West Singhbhum Operation: नक्सलियों के खिलाफ बड़ा एक्शन, जंगल से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद!
पश्चिमी सिंहभूम जिले में सुरक्षा बलों को नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी सफलता, टोंटो थाना क्षेत्र के जंगलों में छिपा डंप बरामद, भारी मात्रा में विस्फोटक और हथियार जब्त।

पश्चिमी सिंहभूम जिले में सुरक्षा बलों को नक्सल विरोधी अभियान के दौरान बड़ी सफलता मिली है। जिला पुलिस, कोबरा बटालियन, झारखंड जगुआर और सीआरपीएफ के संयुक्त दस्ते ने टोंटो थाना क्षेत्र के पहाड़ी जंगलों में नक्सलियों द्वारा छिपाए गए एक डंप का पता लगाया। इस अभियान में सुरक्षा बलों ने बड़ी मात्रा में हथियार, विस्फोटक और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की।
कैसे मिला नक्सली डंप का सुराग?
सुरक्षा एजेंसियों को गुप्त सूचना मिली थी कि टोंटो थाना क्षेत्र के पहाड़ी जंगलों में नक्सलियों ने भारी मात्रा में गोला-बारूद छिपा रखा है। सूचना मिलते ही जिला पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों ने संयुक्त रूप से सर्च ऑपरेशन शुरू किया। सर्च अभियान के दौरान सुरक्षा बलों को जंगल के बीच एक डंप मिला, जहां से विस्फोटकों और असलहों का जखीरा बरामद किया गया।
क्या-क्या बरामद हुआ?
सुरक्षा बलों द्वारा की गई जांच में निम्नलिखित सामग्रियां बरामद की गईं:
-
एक पिस्टल और मैगजीन
-
सात बॉक्स में पैक विस्फोटक
-
पांच इलेक्ट्रिक और 250 नॉन-इलेक्ट्रिक डेटोनेटर
-
दस कार रिमोट और 20 बैटरियां
-
सात प्लास्टिक कंटेनरों में विस्फोटक पदार्थ
-
एक कटर मशीन और इलेक्ट्रिक वायर
-
स्टील के 35 टिफिन और एक बंडल कार्डेक्स वायर
-
30 स्विच मैकेनिज्म और नक्सली दस्तावेज
-
दैनिक उपयोग के कई अन्य सामान
सुरक्षा बलों की रणनीति और आगे की कार्रवाई
सुरक्षा एजेंसियों ने इस डंप को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया और बरामद विस्फोटकों को सुरक्षित रूप से नष्ट करा दिया। अधिकारियों के अनुसार, यह बरामदगी नक्सली गतिविधियों पर कड़ी चोट है और इससे उनके मंसूबों पर पानी फिर गया है। पुलिस और सुरक्षा बलों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में इस तरह के ऑपरेशन लगातार जारी रहेंगे, ताकि इलाके में शांति और सुरक्षा बनी रहे।
क्या कहती है इलाके की स्थिति?
पश्चिमी सिंहभूम लंबे समय से नक्सली गतिविधियों का गढ़ रहा है। घने जंगलों और दुर्गम पहाड़ियों की वजह से यह क्षेत्र नक्सलियों के लिए छिपने और गतिविधियां संचालित करने के लिए अनुकूल रहा है। सुरक्षा बलों ने हाल के वर्षों में कई महत्वपूर्ण अभियानों के जरिए इस क्षेत्र में उनकी गतिविधियों पर लगाम लगाने की कोशिश की है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
इस कार्रवाई के बाद इलाके में राहत और सुरक्षा की भावना बढ़ी है। स्थानीय निवासियों का मानना है कि यदि सुरक्षा बल इसी तरह सतर्कता बरतते रहें, तो नक्सली गतिविधियों पर पूरी तरह से लगाम लगाई जा सकती है।
भविष्य की रणनीति
सुरक्षा बलों का कहना है कि यह अभियान केवल एक शुरुआत है। आगे भी इसी तरह की कार्रवाई जारी रहेगी, ताकि क्षेत्र में स्थायी शांति स्थापित की जा सके। इसके लिए स्थानीय लोगों का सहयोग भी महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि वे ही इस तरह की गतिविधियों के बारे में सबसे पहले जानकारी देते हैं।
What's Your Reaction?






