दुर्गा पूजा से पहले आदित्यपुर में कचरा और लचर व्यवस्था से बढ़ी परेशानी, शांति समिति की बैठक में जनता का फूटा गुस्सा
दुर्गा पूजा के मद्देनजर आदित्यपुर और आरआईटी थाना में हुई शांति समिति की बैठक में लोगों ने कचरा, सड़क और लाइटिंग जैसी समस्याओं को उठाया। जानें कैसे नगर निगम की लचर व्यवस्था दुर्गा पूजा के आयोजन को प्रभावित कर सकती है।
जमशेदपुर, 28 सितंबर 2024। दुर्गा पूजा के भव्य आयोजन को लेकर आरआईटी थाना और आदित्यपुर थाना में आज शांति समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में क्षेत्र के बुद्धिजीवी और गणमान्य लोग उपस्थित हुए, जिनका उद्देश्य आगामी दुर्गा पूजा को शांति और सौहार्द के साथ मनाने के लिए विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करना था। लेकिन बैठक में उपस्थित लोगों का गुस्सा नगर निगम और जेआरडीसीएल की लचर व्यवस्था को लेकर फूट पड़ा।
आदित्यपुर थाना में शांति समिति की बैठक
आदित्यपुर थाना में थाना प्रभारी राजीव कुमार की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में पूजा को शांतिपूर्ण ढंग से मनाने की अपील की गई। उन्होंने क्षेत्र के बुद्धिजीवियों और गणमान्य नागरिकों से सुझाव भी मांगे। लेकिन वहां उपस्थित लोगों ने इस बैठक में नगर निगम और जेआरडीसीएल के प्रति अपनी गहरी नाराजगी व्यक्त की।
लोगों का कहना था कि आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में जगह-जगह कचरा का अंबार लगा हुआ है और साफ-सफाई की व्यवस्था बिल्कुल भी उचित नहीं है। पंडाल तक आने-जाने के लिए सड़कों की हालत बेहद खराब है, जिसमें गंदगी भरी नालियाँ और भरे हुए डस्टबिन रास्ते को दुर्गम बना रहे हैं। लोगों को डर है कि यदि पूजा के दौरान भी यही हालात बने रहे तो श्रद्धालुओं को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
वहीं, आदित्यपुर में मेंन रोड पर लगे स्ट्रीट लाइट्स का भी कोई ठिकाना नहीं है। कभी ये जलती हैं तो कभी नहीं, जिससे कई तरह की आपराधिक घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है। जनता ने इस मुद्दे पर भी अपना गुस्सा जाहिर किया और प्रशासन से तुरंत सुधार की मांग की। थाना प्रभारी राजीव कुमार ने लोगों को आश्वासन दिया कि पूजा से पहले उनकी सारी मांगों को संबंधित अधिकारियों के सामने रखा जाएगा और उन्हें पूरा करने का भरसक प्रयास किया जाएगा।
आरआईटी थाना में भी लोगों की नाराजगी
दूसरी ओर, आरआईटी थाना में भी थाना प्रभारी विनय कुमार ने शांति समिति की बैठक का आयोजन किया, जिसमें क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों ने हिस्सा लिया। इस बैठक में भी लोगों ने नगर निगम के प्रति गहरा रोष व्यक्त किया। लोगों ने कहा कि यदि साफ-सफाई और सड़कों की व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो दुर्गा पूजा के दौरान पंडाल घूमना असंभव हो जाएगा। श्रद्धालुओं के साथ-साथ पंडाल के आयोजक भी इस व्यवस्था से नाखुश नजर आए।
बुद्धिजीवियों ने रखी अपनी राय
बैठक में उपस्थित बुद्धिजीवियों ने नगर निगम को समय रहते अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा जैसे महापर्व पर यदि श्रद्धालुओं को असुविधा का सामना करना पड़ता है तो इससे न केवल नगर निगम की प्रतिष्ठा धूमिल होगी, बल्कि श्रद्धालुओं की आस्था भी प्रभावित हो सकती है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पूजा से पहले साफ-सफाई और सड़कों की मरम्मत जैसे बुनियादी कार्य जरूर पूरे किए जाएं।
थाना प्रभारियों ने दिया भरोसा
दोनों थाना प्रभारियों ने लोगों की समस्याओं को ध्यान से सुना और उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी मांगे उच्च अधिकारियों तक पहुंचाई जाएंगी और पूजा से पहले इन समस्याओं का समाधान करने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा।
नगर निगम की जिम्मेदारी पर सवाल
शांति समिति की इस बैठक ने नगर निगम और जेआरडीसीएल की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि दुर्गा पूजा का महापर्व आस्था और उमंग का पर्व है, लेकिन लचर प्रशासनिक व्यवस्था और बुनियादी सुविधाओं की कमी इस पर्व की खुशियों को प्रभावित कर सकती है।
क्या होगा अगला कदम?
अब देखना यह है कि नगर निगम और जेआरडीसीएल दुर्गा पूजा से पहले इन समस्याओं का समाधान कर पाते हैं या नहीं। लोगों की नजरें प्रशासनिक अधिकारियों पर टिकी हैं और उम्मीद है कि इस बार श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा।
यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन द्वारा किए गए वादे कितने प्रभावी साबित होते हैं और क्या इस बार का दुर्गा पूजा हर साल की तरह शांतिपूर्ण और भव्य तरीके से संपन्न हो पाएगा।
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