निर्मल महतो के विचार और आदर्शों को स्थापित करना सामूहिक जिम्मेदारी: सुदेश महतो
सुदेश महतो ने शहीद निर्मल महतो के शहादत दिवस पर रांची में माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। पढ़ें, उन्होंने क्या कहा और कैसे उन्होंने उनके योगदानों को याद किया।
रांची: शहीद निर्मल महतो के शहादत दिवस पर झारखंड के प्रमुख नेता सुदेश महतो ने उनके विचारों और आदर्शों को स्थापित करने की सामूहिक जिम्मेदारी की बात की। सुदेश महतो ने जेल चौक स्थित निर्मल महतो की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके योगदानों को याद किया।
निर्मल महतो के योगदानों को नहीं भुलाया जा सकता
सुदेश महतो ने कहा, "निर्मल दा के विचारों और आदर्शों को स्थापित करना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। अलग राज्य आंदोलन में उनके योगदानों को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है।" इस अवसर पर उन्होंने निर्मल महतो के योगदानों को स्मरण करते हुए उनके विचारों को आगे बढ़ाने की अपील की।
श्रद्धांजलि और माल्यार्पण
शहीद निर्मल महतो के शहादत दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में सुदेश महतो ने जेल चौक स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर कई अन्य नेता और समाजसेवी भी उपस्थित थे जिन्होंने निर्मल महतो के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
जय झारखंड का नारा
सुदेश महतो ने अपने संदेश में कहा, "निर्मल दा अमर रहें, जय झारखंड।" उन्होंने झारखंड के विकास और शहीदों के सम्मान के लिए अपने संकल्प को दोहराया और झारखंड की जनता से भी अपील की कि वे निर्मल महतो के आदर्शों और विचारों को अपने जीवन में अपनाएं।
इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम ने झारखंड की जनता को एक बार फिर से निर्मल महतो के बलिदान और उनके विचारों की याद दिलाई। जय झारखंड के नारे के साथ सुदेश महतो ने इस दिन को ऐतिहासिक बना दिया।
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