Ranchi Encounter: रातू में मुठभेड़! पुलिस और राहुल दुबे गिरोह के सदस्यों के बीच फायरिंग, 2 अपराधी घायल और 8 पिस्तौल बरामद, शहर में दहशत
रांची के रातू थाना क्षेत्र में शुक्रवार सुबह पुलिस और राहुल दुबे गिरोह के अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुई। जवाबी फायरिंग में दो अपराधी घायल हुए और दो गिरफ्तार किए गए। अपराधियों के पास से कुल 8 पिस्तौल बरामद किए गए। घायलों का इलाज जारी।
झारखंड की राजधानी रांची शुक्रवार की सुबह अपराधियों और पुलिस के बीच हुई गोलीबारी से दहल उठी। रातू थाना क्षेत्र में हुई इस मुठभेड़ ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि रांची के आसपास के इलाकों में अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं और पुलिस को किस तरह के खतरनाक जोखिम उठाने पड़ रहे हैं। इस फायरिंग में कुख्यात राहुल दुबे गिरोह के चार सदस्यों को पकड़ा गया है, जिनके पास से हथियारों का एक बड़ा जखीरा बरामद हुआ है।
रांची और उसके आसपास के औद्योगिक इलाकों का इतिहास यह दर्शाता है कि यहां हमेशा रंगदारी और गिरोहबंदी सक्रिय रही है। हाल के दिनों में राहुल दुबे जैसे गैंगस्टरों की बढ़ती सक्रियता पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुकी थी। यह मुठभेड़ पुलिस की एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।
अपराधियों ने पहले की फायरिंग, पुलिस का करारा जवाब
ग्रामीण एसपी प्रवीण पुष्कर के अनुसार, पुलिस को सूचना मिली थी कि राहुल दुबे गिरोह के सदस्य खलारी और रातू रोड थाना क्षेत्र की सीमा पर किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की तैयारी में मौजूद थे।
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मुठभेड़ की शुरुआत: पुलिस दल-बल के साथ जब वहां पहुँची, तो अपराधियों ने पुलिस को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी। इससे पुलिस के दो जवान घायल हो गए।
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जवाबी कार्रवाई: अपराधियों की तरफ से हुई अचानक फायरिंग के बाद, पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए गोलीबारी शुरू कर दी। पुलिस की फायरिंग में दो अपराधी घायल हो गए।
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फरार होने की कोशिश: गोलीबारी के बीच दो अन्य अपराधियों ने मौका देखकर वहां से भागने की कोशिश की। उन्हें पकड़ने के क्रम में एक पुलिस जवान के पैर में मोच भी आ गई। हालांकि, भागने की कोशिश कर रहे इन दोनों अपराधियों को भी पकड़ लिया गया।
8 पिस्तौल बरामद, घायलों का इलाज जारी
इस सफल मुठभेड़ में पुलिस ने राहुल दुबे गिरोह के कुल चार सदस्यों को हिरासत में ले लिया है। इन सभी अपराधियों के पास से जो बरामदगी हुई है, वह गिरोह की बड़ी योजना की ओर इशारा करती है।
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हथियारों का जखीरा: चारों अपराधियों के पास से कुल 8 पिस्तौल बरामद किए गए हैं। इतनी बड़ी संख्या में हथियारों का बरामद होना बताता है कि वे किसी बड़ी और हिंसक वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे।
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घायलों की स्थिति: पुलिस की फायरिंग में घायल हुए दोनों अपराधियों को फिलहाल इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, घायल पुलिस जवानों को भी प्राथमिक उपचार दिया गया है।
फिलहाल पुलिस सभी अपराधियों से पूछताछ कर रही है और उन्हें जेल भेजने की तैयारी चल रही है। यह मुठभेड़ न सिर्फ एक बड़ी अपराध योजना को टालने में सफल रही, बल्कि यह राहुल दुबे गिरोह के लिए एक बड़ा झटका भी है। स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस साहसिक कार्रवाई की सराहना की है।
आपकी राय में, अपराधियों और गैंगस्टरों की सक्रियता वाले क्षेत्रों में पुलिस को गश्त और खुफिया तंत्र को बेहतर बनाने के लिए कौन से दो विशिष्ट तकनीकी उपाय करने चाहिए?
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