जमशेदपुर की स्वाति घोष को पेरिस में मिला अंतरराष्ट्रीय कला सम्मान
जमशेदपुर की प्रसिद्ध कलाकार स्वाति घोष को पेरिस में आर्ट्स-साइंसेस-लेट्रेस सोसाइटी द्वारा प्रतिष्ठित सम्मान मिला। उन्होंने भारतीय कला का मान बढ़ाया है।
जमशेदपुर, 9 अक्टूबर 2024 - प्रसिद्ध भारतीय कलाकार स्वाति घोष को पेरिस, फ्रांस में आयोजित एक भव्य समारोह में आर्ट्स-साइंसेस-लेट्रेस सोसाइटी द्वारा प्रतिष्ठित डिप्लोमे दे मेडल दे एतान से सम्मानित किया गया। यह सम्मान 1915 में रेन फ्लेमेंट द्वारा स्थापित इस प्रतिष्ठित शैक्षणिक सोसाइटी द्वारा दिया जाता है। यह सोसाइटी कला, साहित्य और विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले व्यक्तियों को पहचानती है।
स्वाति घोष इस समारोह में सम्मानित होने वाली एकमात्र भारतीय थीं। उन्होंने भारतीय और अंतरराष्ट्रीय कला में अपने उत्कृष्ट योगदान के लिए यह सम्मान अर्जित किया। स्वाति का कार्य आधुनिक चित्रकला की सीमाओं को पार करते हुए भारतीय कलात्मक धरोहर को वैश्विक मंच पर लाने का कार्य कर रहा है।
आर्ट्स-साइंसेस-लेट्रेस सोसाइटी, जो एक सदी से भी अधिक पुरानी है, उन व्यक्तियों को पहचानने के लिए प्रसिद्ध है जिन्होंने अपने कार्यों के माध्यम से संस्कृति को बढ़ावा दिया है। इस सोसाइटी ने अतीत में कई प्रभावशाली व्यक्तियों को सम्मानित किया है।
स्वाति घोष ने सम्मान प्राप्त करने के बाद अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा, "इतने सम्मानित व्यक्तियों के बीच इस पुरस्कार को प्राप्त करना मेरे लिए बड़े गर्व की बात है। यह सम्मान न केवल मेरी व्यक्तिगत यात्रा का मील का पत्थर है, बल्कि वैश्विक मंच पर भारतीय कला की समृद्धि को भी उजागर करता है।"
उनका कार्य आने वाली पीढ़ियों के कलाकारों को प्रेरित करता रहेगा। स्वाति घोष का यह सम्मान भारत के लिए गर्व का क्षण है। एकमात्र भारतीय नागरिक के रूप में, उन्होंने फिर से वैश्विक स्तर पर भारतीय कला का कद ऊंचा किया है।
स्वाति के इस सम्मान से न केवल उनकी मेहनत की पहचान हुई है, बल्कि इससे भारतीय कला को भी एक नई दिशा मिली है। उनके कार्य से अन्य कलाकारों को भी प्रेरणा मिलेगी और वे भी अपनी कला को वैश्विक स्तर पर पहचान दिला सकेंगे।
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