Jharkhand Development: सीएम हेमंत सोरेन का बड़ा बयान – 'आदिवासियों का संघर्ष जारी रहेगा, विकास की ओर बढ़ेगा झारखंड'
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने शहीद दिवस पर कहा – 'आदिवासियों के संघर्ष से मिली पहचान, अब उनका हक भी मिलेगा'। जानें सरकार की योजनाएं और विकास कार्य।

रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आदिवासी पूर्वजों के संघर्ष और बलिदान का ही परिणाम है कि आज हमें एक अलग पहचान मिली है। उन्होंने वीर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि देश की आजादी से पहले ही आदिवासियों ने अंग्रेजों के खिलाफ अपनी ताकत दिखा दी थी, और आज भी वे अपने हक और अधिकार के लिए संघर्षरत हैं।
सीएम पश्चिमी सिंहभूम के टोंटो प्रखंड स्थित सेरेंगसिया में शहीद दिवस समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि झारखंड बलिदानियों और आंदोलनकारियों की धरती है, जहां सालभर शहादत दिवस मनाया जाता है। खरसावां गोलीकांड से लेकर आज तक यह राज्य संघर्ष की मिसाल बना हुआ है।
'झारखंड के संसाधनों से पूरा देश रोशन, लेकिन राज्य पिछड़ा क्यों?'
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के खनिज संसाधन पूरे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रहे हैं, लेकिन यह राज्य अभी भी सबसे पिछड़े राज्यों में गिना जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य के अलग होने के बाद 18-20 वर्षों तक झारखंड के विकास पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।
लेकिन अब सरकार हर तबके को सशक्त करने की दिशा में लगातार काम कर रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि झारखंड के संसाधनों से पूरे देश को फायदा हो रहा है, इसलिए यहां के लोगों को भी इसका हक मिलना चाहिए।
महिलाओं को मिलेगी आर्थिक मजबूती, हर महीने 25 सौ रुपए की सम्मान राशि
सीएम ने महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए कहा कि झारखंड देश का पहला राज्य है, जहां बहनों और बेटियों को हर महीने 25-25 सौ रुपए की सम्मान राशि दी जा रही है।
उन्होंने महिलाओं से आग्रह किया कि वे उन लोगों से सतर्क रहें, जो उनके अधिकारों पर नजर गड़ाए हुए हैं। सरकार ने 15 अरब रुपए का बजट महिलाओं के विकास के लिए रखा है, जो केंद्र सरकार के बजट से भी कहीं ज्यादा है।
उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने के लिए गांव और पंचायत स्तर पर योजनाएं शुरू की जाएं।
‘गरीबों को पैरों पर खड़ा करने की जरूरत’
सीएम ने कहा कि गरीबों को सिर्फ मदद की नहीं, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की जरूरत है। अब किसी को इलाज या जरूरतों के लिए सरकार से मिलने वाला अनाज या साइकिल बेचने की नौबत नहीं आएगी।
सरकार हर जरूरतमंद तक मदद पहुंचाने का काम कर रही है, ताकि गरीब अपने पैरों पर खड़े हो सकें।
‘आपकी सरकार-आपके द्वार’ अभियान रहेगा जारी
सीएम ने कहा कि उनकी सरकार ने "आपकी योजना- आपकी सरकार- आपके द्वार" कार्यक्रम के माध्यम से लाखों लोगों की समस्याओं को हल किया है।
यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा, जिससे लोगों को दफ्तरों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, बल्कि प्रशासनिक अधिकारी खुद उनके दरवाजे तक पहुंचेंगे।
246 विकास योजनाओं की सौगात, करोड़ों की परिसंपत्तियों का वितरण
इस मौके पर सीएम ने 3 अरब 15 करोड़ रुपए की लागत से 178 नई योजनाओं का शिलान्यास और 96 करोड़ की लागत से 68 योजनाओं का उद्घाटन किया।
इसके अलावा 54,946 लाभार्थियों को 3 अरब 62 करोड़ की परिसंपत्तियां वितरित की गईं। 7000 से अधिक महिलाओं को 87 करोड़ का कैश क्रेडिट भी दिया गया, ताकि वे अपने व्यवसाय शुरू कर सकें।
इस समारोह में मंत्री दीपक बिरुवा, रामदास सोरेन, सांसद जोबा मांझी, विधायक कल्पना सोरेन, जिला परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सुरीन सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।
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