Ranchi Protest: एसडीओ की पत्नी की संदिग्ध मौत पर हंगामा, सड़कों पर उतरे लोग
झारखंड के हजारीबाग एसडीओ की पत्नी की संदिग्ध मौत के बाद रांची और हजारीबाग में परिजनों और स्थानीय लोगों का हंगामा। जानें मामले की पूरी जानकारी।
रांची: झारखंड के हजारीबाग सदर के एसडीओ अशोक कुमार की पत्नी अनीता कुमारी (37) की संदिग्ध परिस्थिति में मौत के बाद हजारीबाग और रांची में माहौल गरमा गया। अनीता, जो 26 दिसंबर को हजारीबाग स्थित एसडीओ आवास में आग लगने से झुलस गई थीं, ने शनिवार तड़के रांची के देवकमल अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
मृतका के परिजनों ने इस मामले में एसडीओ अशोक कुमार और उनके परिवार पर हत्या का आरोप लगाते हुए गिरफ्तारी की मांग की है। मामले ने इतना तूल पकड़ा कि रांची और हजारीबाग में सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए और जमकर प्रदर्शन किया।
कैसे हुई घटना?
अनीता कुमारी 26 दिसंबर को अपने आवास में संदिग्ध स्थिति में झुलस गई थीं। परिजनों का दावा है कि अनीता को जलाकर मारा गया, जबकि एसडीओ के पिता दुर्योधन साव का कहना है कि अनीता ने खुद तेल छिड़ककर आग लगाई।
दुर्योधन साव ने यह भी कहा कि उनके बेटे अशोक कुमार को एसडीओ जैसे प्रतिष्ठित पद पर होने के कारण फंसाने की कोशिश की जा रही है।
अस्पताल में हंगामा और सड़क पर प्रदर्शन
अनीता की मौत की खबर मिलते ही सुबह 8 बजे उनके करीब 20 परिजन देवकमल अस्पताल पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। उनका आरोप था कि अनीता को साजिश के तहत जलाकर मार डाला गया।
इसी दौरान हजारीबाग के लोहसिंघना थाने के पास भी स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर एसडीओ की गिरफ्तारी की मांग की। प्रशासन ने स्थिति को संभालने के लिए परिजनों को जांच का आश्वासन दिया, जिसके बाद रात 10 बजे शव को अंतिम संस्कार के लिए सिमरिया स्थित बेलगड्डा ले जाया गया।
एसआईटी की जांच शुरू
हजारीबाग एसपी अरविंद सिंह ने बताया कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एक एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) का गठन किया गया है। टीम ने घटनास्थल से सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन की जांच शुरू कर दी है। फॉरेंसिक टीम ने भी सबूत जुटाने का काम शुरू कर दिया है।
क्या कहते हैं परिजन?
मृतका के भाई राजकुमार गुप्ता ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि उनकी बहन को जलाकर मारा गया। उन्होंने हजारीबाग एसडीओ अशोक कुमार पर सीधे तौर पर हत्या का आरोप लगाया।
एसडीओ के परिवार ने हालांकि इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि अनीता ने खुद अपनी जान ली और उनके बेटे को फंसाने की साजिश हो रही है।
हत्या या आत्महत्या? पुलिस जांच में जुटी
इस केस ने पुलिस को भी उलझन में डाल दिया है। एक तरफ परिजन हत्या का आरोप लगा रहे हैं, तो दूसरी तरफ एसडीओ के परिवार का दावा है कि यह आत्महत्या है।
पुलिस ने इस मामले में एसडीओ के पिता, भाई, और भाभी से पूछताछ की है। इसके अलावा, घर में मौजूद हाउस गार्ड और काम करने वाले अन्य लोगों से भी बयान लिए गए हैं।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि में प्रशासनिक अधिकारियों पर विवाद
ऐसे मामले पहले भी सामने आए हैं, जहां प्रशासनिक अधिकारियों के परिवारों में विवाद ने गंभीर रूप ले लिया। इन मामलों में जांच अक्सर लंबी चलती है और सच्चाई तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है।
क्या होगा आगे?
इस मामले में एसआईटी जांच के बाद ही सच सामने आएगा। फिलहाल, रांची और हजारीबाग में लोग इस घटना से आक्रोशित हैं। प्रशासन ने जल्द निष्पक्ष कार्रवाई का वादा किया है।
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