Hazaribagh : Barkatha में जमीन विवाद, भाई ने छोटे भाई की पीट-पीटकर हत्या कर दी
झारखंड के बरकट्ठा में सहोदर भाई ने जमीन विवाद में छोटे भाई की हत्या की। जानें घटना की पूरी कहानी और उसकी प्रतिक्रिया।
बरकट्ठा (हजारीबाग) में जमीन विवाद ने एक परिवार को ऐसी त्रासदी दे दी, जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। कोनहारा खुर्द में बुधवार की दोपहर सहोदर भाई माशूक अंसारी ने अपने छोटे भाई आसीन अंसारी की बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी। इस हत्या का आरोप माशूक अंसारी और उनके दो बेटों पर है, जिन्होंने मिलकर इस घातक घटना को अंजाम दिया।
जमीन विवाद की जड़
आसीन अंसारी और उनके परिवार ने कई साल पहले अपनी हिस्सेदारी में एक घर बनाया था। इसके बाद, उनके घर के सामने एक खाली जगह थी, जिसे माशूक अंसारी ने अपनी जमीन मानते हुए उस पर घर निर्माण के लिए बुनियाद काटने की कोशिश की। आसीन ने जब इसका विरोध किया, तो दोनों के बीच झगड़ा हो गया। इस झगड़े ने हिंसक रूप ले लिया और माशूक अंसारी ने अपने बेटों के साथ मिलकर आसीन की बुरी तरह पिटाई कर दी, जिससे उसकी मौत हो गई।
घटना के बाद का हाल
हत्या के बाद, आसीन के परिवारवालों और ग्रामीणों ने विरोध स्वरूप स्वर्ण चतुर्भुजी मार्ग, ग्रैंड ट्रंक सड़क पर शव रखकर जाम कर दिया। यह जाम करीब डेढ़ घंटे तक चला, जिससे सड़क पर कई छोटी-बड़ी गाड़ियां फंस गईं। पुलिस निरीक्षक इमदाद अंसारी, थानाप्रभारी राजेश भोक्ता और गोरहर थानाप्रभारी अजय कुमार सिंह सहित पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने बताया कि हत्या में शामिल माशूक अंसारी और उनके दोनों बेटों को हिरासत में ले लिया गया है, और उनसे पूछताछ की जा रही है।
कानूनी कार्रवाई और गांव का समर्पण
पुलिस ने शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मामले के विरोध में, पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिससे जाम हटाया गया।
भाई-भाई के बीच खतरनाक विवाद
यह घटना झारखंड के ग्रामीण इलाकों में जमीन विवादों की गंभीरता को उजागर करती है। अक्सर, भूमि विवाद ऐसे जघन्य अपराधों का कारण बनते हैं, जहां पारिवारिक रिश्तों की संवेदनशीलता खत्म हो जाती है। इस मामले में, माशूक अंसारी ने अपनी 65 वर्षीय उम्र में अपने छोटे भाई को मारने जैसा गंभीर कदम उठाया, जिससे पूरे गांव में दहशत फैल गई।
भविष्य में क्या होगा?
इस हत्याकांड के बाद अब गांव में सुरक्षा और शांति के उपायों पर जोर दिया जा रहा है। पुलिस और प्रशासन को चाहिए कि वे इस तरह के विवादों से निपटने के लिए अधिक प्रभावी कदम उठाएं। साथ ही, ऐसे मामलों में कानूनी प्रक्रिया को तेज और निष्पक्ष तरीके से चलाना जरूरी है, ताकि लोगों को न्याय मिल सके।
बरकट्ठा में हुए इस हादसे ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। इस मामले से यह स्पष्ट है कि जमीन विवादों का निवारण बिना कानूनी मदद और समाज के समझदारी के बिना संभव नहीं है।
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