SaraiKela Journalist Threat: सरायकेला जिले में पत्रकार मनीष कुमार को जान से मारने की धमकी: पुलिस को दी शिकायत
सरायकेला जिले के पत्रकार मनीष कुमार को जान से मारने की धमकी दी गई। जानिए पूरी घटना और पत्रकारिता के स्वतंत्र अधिकार के उल्लंघन पर मनीष कुमार ने क्या कदम उठाए।
सरायकेला: सरायकेला जिले के गम्हरिया थाना क्षेत्र के जगन्नथपुर रोड नंबर 12 के निवासी पत्रकार मनीष कुमार को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। यह धमकी उस समय दी गई, जब मनीष कुमार ने जिले में हो रही अवैध गतिविधियों और अनियमितताओं पर अपनी पत्रकारिता के माध्यम से खबरें प्रकाशित की थीं। इस मामले में मनीष कुमार ने गम्हरिया थाना प्रभारी को पत्र लिखकर शिकायत दर्ज करवाई है, जिसमें उन्होंने बताया कि हाल ही में उन्होंने जिले में अवैध रूप से चल रहे ईंट भट्ठों पर एक रिपोर्ट तैयार की थी, जिसमें एक बड़े कारोबारी महादेवा नायक का नाम शामिल था।
क्या था रिपोर्ट में? मनीष कुमार की रिपोर्ट में महादेवा नायक द्वारा चलाए जा रहे अवैध ईंट भट्ठे के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई थी। रिपोर्ट में जीपीएस फोटो और अन्य तथ्य पेश किए गए थे, जो साबित करते थे कि यह ईंट भट्ठा नियमों के खिलाफ चलाया जा रहा है। इस रिपोर्ट के प्रकाशन के बाद, कारोबारी महादेवा नायक ने मनीष कुमार को धमकी देना शुरू कर दिया। रिपोर्ट को लेकर उन्होंने मनीष कुमार के घर आकर 20-25 लोगों के साथ उन्हें उठा लेने की धमकी दी थी।
धमकी का मामला बढ़ा 14 जनवरी की शाम को मनीष कुमार को एक अज्ञात नंबर +17722916609 से कॉल आई, जिसमें उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। मनीष कुमार और उनका परिवार इस धमकी से डर गए हैं और उन्होंने इस घटना को पत्रकारिता के स्वतंत्र अधिकार का उल्लंघन बताया है। उनका मानना है कि यह धमकी पत्रकारिता के स्वतंत्रता पर हमला है और इसे किसी भी हाल में सहन नहीं किया जा सकता।
पत्रकारिता का स्वतंत्र अधिकार और धमकी का असर मनीष कुमार ने कहा कि पत्रकारिता का कार्य समाज में चल रहे गलत कामों का पर्दाफाश करना है, और इस तरह की धमकियों से वे पीछे नहीं हटने वाले हैं। उनका कहना है कि यह धमकी न केवल उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए खतरा है, बल्कि यह पत्रकारिता के स्वतंत्र अधिकार का हनन भी है। इस कारण उन्होंने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि इस मामले में आरोपी महादेवा नायक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह के धमकी देने वाले लोगों को कड़ी सजा मिल सके।
मनीष कुमार की साहसिकता मनीष कुमार ने अपने काम में जो साहस और ईमानदारी दिखाई है, वह दूसरों के लिए एक प्रेरणा है। उन्होंने न केवल अवैध कारोबार के खिलाफ आवाज उठाई, बल्कि किसी भी प्रकार की धमकी से डरकर अपनी जिम्मेदारी से मुंह नहीं मोड़ा। उनका यह कदम उन सभी पत्रकारों के लिए एक आदर्श बन सकता है, जो समाज की सच्चाई को उजागर करने में विश्वास रखते हैं।
समाज में अवैध गतिविधियों का पर्दाफाश मनीष कुमार की रिपोर्ट ने अवैध गतिविधियों और अनियमितताओं को उजागर किया, जो समाज के लिए बेहद महत्वपूर्ण था। यह दिखाता है कि कैसे पत्रकारिता समाज की आंख और कान का काम करती है, और कैसे गलत कामों के खिलाफ आवाज उठाना जरूरी है। मनीष कुमार जैसे साहसी पत्रकारों के कारण ही समाज में बदलाव आता है और कई मुद्दों पर रोशनी डालने का काम होता है।
What's Your Reaction?