Bahragora Hit: खूनी हाइवे, NH-18 पर अज्ञात वाहन ने युवक को रौंदा, चंदन माईती की मौके पर मौत, राजलाबांध में मातम

बहरागोड़ा में NH-18 पर ओम स्टोर के पास एक अनियंत्रित वाहन ने सड़क पार कर रहे चंदन माईती को अपनी चपेट में ले लिया है जिससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। राजलाबांध गांव में पसरे सन्नाटे और 'डेथ जोन' बनते जा रहे इस हाइवे की पूरी खौफनाक हकीकत यहाँ दी गई है वरना आप भी बहरागोड़ा के इस जानलेवा रास्ते पर चलने के खतरों से अनजान रह जाएंगे।

Dec 26, 2025 - 14:28
Dec 26, 2025 - 14:29
 0
Bahragora Hit: खूनी हाइवे, NH-18 पर अज्ञात वाहन ने युवक को रौंदा, चंदन माईती की मौके पर मौत, राजलाबांध में मातम
Bahragora Hit: खूनी हाइवे, NH-18 पर अज्ञात वाहन ने युवक को रौंदा, चंदन माईती की मौके पर मौत, राजलाबांध में मातम

बहरागोड़ा (पूर्वी सिंहभूम), 26 दिसंबर 2025 – पूर्वी सिंहभूम जिला अंतर्गत बहरागोड़ा थाना क्षेत्र इन दिनों 'मौत के गलियारे' में तब्दील होता जा रहा है। गुरुवार की शाम राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या-18 (NH-18) पर हुई एक हृदयविदारक घटना ने प्रशासन के सुरक्षा दावों की पोल खोल दी है। ओम स्टोर के समीप सड़क पार कर रहे एक होनहार युवक, चंदन माईती को एक अज्ञात तेज रफ्तार वाहन ने इतनी जोरदार टक्कर मारी कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब जिला प्रशासन सड़क सुरक्षा सप्ताह और जागरूकता अभियानों की बात कर रहा है, लेकिन जमीनी हकीकत में बहरागोड़ा की सड़कों पर खून बहना रुकने का नाम नहीं ले रहा।

इतिहास: NH-18 और बहरागोड़ा का 'किलर जंक्शन'

ऐतिहासिक रूप से बहरागोड़ा झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल को जोड़ने वाला सबसे महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र रहा है। NH-18 (पुराना NH-33) का यह हिस्सा स्वर्णरेखा नदी के किनारे होने और इंडस्ट्रियल कॉरिडोर होने के कारण हमेशा भारी वाहनों से भरा रहता है। 2010 के बाद जब इस हाइवे का चौड़ीकरण हुआ, तो गाड़ियों की रफ्तार तो बढ़ी लेकिन पैदल चलने वालों की सुरक्षा को हाशिए पर रख दिया गया। पिछले 5 वर्षों के आंकड़े बताते हैं कि बहरागोड़ा से चाकुलिया के बीच का यह खंड 'ब्लैक स्पॉट' बन चुका है। इतिहास गवाह है कि यहाँ होने वाले अधिकांश हादसों में 'हिट एंड रन' (टक्कर मारकर भागना) के मामले सबसे ज्यादा रहे हैं, क्योंकि सुनसान पैच का फायदा उठाकर वाहन चालक आसानी से सीमा पार कर जाते हैं।

वारदात का मंजर: जब घर से निकला चंदन वापस नहीं लौटा

राजलाबांध निवासी चंदन माईती गुरुवार की शाम किसी जरूरी काम से घर से निकला था। उसे क्या पता था कि घर की दहलीज लांघते ही मौत उसका इंतजार कर रही है।

  • अनियंत्रित रफ्तार: चश्मदीदों के मुताबिक, चंदन जैसे ही ओम स्टोर के पास सड़क पार करने लगा, जमशेदपुर की ओर से आ रहे एक अज्ञात भारी वाहन ने उसे सीधी टक्कर मार दी।

  • बचने का मौका नहीं: टक्कर इतनी भयावह थी कि चंदन सड़क से कई फीट दूर जा गिरा। शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में चोट लगने के कारण अस्पताल ले जाने का समय भी नहीं मिला।

  • चालक फरार: घटना के तुरंत बाद चालक वाहन की गति बढ़ाते हुए अंधेरे का फायदा उठाकर चम्पत हो गया।

राजलाबांध में मातम: उजड़ गया एक हँसता-खेलता परिवार

चंदन की मौत की खबर जैसे ही उसके गांव पहुँची, पूरे राजलाबांध में कोहराम मच गया। घर के इकलौते सहारा और मिलनसार युवक की इस तरह अचानक विदाई ने परिजनों को गहरे सदमे में डाल दिया है। गांव की महिलाओं और बुजुर्गों की चीख-पुकार से पूरा माहौल गमगीन है। शुक्रवार की सुबह बहरागोड़ा पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडल अस्पताल, घाटशिला भेज दिया है, लेकिन गांव वालों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है।

सड़क हादसे का संक्षिप्त विवरण (Quick Snapshot)

विवरण जानकारी
घटना स्थल ओम स्टोर के पास, NH-18, बहरागोड़ा
मृतक का नाम चंदन माईती (निवासी- राजलाबांध)
हादसे का समय गुरुवार शाम
वाहन की पहचान अज्ञात (जांच जारी)
पुलिस कार्रवाई शव पोस्टमार्टम हेतु घाटशिला प्रेषित

आंदोलन की चेतावनी: "प्रशासन अब तो जागो"हादसे के बाद ग्रामीणों का धैर्य जवाब दे गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन केवल कागजों पर कार्रवाई करता है।

  1. ठोस कदम की मांग: ग्रामीणों ने NH-18 पर महत्वपूर्ण मोड़ों पर स्पीड ब्रेकर, हाई-मास्ट लाइट और पुलिस चेक पोस्ट की मांग की है।

  2. अल्टीमेटम: स्थानीय प्रतिनिधियों ने चेतावनी दी है कि यदि अगले 48 घंटों में फरार वाहन का सुराग नहीं मिला और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं हुए, तो एनएच पर जोरदार चक्का जाम किया जाएगा।

  3. पुलिस की तफ्तीश: बहरागोड़ा पुलिस आसपास के पेट्रोल पंपों और ढाबों पर लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाल रही है ताकि अज्ञात वाहन की पहचान की जा सके।

कब तक सड़कों पर बिखरेगा मासूमों का खून?

चंदन माईती की मौत महज एक दुर्घटना नहीं, बल्कि उस प्रशासनिक तंत्र की विफलता है जो इंसानी जान से ज्यादा रफ्तार को अहमियत देती है। बहरागोड़ा की सड़कों पर हर दिन किसी का 'चंदन' बुझ रहा है। अब समय आ गया है कि हाइवे अथॉरिटी और जिला प्रशासन सिर्फ जुर्माना वसूलने के बजाय 'इंसानी सुरक्षा' को प्राथमिकता दे।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।