर हो चुकी है। भारतीय युवाओं के लिए हालात ऐसे हैं कि न सम्मान बचा है, न पैसा।
किराया बचाने के लिए लड़कियां अनजान लड़कों के साथ रहने को मजबूर!
एक प्रवासी भारतीय ने बताया, "कनाडा में लड़कियों की स्थिति बहुत खराब है। किराया बचाने के लिए वे अनजान लड़कों के साथ रहने को मजबूर हैं। खुद मुझसे एक लड़की ने अपील की थी कि मैं उसे अपने कमरे में रहने दूं। लेकिन दो महीने में ही मैंने समझ लिया कि वहां न नौकरी है, न इज्जत!"
'कनाडा में अपने भी अपने नहीं' – फिटनेस कोच सुमीत सिंह की दर्दनाक कहानी
कपूरथला के फिटनेस कोच सुमीत सिंह भी इसी दर्द से गुजरे। वे बताते हैं, "मुझे कनाडा बुलाने वाले ही मुझसे बचने लगे। काम ढूंढने की बहुत कोशिश की, लेकिन इतना ज्यादा कंपटीशन था कि कोई जॉब नहीं मिली। जो भी काम मिलता, उसमें वेतन बहुत कम था।"
"लोग टेंट्स में रह रहे हैं, लंगर खाकर दिन गुजार रहे हैं। इससे अच्छा तो अपना पिंड (गांव) ही भला!"
वर्क वीजा पर गए लोग भी परेशान, वीजा एजेंट भी हुए बेरोजगार
पहले स्टूडेंट वीजा सबसे आसान था, लेकिन अब वर्क परमिट के नाम पर 'ब्लैक टिकट' की तरह महंगे दामों पर बिक रहे हैं'।
वीजा नियमों में बदलाव का असर – पंजाब में भी दिख रही मार
ओटावा और दिल्ली के बीच तनाव ने वीजा नियमों को और सख्त कर दिया है। पंजाब में अंग्रेजी सिखाने वाले सेंटरों पर ताले पड़ रहे हैं और वीजा एजेंट अब नया काम ढूंढ रहे हैं।
जो लोग बाहर से लौट रहे हैं, वे इसे 'लंबी छुट्टी' बता रहे हैं, लेकिन सच्चाई कुछ और ही है।
कपूरथला-जालंधर: जहां 'विदेश जाने की होड़' अब ठंडी पड़ रही है!
पंजाब के जालंधर और कपूरथला में हर दूसरा घर NRI है। यहां बच्चे पतंग भी उड़ाते हैं, तो उस पर कनाडा का झंडा बना होता है। गाड़ियों पर भी कनाडा, अमेरिका, यूरोप के झंडे दिखते हैं। लेकिन अब इस विदेश यात्रा पर अचानक ब्रेक लग गया है।
कनाडा और अमेरिका के बदले रुख के कारण हजारों लोग अब विदेश जाने की योजना टाल रहे हैं।
अवैध प्रवासियों पर छापेमारी, भारत लौटने का डर!
अब न सिर्फ वीजा नियम कड़े हुए हैं, बल्कि कनाडा और अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे लोगों की धरपकड़ भी तेज हो गई है।
'अमेरिका में हर पल डर के साए में जीते थे' – जसप्रीत कौर की कहानी
जालंधर की जसप्रीत कौर एक बार अमेरिका से डिपोर्ट हो चुकी हैं। वे बताती हैं,
"हम वहां जॉब करते, बच्चों को स्कूल छोड़ते, ग्रॉसरी लाते, लेकिन हर समय डर लगा रहता कि कहीं पुलिस पकड़ न ले। घर से बाहर भी बच-बचकर निकलना पड़ता था।"
अब जब दोबारा जाने की तैयारी हो रही थी, तभी अमेरिका में सरकार बदल गई और उनके वीजा के चांस खत्म हो गए।
क्या विदेश का सपना टूट चुका है?
अब सवाल उठता है कि क्या विदेश जाने का 'पंजाबी ट्रेंड' खत्म हो रहा है?
क्या आप भी कनाडा-अमेरिका जाने की सोच रहे थे? अब क्या करेंगे? कमेंट में बताएं!
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