बांग्ला भाषा और बंगालियों की उपेक्षा के खिलाफ महाधारणा, 10 सितंबर 2024 को जमशेदपुर में विरोध प्रदर्शन
झारखंड में बांग्ला भाषा और बंगालियों की उपेक्षा के विरोध में जमशेदपुर में महाधारणा। बंगाली समुदाय की 9 मांगें और उनके समर्थन में बड़ा विरोध प्रदर्शन।
जमशेदपुर, 7 सितंबर 2024 (शनिवार): झारखंड में बांग्ला भाषा और बांग्ला भाषी समुदाय के मुद्दों की अनदेखी और उपेक्षा के विरोध में आज एक महाधारणा का आयोजन किया जाएगा। इस महाधारणा का आयोजन झारखंड बांग्ला भाषी उन्नयन समिति के बैनर तले किया जा रहा है। समिति ने घोषणा की है कि सुबह 10 बजे नेताजी सुभाष मैदान से पदयात्रा की जाएगी, जो उपयुक्त कार्यालय के सामने शांतिपूर्ण प्रदर्शन के रूप में समाप्त होगी।
झारखंड एक बांग्ला बहुल राज्य है, जहां 42% आबादी बांग्ला भाषी है। इसके बावजूद, राज्य गठन के बाद से पिछले 24 वर्षों में बांग्ला भाषा और संस्कृति के साथ सौतेला व्यवहार किया गया है। बंगाली समुदाय का कहना है कि पांच प्रमंडलों में से चार प्रमंडल—कोल्हान, उत्तरी छोटानागपुर, दक्षिणी छोटानागपुर, और संथाल परगना—में बांग्ला भाषी लोगों की बहुसंख्या है, लेकिन राज्य सरकार ने उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया।
बंगाली समुदाय की मुख्य मांगों में बांग्ला को झारखंड की द्वितीय राजभाषा घोषित करना, बांग्ला अकादमी का गठन, सरकारी स्कूलों में बांग्ला शिक्षकों की नियुक्ति, और बांग्ला पुस्तकों की छपाई शामिल हैं। इन मांगों को लेकर राज्य भर में बंगाली समुदाय ने 2023 से लगातार आंदोलन किए हैं।
2023 में जमशेदपुर के गोपाल मैदान में बंग उत्सव, रांची में बंग सम्मेलन, और बांग्ला संस्कृति मेले का आयोजन किया गया। इसके अलावा, बंगाली समुदाय ने कई जिलों के उपायुक्तों के कार्यालयों पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
समिति की नौ सूत्री मांगें सरकार से बांग्ला भाषा और बांग्ला भाषियों के अधिकारों की रक्षा के लिए हैं। बंगाली समुदाय का कहना है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो इसका राजनीतिक परिणाम भी हो सकता है।
महाधारणा के दौरान, जमशेदपुर के आसपास के इलाकों—बोरम, पटमदा, पोटका, घाटशिला, चाकुलिया, बहरागोड़ा, सरायकेला खरसावां, और पश्चिम सिंहभूम—से बंगाली समुदाय के लोग प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे। धनबाद जिले के रणधीर वर्मा चौक पर भी महाधारणा का आयोजन किया जाएगा।
बंगाली समुदाय के नेता तपश चटर्जी, अंगशुमान चौधरी, बनामाली बनर्जी, और अन्य प्रमुख लोग इस महाधारणा का नेतृत्व करेंगे।
What's Your Reaction?