चुनावी मौसम में बड़ी कार्रवाई: सरायकेला में भारी मात्रा में अवैध विदेशी शराब और वाहन जब्त, दो गिरफ्तार
सरायकेला जिले में विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग के गाइडलाइन के तहत बड़े पैमाने पर मादक पदार्थों के खिलाफ कार्रवाई। गम्हरिया थाना क्षेत्र में छापेमारी कर भारी मात्रा में अवैध विदेशी शराब, वाहन और अन्य सामग्री जब्त। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।
विधानसभा चुनावों को लेकर झारखंड में प्रशासन का चप्पा-चप्पा सतर्क है, और निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार अवैध गतिविधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। इस क्रम में सरायकेला जिले के उपायुक्त एवं चुनाव अधिकारी के निर्देश पर उत्पाद विभाग ने अवैध मादक पदार्थों की रोकथाम के लिए विशेष अभियान छेड़ दिया है। बुधवार देर रात, सरायकेला के उत्पाद अधीक्षक सौरभ तिवारी के नेतृत्व में गठित टीम ने गम्हरिया थाना अंतर्गत जसपुर गांव में भारी मात्रा में अवैध विदेशी शराब और कई वाहनों का जखीरा बरामद किया।
गुप्त सूचना के आधार पर की गई इस छापेमारी में टीम ने अलग-अलग ब्रांड की विदेशी शराब के ढेरों कार्टन, स्कॉर्पियो और बोलेरो पिकअप वैन जैसे वाहन, शराब के खाली बोतलें और रैपर भी बरामद किए। माना जा रहा है कि ये सभी सामग्री चुनाव के दौरान मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए संग्रहित की गई थी, जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। उत्पाद विभाग के अनुसार, यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है, जो चुनाव से पहले जिले में अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने के प्रयासों का हिस्सा है।
संदिग्ध गतिविधियों पर कार्रवाई
इस दौरान, टीम ने मौके पर उपस्थित दो व्यक्तियों—बादल मंडल और मनोहर मंगल को हिरासत में लिया। पूछताछ के बाद इन दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इनके खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और इनसे जुड़ी अन्य संभावित अपराधियों का भी पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। चुनाव के दौरान अवैध शराब का वितरण एक गंभीर मुद्दा है, और निर्वाचन आयोग इसे रोकने के लिए पूरी तत्परता से जुटा है।
चुनाव आयोग की सख्ती: अवैध गतिविधियों पर पूर्ण अंकुश
चुनावों के दौरान मतदाताओं को लुभाने के लिए कई बार शराब, नगदी और अन्य सामग्रियों का प्रयोग किया जाता है। चुनाव आयोग के गाइडलाइन के तहत यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हो। इसे ध्यान में रखते हुए, इस प्रकार की अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए पूरे राज्य में विशेष निगरानी दलों की तैनाती की गई है। सरायकेला जिले में इस समय उत्पाद विभाग के साथ-साथ जिला प्रशासन की भी टीम सतर्क है और नियमित रूप से छापेमारी कर रही है।
अधिकारियों की तत्परता और स्थानीय टीम की भूमिका
इस कार्रवाई में उत्पाद अधीक्षक सौरभ तिवारी के साथ अवर निरीक्षक अखिलेश कुमार, नीरज कुमार, सहायक निरीक्षक शंभू सिंह और गृह रक्षा दल के अन्य सदस्य भी शामिल थे। इनके सामूहिक प्रयासों के कारण यह सफलता मिली। इन अधिकारियों का कहना है कि चुनाव आयोग के निर्देश पर अब चुनावी माहौल में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि को बढ़ावा नहीं दिया जाएगा और लगातार निगरानी रखी जाएगी।
छापेमारी की निरंतरता
यह कार्रवाई एक संकेत है कि आगामी चुनावों में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों के लिए कोई जगह नहीं है। चुनाव आयोग द्वारा हर चुनाव से पहले इस तरह के सख्त निर्देश दिए जाते हैं ताकि समाज में साफ-सुथरी चुनावी प्रक्रिया हो सके। इस तरह की छापेमारी से यह साफ संदेश जाता है कि प्रशासन अवैध गतिविधियों को लेकर बेहद गंभीर है और किसी को भी मतदाताओं को प्रभावित करने का मौका नहीं दिया जाएगा।
जन जागरूकता भी है महत्वपूर्ण
इस प्रकार की छापेमारी से न केवल कानून का उल्लंघन करने वालों को सबक मिलता है, बल्कि आम जनता को भी जागरूक किया जा रहा है। मतदाताओं को अपने वोट का महत्व समझना चाहिए और किसी भी प्रकार की लालच से दूर रहना चाहिए। केवल उसी प्रत्याशी को चुना जाना चाहिए जो समाज के हित में काम करे, न कि जो अवैध साधनों का सहारा लेकर जनता को प्रभावित करना चाहे।
चुनावी माहौल में इस तरह की कार्रवाइयों से साफ हो जाता है कि निर्वाचन आयोग और स्थानीय प्रशासन किसी भी स्तर पर अवैध गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। जनता को भी यह समझने की आवश्यकता है कि एक अच्छा नेता वही है जो समाज के लिए निष्पक्ष तरीके से कार्य करे और चुनाव के समय किसी भी तरह की लालच से दूर रहे।
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