Tatijharia Attack: टाटीझरिया में पत्नी ने खोया आपा, सब्जी काटने के औज़ार से कर दिया पति पर खौफनाक वार!
टाटीझरिया में पारिवारिक विवाद के चलते पत्नी ने पति पर सब्जी काटने वाले औज़ार से हमला कर दिया। पंचायत के बाद भी नहीं सुलझा विवाद। जानिए पूरी घटना।

हजारीबाग/टाटीझरिया – रिश्तों की डोर जब विश्वास और समझदारी से नहीं बंधी होती, तो वह टूटने में देर नहीं लगती। ऐसा ही कुछ हुआ टाटीझरिया में, जहां एक महिला ने घरेलू कलह से परेशान होकर अपने ही पति पर जानलेवा हमला कर दिया।
घटना सोमवार सुबह की है, जब 42 वर्षीय देवधारी यादव, पिता रामेश्वर यादव, अपने घर में मौजूद थे। तभी उनकी पत्नी मंजू देवी ने अचानक चिलौही (सब्जी काटने का लोहे का औज़ार) से उन पर हमला कर दिया।
हमले के बाद घर में अफरा-तफरी मच गई। खून से लथपथ देवधारी को परिजनों ने आनन-फानन में सदर अस्पताल हजारीबाग पहुंचाया, जहां से डॉक्टरों ने स्थिति गंभीर देखते हुए उन्हें रांची रेफर कर दिया। फिलहाल उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
महीनों से चल रही थी कड़वाहट, पंचायतें भी हुईं नाकाम
स्थानीय सूत्रों की मानें तो देवधारी यादव और मंजू देवी के बीच बीते कई महीनों से विवाद चल रहा था। दोनों के रिश्ते इतने तनावपूर्ण हो चुके थे कि गांव की पंचायत को भी बीच में आना पड़ा था। एक बार नहीं, बल्कि कई बार बातचीत के ज़रिये समझौता कराने की कोशिशें हुईं, लेकिन हर बार असफलता ही हाथ लगी।
समाजशास्त्रियों की मानें तो ऐसे रिश्तों में जब संवाद की जगह चुप्पी ले लेती है और समझ की जगह आक्रोश आ जाता है, तो ऐसे हादसे असामान्य नहीं रह जाते।
हमले में इस्तेमाल हुआ "चिलौही" भी बनी चर्चा का विषय
इस मामले में खास बात यह है कि महिला ने जिस औज़ार से हमला किया वह कोई हथियार नहीं, बल्कि एक रसोई का सामान – चिलौही है, जिसे सब्जी काटने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। अब यही औज़ार एक घरेलू हिंसा के प्रतीक के तौर पर चर्चा का केंद्र बन गया है।
यह पहला मामला नहीं है जब घरेलू कलह का अंजाम हिंसक हमले में बदल गया हो। झारखंड में घरेलू हिंसा की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड में पति-पत्नी के बीच झगड़े, आत्महत्या और हमले जैसे मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है।
पुलिस जांच में जुटी, कार्रवाई के लिए इंतजार
थाना प्रभारी सरोज सिंह चौधरी ने बताया कि पुलिस को इस संबंध में अभी तक कोई लिखित शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। जैसे ही आवेदन मिलेगा, कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पुलिस परिवार वालों से बयान लेने और घटना की पुष्टि करने में जुटी हुई है।
सवालों के घेरे में फिर आया "दांपत्य संवाद"
टाटीझरिया की यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या रिश्तों में संवाद और सहनशीलता की जगह अब हिंसा ने ले ली है? पंचायतें, समझौते और सामाजिक दबाव भी अब क्या बेअसर हो चुके हैं?
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