Adityapur Action: झारखंड में गरजा सोरेन सरकार का बुलडोजर, 150 दुकानें ढहाईं; जानिए क्या थी वजह
झारखंड के आदित्यपुर में हेमंत सोरेन सरकार ने बुलडोजर चला कर 150 दुकानों को हटाया। जानें इसके पीछे की वजह और प्रशासन की रणनीति।
आदित्यपुर, झारखंड : झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार ने एक बार फिर अपनी मुहिम को तेज कर दिया है। गुरुवार को आदित्यपुर में नगर निगम द्वारा चलाए गए बुलडोजर अभियान ने इलाके में हलचल मचा दी। अभियान के तहत 150 अस्थायी दुकानें हटाई गईं, जिससे व्यापारियों के बीच हड़कंप मच गया।
अतिक्रमण के खिलाफ सरकार की सख्त कार्रवाई
नगर निगम ने आदित्यपुर के मुख्य सड़क और सर्विस लेन पर बने अतिक्रमण को लेकर यह अभियान चलाया।
- अभियान सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक चला।
- थाना रोड से शुरू होकर, मुख्य मार्ग के फुटपाथ और सर्विस लेन तक पहुंचा।
- अभियान में शामिल रहे अधिकारी: अपर नगर आयुक्त पारूल सिंह, सहाय प्रशासक विपुल सन्नी, आदित्यपुर थाना प्रभारी राजीव सिंह और यातायात थाना प्रभारी राजेश सिंह।
अतिक्रमण हटाने की चेतावनी और तैयारी
नगर निगम प्रशासन ने अभियान से पहले ही चेतावनी दी थी कि खरकई पुल से आकाशवाणी चौक, आदित्यपुर थाना रोड और अन्य प्रमुख स्थानों से अतिक्रमण हटाया जाएगा।
- अभियान में 150 सफाईकर्मियों ने मदद की, जिससे जगह की सफाई और फॉगिंग की गई।
- सब्जी विक्रेताओं को दिंदली बाजार के पीछे स्थान उपलब्ध कराया गया।
- निगम ने दो कर्मचारियों को नियुक्त किया, जो दुकानदारों को चिह्नित स्थान पर दुकानें लगाने के लिए प्रेरित करेंगे।
ऐतिहासिक संदर्भ: अतिक्रमण की समस्या और समाधान
आदित्यपुर और आसपास के क्षेत्रों में अतिक्रमण की समस्या एक पुरानी बात है। पिछले दशक में भी कई बार प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं।
- पहले भी झारखंड के कई शहरों में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाए गए हैं।
- हालांकि, इस बार की कार्रवाई में अधिकारियों ने विशेष तौर पर मुख्य मार्ग और सर्विस लेन पर ध्यान केंद्रित किया।
अतिक्रमण मुक्त स्थल पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी
नगर निगम उप-नगर आयुक्त पारूल सिंह ने स्पष्ट किया कि अगर कोई दुकानदार अतिक्रमण मुक्त की गई जगह पर दोबारा दुकान लगाने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
- निगम ने यह भी कहा कि सड़कों की निगरानी नियमित रूप से की जाएगी।
ग्रामीणों और दुकानदारों का रुख
अधिकांश दुकानदारों ने इसे अपनी आजीविका पर संकट बताया।
- एक दुकानदार ने कहा, “हमारे पास विकल्प नहीं था, लेकिन प्रशासन की कार्रवाई से थोड़ी परेशानी हुई।”
- प्रशासन का कहना है कि सार्वजनिक स्थल पर अतिक्रमण से यातायात और सुरक्षा में समस्या होती है।
आगे की योजना: गम्हरिया बाजार पर कार्रवाई
नगर निगम ने गम्हरिया बाजार में भी अतिक्रमण हटाने की योजना बनाई है।
- हालांकि, अभियान की तिथि अभी तय नहीं हुई है।
- निगम ने आदेश दिया कि दो दिनों के भीतर सभी दुकानदार अपने अस्थायी निर्माण हटा लें।
अतिक्रमण मुक्त आदित्यपुर: भविष्य की रणनीति
नगर निगम अब अतिक्रमण मुक्त आदित्यपुर में सुधार की रणनीति बना रहा है।
- योजना है कि अधिकारियों की एक टीम निगरानी करेगी, जिससे सड़कें और सार्वजनिक स्थल हमेशा साफ और व्यवस्थित रहें।
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