Simdega Attempt: पशु तस्करों ने पुलिस को कुचलने की कोशिश, चार गिरफ्तार

झारखंड के सिमडेगा जिले में पशु तस्करों ने पुलिस टीम पर जानलेवा हमला करते हुए भागने की कोशिश की। जानें कैसे पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया।

Dec 26, 2024 - 10:26
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Simdega Attempt: पशु तस्करों ने पुलिस को कुचलने की कोशिश, चार गिरफ्तार
Simdega Attempt: पशु तस्करों ने पुलिस को कुचलने की कोशिश, चार गिरफ्तार

सिमडेगा, 26 दिसंबर: झारखंड के सिमडेगा जिले के जलडेगा क्षेत्र में पुलिस की सतर्कता ने एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया। मंगलवार की रात गांगूटोली चौक पर पशु तस्करों ने वाहन चेकिंग अभियान के दौरान पुलिस पर जानलेवा हमला किया। तेज गति से आ रही एक कार ने पुलिस टीम को कुचलने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की तत्परता से चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।

कैसे घटी यह घटना?

जलडेगा थाना प्रभारी जीतेंद्र कुमार ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि मवेशियों की तस्करी के लिए एक वाहन इस क्षेत्र से गुजरने वाला है। इसके बाद पुलिस ने गांगूटोली चौक पर वाहन चेकिंग अभियान शुरू किया।

रात के समय बांसजोर की ओर से एक तेज गति वाली कार आती दिखी। पुलिस ने वाहन रुकने का इशारा किया, लेकिन कार चालक ने रुकने के बजाय पुलिस टीम पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की। इस हमले में एक जवान को हल्की चोटें आईं।

कैसे पकड़े गए आरोपी?

पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए भागती हुई कार का पीछा किया। थोड़ी ही दूरी पर पुलिस ने वाहन को रोककर उसमें सवार चार आरोपियों—ताहिर मियां, समी खान, अयान खान और संजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया।

इतिहास: पशु तस्करी और पुलिस पर हमले का पुराना मामला

झारखंड में पशु तस्करी का यह पहला मामला नहीं है। 20 जुलाई 2022 को रांची के तुपुदाना थाने की तत्कालीन महिला थाना प्रभारी संध्या टोपनो की हत्या ने पूरे राज्य को हिला दिया था।

संध्या टोपनो भी मवेशियों की तस्करी की गुप्त सूचना पर वाहन चेकिंग अभियान चला रही थीं। उसी दौरान मवेशियों से भरे एक वाहन ने उन्हें कुचल दिया था। तस्करों ने दारोगा को 50 मीटर तक वाहन के साथ घसीटा, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

जलडेगा में पकड़े गए ताहिर मियां को संध्या टोपनो की हत्या के मामले में भी आरोपी बताया गया है। यह गिरफ्तारी पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।

पशु तस्करी: झारखंड में बढ़ती चुनौती

झारखंड में मवेशियों की तस्करी लंबे समय से एक बड़ी समस्या रही है। तस्कर अक्सर पुलिस की चेकिंग से बचने के लिए हिंसक तरीकों का सहारा लेते हैं।

गांगूटोली चौक की घटना ने पुलिस पर तस्करों के बढ़ते हमलों की ओर ध्यान आकर्षित किया है। हालांकि, पुलिस की तत्परता ने न केवल हमले को टाल दिया बल्कि आरोपियों को गिरफ्तार कर तस्करी की बड़ी साजिश को भी नाकाम कर दिया।

पुलिस की अपील

झारखंड पुलिस ने लोगों से अपील की है कि यदि वे किसी संदिग्ध वाहन या गतिविधि को देखें, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। उन्होंने यह भी कहा कि अपराधियों से निपटने के लिए राज्य में सुरक्षा उपायों को और मजबूत किया जाएगा।

सावधानी और सुरक्षा के उपाय

  1. पुलिस और जनता को सतर्क रहना चाहिए।
  2. गुप्त सूचना पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए।
  3. संदिग्ध वाहनों और गतिविधियों की जानकारी पुलिस को दें।

जलडेगा की यह घटना दर्शाती है कि झारखंड में मवेशियों की तस्करी एक गंभीर समस्या है। हालांकि, पुलिस की मुस्तैदी और त्वरित कार्रवाई ने यह साबित किया है कि कानून के हाथ अपराधियों से कहीं ज्यादा लंबे हैं।

आपका क्या कहना है झारखंड में बढ़ती पशु तस्करी और इस पर पुलिस की कार्रवाई के बारे में? अपने विचार साझा करें और इस खबर को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए शेयर करें।

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