शास्त्री जी: सादगी और बुलंद हौसलों के प्रतीक, जिन्होंने दुश्मनों को झुकाया
भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने सादगी और नैतिकता के साथ दुनिया को दिखा दिया कि बुलंद हौसलों से हर युद्ध जीता जा सकता है। जानिए, जमशेदपुर में उनके सम्मान में आयोजित कार्यक्रम की खास बातें।
जमशेदपुर: 2 अक्टूबर 2024, बुधवार को पूर्व सैनिक सेवा परिषद, सेवा भारती और क्रीड़ा भारती ने जमशेदपुर में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में भारत रत्न और दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री और महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाध्यक्ष हवलदार विनय यादव द्वारा किया गया, जिन्होंने गांधी जी और शास्त्री जी की तस्वीर पर माल्यार्पण किया।
इस अवसर पर संगठन के कुंदन सिंह ने अपने संबोधन में कहा, "महात्मा गांधी ने अपने नम्रतापूर्ण व्यवहार से आंदोलन को गति दी और दुश्मनों को झुकाया। उसी तरह, लाल बहादुर शास्त्री जी ने नैतिकता और बुलंद हौसलों से पाकिस्तान और अमेरिका सहित पूरी दुनिया को दिखा दिया कि भारत किसी से कम नहीं है।"
विनय कुमार यादव ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया और बताया कि कैसे महात्मा गांधी और शास्त्री जी ने भारत को एक अलग पहचान दी। उन्होंने कहा कि इन दोनों महान हस्तियों के योगदान से आज भारत दुनिया के नक्शे पर सम्मान के साथ खड़ा है।
इस कार्यक्रम में "भारत माता की जय" और "वंदे मातरम" के जयकारों के बीच वीर बलिदानियों को भी नमन किया गया। इसके अलावा, कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों ने देश के इन महान नायकों के विचारों और आदर्शों को अपनाने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम में वरुण कुमार, सुखविंदर सिंह, अवधेश कुमार, प्रवीण कुमार पांडे, अमरनाथ जी, अनिल सिंह, राजीव कुमार, राजेश कुमार, मोहन दुबे, निखिल सिन्हा, बिरजू कुमार, शशि भूषण सिंह, आमोद कुमार, गौतम लाल, जीएस यादव और अन्य लोग उपस्थित थे।
कार्यक्रम के अंत में सभी ने शास्त्री जी और महात्मा गांधी के बताए मार्ग पर चलने का प्रण लिया।
What's Your Reaction?