Saraikela Murder: सब इंस्पेक्टर अरुण कुमार सिंह की रहस्यमयी मौत से फैली सनसनी
सरायकेला-खरसावां जिले में तड़के सुबह सनसनी फैल गई जब आरआईटी थाना क्षेत्र स्थित जागृति मैदान के पास सब इंस्पेक्टर अरुण कुमार सिंह का शव बरामद हुआ। रांची से मालखाना का चार्ज देने आए अरुण सिंह अगले साल रिटायर होने वाले थे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।

सरायकेला-खरसावां जिले से शनिवार तड़के एक ऐसी घटना सामने आई जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। आरआईटी थाना क्षेत्र के जागृति मैदान के उत्तरी छोर स्थित मुर्गा दुकान के पास से सब इंस्पेक्टर अरुण कुमार सिंह का शव मिलने से सनसनी फैल गई। जैसे ही यह खबर फैली, स्थानीय लोगों से लेकर पुलिस महकमे तक में हलचल मच गई।
क्या है पूरा मामला?
मिली जानकारी के अनुसार, अरुण कुमार सिंह रांची से सरायकेला आए थे। उनका मकसद था मालखाना का चार्ज देना। अरुण सिंह पूर्व में आरआईटी थाने में ही पदस्थापित रह चुके थे और अगले साल उनकी रिटायरमेंट होने वाली थी। यानी ज़िंदगी के एक नए पड़ाव की तैयारी कर रहे थे। लेकिन उससे ठीक पहले ऐसी रहस्यमयी मौत ने सभी को सन्न कर दिया।
शनिवार सुबह स्थानीय लोगों ने देखा कि मुर्गा दुकान के पीछे उनका शव पड़ा हुआ है। तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
अरुण सिंह की पहचान और पृष्ठभूमि
सब इंस्पेक्टर अरुण कुमार सिंह का पुलिस सेवा में लंबा अनुभव रहा है। वह लंबे समय तक आरआईटी थाना क्षेत्र में कार्यरत रहे और स्थानीय लोग उन्हें एक सख़्त मगर मददगार पुलिसकर्मी के रूप में जानते थे। उनकी पहचान एक ईमानदार अफसर की रही है।
ऐसे में उनकी अचानक मौत ने न सिर्फ पुलिस महकमे को बल्कि पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है।
रहस्य गहराता जा रहा है
स्थानीय लोगों में चर्चा है कि यह कोई सामान्य मौत नहीं है। चूंकि शव जिस जगह मिला, वह सुनसान इलाका है और मुर्गा दुकान के पीछे का कोना देर रात को अक्सर खाली रहता है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर अरुण सिंह वहां कैसे पहुंचे और उनकी मौत कैसे हुई?
कुछ लोगों का कहना है कि यह हत्या हो सकती है, जबकि पुलिस अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतज़ार कर रही है।
पुलिस जांच में जुटी
फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। एसपी ऑफिस से विशेष टीम गठित की गई है। अधिकारियों ने कहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारणों का खुलासा हो पाएगा। हालांकि पुलिस इस मामले को बेहद गंभीरता से ले रही है।
इलाके में डर और दहशत
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में डर का माहौल है। लोग कह रहे हैं कि अगर एक पुलिस अधिकारी ही असुरक्षित है, तो आम जनता की सुरक्षा का क्या होगा?
साथ ही, चूंकि अरुण सिंह जल्द ही सेवानिवृत्त होने वाले थे, इसलिए लोग यह भी सवाल उठा रहे हैं कि कहीं यह कोई साजिश तो नहीं?
इतिहास से जुड़ी कड़ियां
सरायकेला-खरसावां जिला अक्सर सुर्खियों में रहा है। कभी नक्सली घटनाओं के कारण, तो कभी कानून व्यवस्था के मसले पर। अब इस जिले में एक पुलिस अधिकारी का शव मिलने की घटना ने प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सब इंस्पेक्टर अरुण कुमार सिंह की मौत महज़ एक दुर्घटना है या इसके पीछे कोई बड़ी साज़िश छुपी है? यह तो आने वाली जांच और रिपोर्ट ही बताएगी। लेकिन एक बात साफ है—यह घटना आने वाले दिनों में पूरे झारखंड की राजनीति और पुलिस प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।
What's Your Reaction?






