शिक्षक श्यामल मंडल को विदाई: शिक्षकीय सफर का हुआ समापन

मध्य विद्यालय गीतिलता के वरीय शिक्षक श्यामल मंडल को सेवानिवृत्ति पर सम्मानित किया गया। जानिए उनके योगदान और विदाई समारोह के बारे में।

Aug 1, 2024 - 13:22
Aug 1, 2024 - 13:24
शिक्षक श्यामल मंडल को विदाई: शिक्षकीय सफर का हुआ समापन
शिक्षक श्यामल मंडल को विदाई: शिक्षकीय सफर का हुआ समापन

झारखंड के टका प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय गीतिलता में वरिष्ठ शिक्षक श्यामल कुमार मंडल को उनके सेवानिवृत्ति पर एक भव्य विदाई समारोह का आयोजन किया गया। यह समारोह न केवल उनके शिक्षकीय सफर की समाप्ति का प्रतीक था, बल्कि उनके योगदान को सम्मानित करने का एक अवसर भी था।

विदाई समारोह की मुख्य बातें:

समारोह में विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया, जिसमें पंचायत के मुखिया अमृत मांझी, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी विनय कुमार दुबे, और झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के महासचिव निखिल मंडल शामिल थे। श्यामल मंडल को छात्र-छात्राओं के लिए एक कुशल कारीगर और समाज के स्पष्ट वक्ता के रूप में पहचाना जाता है।

श्यामल मंडल का शिक्षकीय सफर:

श्यामल मंडल ने न केवल मध्य विद्यालय गीतिलता में बल्कि प्राथमिक विद्यालय मुड़ाल चाकुलिया, उच्च विद्यालय जादूगोड़ा, और मनोहरलाल प्लस टू उच्च विद्यालय चाकुलिया में भी अपनी सेवाएँ दी हैं। उनके द्वारा बच्चों के लिए किए गए कार्यों की चर्चा करते हुए निखिल मंडल ने कहा कि उन्होंने बाल विवाह और बाल मजदूरी के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता:

निखिल मंडल ने यह भी बताया कि मंडल ने निजी खर्च से कई बच्चों के लिए पढ़ाई की सामग्री उपलब्ध कराई और रात्रि पाठशाला के माध्यम से शिक्षा का अलख जगाया। उनकी यह प्रतिबद्धता शिक्षा के प्रति प्रेरणादायक है और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का काम करती है।

समारोह में शामिल लोग:

समारोह में अनेक प्रतिष्ठित व्यक्तियों की उपस्थिति रही, जैसे कि पंचायत समिति सदस्य चरण सिंह, जिला अध्यक्ष अरुण सिंह, और अन्य स्थानीय शिक्षक एवं समाजसेवी। सभी ने श्यामल मंडल के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके कार्यों की सराहना की।

श्यामल कुमार मंडल का विदाई समारोह उनकी शिक्षकीय यात्रा के समापन का एक अध्याय है, जिसमें उन्होंने न केवल शिक्षा को बढ़ावा दिया बल्कि समाज में भी कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया। उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा और उनके काम से आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा मिलेगी।

Chandna Keshri मैं स्नातक हूं, लिखना मेरा शौक है।