सुंदरनगर में माँ विंध्यवासिनी सेवा समिति के भव्य पंडाल का उद्घाटन: पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और बारी मुर्मू ने झारखंडवासियों के कल्याण की कामना की

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और जिला परिषद अध्यक्षा बारी मुर्मू ने सुंदरनगर में माँ विंध्यवासिनी सेवा समिति के भव्य दुर्गा पूजा पंडाल का उद्घाटन किया। इस मौके पर झारखंडवासियों के कल्याण की कामना की गई।

Oct 9, 2024 - 00:38
 0
सुंदरनगर में माँ विंध्यवासिनी सेवा समिति के भव्य पंडाल का उद्घाटन: पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और बारी मुर्मू ने झारखंडवासियों के कल्याण की कामना की
सुंदरनगर में माँ विंध्यवासिनी सेवा समिति के भव्य पंडाल का उद्घाटन: पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और बारी मुर्मू ने झारखंडवासियों के कल्याण की कामना की

सुंदरनगर, जमशेदपुर, 08 अक्टूबर 2024: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और जिला परिषद की अध्यक्षा बारी मुर्मू ने आज विधिवत रूप से माँ विंध्यवासिनी सेवा समिति द्वारा निर्मित भव्य दुर्गा पूजा पंडाल का उद्घाटन किया। इस मौके पर दोनों नेताओं ने माँ दुर्गा से समस्त झारखंडवासियों के सुख, शांति और समृद्धि की कामना की।

पूजा समिति के सचिव पप्पू वर्मा ने बताया कि इस पूजा की शुरुआत वर्ष 2023 से विधि-विधान के साथ की गई थी। इस साल पंडाल की भव्यता पहले से भी अधिक आकर्षक है। पंडाल के निर्माण में स्वदेशी और पारंपरिक डिज़ाइनों का संयोजन किया गया है, जो माँ दुर्गा की शक्ति और सौंदर्य को दर्शाता है।

धार्मिक और सांस्कृतिक महत्त्व का प्रतीक

इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा, "हिंदू समाज अपनी सामाजिक एकजुटता और धर्म अध्यात्म के प्रचार-प्रसार के लिए जाना जाता है। दुर्गा पूजा के माध्यम से न केवल हम अपनी संस्कृति को संजोए रखते हैं, बल्कि इसे आने वाली पीढ़ियों तक भी पहुँचाते हैं। जमशेदपुर शहर में दुर्गा पूजा का विशेष महत्त्व है, और यह हर साल लाखों श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करता है।"

उन्होंने आगे कहा कि दुर्गा पूजा की लोकप्रियता दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, और शहरवासियों का उत्साह देखने लायक है। "माँ दुर्गा की पूजा हमें अपनी संस्कृति और धर्म के प्रति आस्था को मजबूत करने का अवसर देती है," उन्होंने कहा।

नारी शक्ति की प्रतीक माँ दुर्गा

जिला परिषद की अध्यक्षा बारी मुर्मू ने अपने संबोधन में माँ दुर्गा के नौ रूपों का महत्त्व समझाते हुए कहा, "नवरात्र के दौरान माँ दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा करना हमें उनके गुणों से परिचित कराता है। यह पूजा हमें नारी शक्ति का सम्मान करने और बेटियों को सशक्त बनाने के लिए प्रेरित करती है।"

उन्होंने यह भी कहा, "माँ दुर्गा से मैंने झारखंडवासियों के कल्याण की प्रार्थना की है। हम सभी को माँ शक्ति से प्रेरणा लेते हुए समाज के विकास में योगदान देना चाहिए।"

कार्यक्रम में गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति

इस आयोजन में कई स्थानीय और प्रख्यात व्यक्तित्व भी शामिल हुए, जिनमें विकास सिंह, जयकांत सिंह, संतन ओझा, बब्लू सोरेन, भाजपा मंडल अध्यक्ष अमित मिश्रा, शशिकांत ओझा जैसे कई प्रमुख नाम थे। साथ ही समाजसेवक और श्रद्धालु भारी संख्या में मौजूद थे, जिन्होंने इस अवसर को और भी अधिक विशेष बना दिया।

पूजा समिति के अध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव और अन्य प्रमुख सदस्यों ने भी उपस्थित श्रद्धालुओं का स्वागत किया और माँ दुर्गा से सभी के कल्याण की कामना की।

समारोह का मुख्य आकर्षण

इस वर्ष, पंडाल की भव्यता और धार्मिक अनुष्ठानों ने न केवल स्थानीय लोगों को आकर्षित किया है बल्कि दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं का भी ध्यान खींचा है। पंडाल की भव्यता और माँ दुर्गा की मूर्ति की अद्वितीय सौंदर्य ने भक्तों का मन मोह लिया है।

पूजा समिति के सचिव पप्पू वर्मा ने बताया कि इस बार पंडाल को बेहद कलात्मक और सांस्कृतिक रूप में सजाया गया है, जिससे श्रद्धालु माँ के आशीर्वाद प्राप्त कर सकें। इस बार की पूजा की खास बात यह है कि यह न केवल धार्मिक कार्यक्रमों तक सीमित है, बल्कि इसमें सामाजिक एकजुटता और सामुदायिक भावना का भी प्रदर्शन किया गया है।

सभी श्रद्धालुओं से अपील

पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और बारी मुर्मू ने सभी उपस्थित श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि वे शांतिपूर्ण और श्रद्धापूर्ण तरीके से दुर्गा पूजा मनाएं। उन्होंने कहा, "यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक एकता और सद्भाव का भी संदेश देता है। हम सभी को माँ दुर्गा की कृपा से प्रेरणा लेकर एक बेहतर समाज का निर्माण करना चाहिए।"

कार्यक्रम के अंत में सभी श्रद्धालुओं ने माँ दुर्गा के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया और पूजा समिति के सदस्यों ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।