UP Encounter: पुलिस ने मुठभेड़ में दबोचा विशाल सिंह हत्याकांड का आरोपी, पढ़ें पूरी कहानी!

उत्तर प्रदेश में हुए विशाल सिंह हत्याकांड के आरोपी को पुलिस ने एनकाउंटर में दबोचा। जानें इस घटना से जुड़े सभी तथ्यों को और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।

Nov 19, 2024 - 09:55
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UP Encounter: पुलिस ने मुठभेड़ में दबोचा विशाल सिंह हत्याकांड का आरोपी, पढ़ें पूरी कहानी!
UP Encounter: पुलिस ने मुठभेड़ में दबोचा विशाल सिंह हत्याकांड का आरोपी, पढ़ें पूरी कहानी!

उत्तर प्रदेश में एक और बड़ा एनकाउंटर हुआ है, जिससे पुलिस के साहसिक कदम की चर्चा जोरों पर है। मंगलवार की भोर में देवरिया जिले के एकौना थाना क्षेत्र में पुलिस ने विशाल सिंह हत्याकांड के मुख्य आरोपी मोहम्मद राजा खान को मुठभेड़ में घायल कर पकड़ा। गोरखपुर का रहने वाला यह बदमाश अब महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज में इलाज करवा रहा है। इस एनकाउंटर के दौरान पुलिस ने आरोपी को गोली मारी, जिससे वह घायल हो गया।

विशाल सिंह की हत्या: वजह और हत्यारों की गिरफ्तारी

विशाल सिंह, गोरखपुर के द्विग्विजयनाथ पीजी कॉलेज में बीकॉम द्वितीय वर्ष का छात्र था। 22 वर्षीय विशाल की हत्या कुछ दिन पहले देवरिया जिले के हौली बलिया गांव में हुई थी। शनिवार रात जब वह घर से बाहर निकला, तो उसे चाकू से गोद कर मार डाला गया। इस हत्या ने पूरे जिले में तहलका मचा दिया और पुलिस पर आरोपी को पकड़ने का दबाव बढ़ गया।

पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए बदमाशों की तलाश शुरू की। इसी दौरान, मंगलवार की सुबह करीब 4 बजे एकौना थाना क्षेत्र में पुलिस की एक बड़ी मुठभेड़ हुई, जिसमें मुख्य आरोपी मोहम्मद राजा खान को पकड़ लिया गया। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर विशाल सिंह की हत्या की थी।

वीर प्रताप सिंह का अल्टीमेटम: पुलिस पर दबाव बढ़ा

विशाल सिंह की हत्या के बाद, करणी सेना के अध्यक्ष वीर प्रताप सिंह वीरू ने पुलिस पर दबाव डालते हुए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि हत्यारों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो करणी सेना बड़ा आंदोलन करेगी। वीरू ने कहा था, "पुलिस को अब पैर में गोली मारने का नाटक बंद करना चाहिए और हत्यारों के सीने और सिर में गोली मारनी चाहिए।" इस बयान ने पुलिस और प्रशासन के सामने एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी थी।

पुलिस की कार्रवाई: थानाध्यक्ष का निलंबन

विशाल सिंह हत्याकांड के बाद पुलिस पर कड़ी निगरानी रखी गई। आरोपियों की तलाश में देवरिया पुलिस ने तेजी दिखाई, और 48 घंटे के भीतर मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में एकौना थाना के थानाध्यक्ष दिलीप कुमार पाण्डेय को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया। उनके स्थान पर अभिषेक राय को थानाध्यक्ष के तौर पर नियुक्त किया गया। एसपी संकल्प शर्मा ने यह कार्रवाई करते हुए कहा कि थानाध्यक्ष को घटना में लापरवाह पाया गया था।

क्या कहती है पुलिस?

पुलिस ने विशाल सिंह के पिता विनीत सिंह की तहरीर पर मोहम्मद राजा खान, फैज रैनी, राहुल अली, और विनोद जायसवाल सहित अन्य अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पूरी तत्परता दिखाई है, और एसपी संकल्प शर्मा ने कहा कि अन्य आरोपी जल्द ही गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।

इतिहास में एनकाउंटर: भारत में पुलिस की भूमिका

भारत में पुलिस एनकाउंटर को लेकर हमेशा से विवादों में रही है। ऐसे मामलों में पुलिस की कार्रवाई पर अक्सर सवाल उठते हैं। हालांकि, पुलिस के अनुसार, एनकाउंटर में अपराधियों को पकड़ने का यह तरीका कभी-कभी मजबूरी बन जाता है। भारत में पुलिस द्वारा की गई एनकाउंटर कार्रवाई कई बार आलोचना का कारण भी बनती है, लेकिन कुछ मामलों में यह आवश्यक भी होती है।

विशाल सिंह हत्याकांड: आगे की कार्रवाई

विशाल सिंह की हत्या ने न केवल परिवार बल्कि पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया था। पुलिस की सख्त कार्रवाई और करणी सेना के दबाव के बाद, आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास तेज किए गए। पुलिस ने इस मामले में एक और कदम बढ़ाते हुए पुलिस एनकाउंटर को गंभीरता से लिया और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने का वादा किया।

आपकी राय क्या है?

आप इस एनकाउंटर को लेकर क्या सोचते हैं? क्या पुलिस का यह तरीका सही था या इसे और ज्यादा कानूनी तरीके से सुलझाया जा सकता था? अपनी राय हमें नीचे कमेंट में बताएं।

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