रामचंद्र साहिस के पक्ष में प्रचार की कमान उनकी पत्नी और बेटे ने संभाली, ग्रामीणों में उत्साह का माहौल
रामचंद्र साहिस के लिए प्रचार की जिम्मेदारी अब उनकी पत्नी सरस्वती साहिस और बेटे सत्यजीत साहिस ने ली। जानिए कैसे वे जुगसलाई विधानसभा में बदलाव लाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
जुगसलाई: 10 नवम्बर 2024 को एनडीए प्रत्याशी और आजसू के केंद्रीय प्रधान महासचिव रामचंद्र साहिस के पक्ष में प्रचार प्रसार का काम उनकी पत्नी सरस्वती साहिस और बेटे सत्यजीत साहिस ने अपने कंधे पर ले लिया। दोनों ने मिलकर जगह-जगह प्रचार किया और रामचंद्र साहिस को जीत दिलाने का संकल्प लिया। वे दिन-रात करीब 10 घंटे काम कर रहे हैं और उनके प्रचार से क्षेत्र में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है।
इस दौरान सरस्वती साहिस ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "मेरे पति ने बोड़ाम और पटमदा क्षेत्र में जो विकास कार्य किए हैं, उसे हम जनता के बीच रख रहे हैं। उनके पास जुगसलाई विधानसभा का समुचित विकास करने का सपना है, और मैं पूरी तरह आश्वस्त हूं कि जनता उनका साथ देगी। पिछले पांच सालों में वर्तमान विधायक ने लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है। महिलाओं की सुरक्षा, परिवार नियोजन, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कोई खास काम नहीं किया गया है।"
सरस्वती साहिस ने कहा कि वह इस मिट्टी में पली-बढ़ी हैं और यहां के समस्याओं को अच्छे से समझती हैं। वह जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को हल करने का वादा कर रही हैं।
वहीं, उनके बेटे सत्यजीत साहिस ने भी रामचंद्र साहिस के प्रचार में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने "रामचंद्र सेना" बनाई है, जिसमें युवाओं की टोली शामिल है। सत्यजीत ने बताया, "मेरे पिता शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति बेहद सजग हैं। वर्तमान विधायक ने इन क्षेत्रों में कोई सुधार नहीं किया। अब लोग जागरूक हो चुके हैं और वे रामचंद्र साहिस को अपने मतों से जीत दिलाएंगे।"
इस जनसंपर्क अभियान में सरस्वती साहिस और सत्यजीत साहिस के साथ उनके परिवार के अन्य सदस्य भी शामिल थे। इस मौके पर आरती महतो, वंदना महतो, रेणुका महतो, लक्ष्मी साहिस, कागजी महतो समेत अन्य लोग भी मौजूद थे।
रामचंद्र साहिस के पक्ष में हो रही इस जबरदस्त जनसमर्थन से क्षेत्र में एक नया उत्साह और जोश देखने को मिल रहा है।
What's Your Reaction?