Ranchi Attack: नकाबपोश अपराधियों ने गश्ती पुलिस पर बरसाईं गोलियां, हवलदार घायल – शहर में दहशत
रांची के खलारी थाना क्षेत्र में नकाबपोश अपराधियों ने देर रात पुलिस गश्ती दल पर फायरिंग कर दी। हवलदार घायल, SSP ने सख्त कार्रवाई के आदेश दिए। क्या राजधानी सुरक्षित है?
रांची – राजधानी रांची की सड़कों पर रविवार देर रात उस समय सनसनी फैल गई जब खलारी थाना क्षेत्र में गश्ती कर रही पुलिस टीम पर नकाबपोश अपराधियों ने अचानक हमला कर दिया। करीब रात 1 बजे हुई इस वारदात ने पूरे इलाके को दहला दिया। अपराधियों ने पुलिस पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं, जिनमें हवलदार रामशरीक वर्मा गंभीर रूप से घायल हो गए। उनके पैर में गोली लगी, लेकिन गनीमत रही कि उनकी जान बच गई। फिलहाल उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है और हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
नकाबपोशों का पुलिस पर हमला – कैसे हुआ पूरा घटनाक्रम?
सूत्रों के मुताबिक, खलारी-राय सड़क मार्ग पर निर्मल महतो चौक के पास पुलिस टीम गश्त कर रही थी। तभी दो बाइक पर सवार चार संदिग्ध युवक वहां से गुजरे। पुलिस ने जब उन्हें रोककर पूछताछ करनी चाही और नकाब हटाने को कहा, तभी अपराधियों ने अचानक पिस्तौल निकालकर फायरिंग शुरू कर दी।
चश्मदीद पुलिसकर्मियों ने बताया कि अपराधियों ने 4-5 राउंड गोलियां चलाईं। इसी दौरान एक गोली हवलदार वर्मा के पैर में जा लगी। पुलिस ने भी जवाबी फायर किया, लेकिन अंधेरे का फायदा उठाकर हमलावर बाइक समेत फरार हो गए।
SSP की बड़ी कार्रवाई, सुरक्षा पर उठे सवाल
घटना की पुष्टि करते हुए एसएसपी रांची राकेश रंजन ने कहा कि अपराधियों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा। पुलिस की सख्ती बढ़ा दी गई है और पूरे इलाके में नकाबपोश गिरोहों के खिलाफ तलाशी अभियान जारी है।
लेकिन बड़ा सवाल ये है कि राजधानी रांची जैसी संवेदनशील जगह पर गश्ती पुलिस पर हमला आखिर कैसे हो गया? क्या अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि वे अब पुलिस को भी निशाना बनाने से नहीं डरते?
इतिहास गवाह है – खलारी रहा है अपराधियों का गढ़
खलारी और आसपास का इलाका पहले से ही अपराध और कोयला माफियाओं की गतिविधियों के लिए कुख्यात रहा है। कई बार पुलिस गश्ती पर हमले, अवैध कोयला खनन से जुड़े अपराध और तस्करी की घटनाएं यहां दर्ज हो चुकी हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अपराधियों के पास अत्याधुनिक हथियार रहते हैं और वे रात के अंधेरे में सक्रिय होते हैं।
इतिहास की ओर देखें तो 90 के दशक से लेकर अब तक खलारी-बरकाकाना रोड पर कई बार पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हो चुकी है। इसीलिए हालिया घटना कोई नई नहीं, लेकिन खतरनाक जरूर है क्योंकि इस बार अपराधियों ने सीधे पुलिस गश्ती टीम को टारगेट किया।
लोगों में डर और नाराजगी
रविवार रात की इस वारदात के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि जब पुलिस ही सुरक्षित नहीं है, तो आम आदमी कैसे सुरक्षित रह पाएगा? लोग पुलिस से लगातार गश्त बढ़ाने और इलाके में सीसीटीवी लगाने की मांग कर रहे हैं।
आगे की रणनीति
पुलिस ने घायल जवान का इलाज कराने के साथ-साथ अपराधियों को पकड़ने के लिए विशेष टीम गठित की है। मोबाइल लोकेशन और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि अपराधियों का गिरोह हाल ही में जेल से छूटे बदमाशों से जुड़ा हो सकता है।
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