Burmamines Celebration: भारतीय थल सेना दिवस पर अविस्मरणीय सम्मान और आनंद की महफिल
बर्मामाइंस में भारतीय थल सेना दिवस धूमधाम से मनाया गया। जानिए कैसे सैनिकों और उनके परिवारों ने इस दिन को यादगार बना दिया।
बर्मामाइंस: बर्मामाइंस प्रेमनगर स्थित वरिष्ठ नागरिक भवन में भारतीय थल सेना दिवस को लेकर एक शानदार समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर पूर्व सैनिक सेवा परिषद, पूर्वी सिंहभूम के तत्वावधान में भारतीय सेना की शक्ति और गौरव को मनाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
भारतीय थल सेना दिवस का महत्व
भारतीय थल सेना दिवस 15 जनवरी को मनाया जाता है, जो भारतीय थल सेना के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है। यह दिन 1949 में जनरल के. M. करियप्पा के भारतीय थल सेना के प्रमुख के रूप में नियुक्ति के बाद से मनाया जाता है। इस दिन भारतीय सेना की वीरता और समर्पण को सम्मानित किया जाता है। देश की सुरक्षा में उनका योगदान अतुलनीय है।
मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि का सम्मान
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में अवकाश प्राप्त ब्रिगेडियर रणविजय सिंह ने शिरकत की, जबकि आर्मी यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर के प्रतिनिधि के रूप में सूबेदार धर्मेंद्र तिवारी, सूबेदार पी मण्डल, हवलदार नरेंद्र कुमार मिश्रा, गनर धीरज मौर्या, ओ पी आर देवकुमार, गनर राजेश कुमार और गनर राजपूत भी उपस्थित हुए। इन सभी सम्माननीय व्यक्तियों ने भारतीय थल सेना के वीर सैनिकों और उनके परिवारों को सलाम किया।
सामूहिक केक कटने की रस्म और सम्मान समारोह
थल सेना दिवस की खुशी में सभी उपस्थित अतिथियों और सैनिकों ने सामूहिक रूप से केक काटा। इसके बाद भारतीय सेना की मजबूती, तरक्की और खुशहाली की कामना की गई। समारोह के दौरान अंग वस्त्र और पुष्पगुच्छ से सभी थल सैनिकों का सम्मान किया गया। इसके साथ ही उन वीर सैनिकों के परिवारों का भी सम्मान किया गया, जिन्होंने देश के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। इन शहीद सैनिकों की याद में उनके परिवारों को सम्मानित किया गया।
सैन्य परिवारों और बच्चों का रंगारंग कार्यक्रम
समारोह में सैन्य परिवारों के बच्चों और मातृशक्तियों ने शानदार रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया। विनायक म्यूजिकल ग्रुप की ओर से नृत्य और मनोरंजन के कार्यक्रम ने माहौल को और भी जीवंत बना दिया। सैनिक परिवारों ने इस आयोजन में भरपूर आनंद लिया। यह आयोजन न केवल भारतीय सेना के योगदान को मनाने का था, बल्कि सेना के परिवारों के बीच सामूहिक बंधन को भी मजबूत करने का अवसर था।
अग्रणी नेता और कार्यकर्ता का योगदान
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में बृजकिशोर सिंह, राजीव रंजन, सतनाम सिंह, अशोक श्रीवास्तव, रमाशंकर सिंह, अजय सिंह, अमित कुमार, हरेंदु शर्मा, विजय कुमार त्रिपाठी, काम बाबू सिंह, सूबेदार मेजर विजय शंकर पांडे, नवल किशोर सिंह, दिनेश सिंह, डॉक्टर कमल शुक्ला, बरमेश्वर पांडेय, शैलेन्द्र सिंह, धर्मेंद्र सिंह और दिलीप सिंह का विशेष योगदान रहा।
विशेष अवसर: सैनिक के बेटे का जन्मदिन
इस विशेष अवसर पर, थल सैनिक राजीव रंजन जी के बेटे आरव का जन्मदिन भी मनाया गया। समारोह में उसका केक काटकर दीर्घायु होने की कामना की गई। इस समारोह ने भारतीय सेना की भावना को और मजबूत किया और सैनिकों के परिवारों के साथ मिलकर देश की सुरक्षा और समृद्धि की कामना की गई।
समारोह का समापन और धन्यवाद ज्ञापन
कार्यक्रम का संचालन दीपक मलिक, हरेन्दू शर्मा, और सुशील सिंह द्वारा किया गया। दिनेश सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस समारोह में कुल 300 लोग शामिल हुए, जिन्हें नाश्ते, भोजन और सम्मान से नवाजा गया। यह कार्यक्रम न केवल सैनिकों की वीरता को सम्मानित करने का था, बल्कि उनके परिवारों के साथ जुड़ाव को भी बढ़ावा देने का अवसर था।
What's Your Reaction?