Ranchi Expansion: हेमंत सोरेन की सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार 5 दिसंबर को, 11 मंत्री लेंगे शपथ
झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार 5 दिसंबर को होगा। 11 मंत्री शपथ लेंगे, जिसमें झामुमो, कांग्रेस और राजद के प्रतिनिधि शामिल होंगे। पढ़ें विस्तार से।
झारखंड की राजनीति में हलचल बढ़ चुकी है। 5 दिसंबर को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी सरकार का कैबिनेट विस्तार करेंगे। 28 नवंबर को हेमंत सोरेन ने अकेले मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, जिसके बाद से ही कैबिनेट विस्तार को लेकर अटकलें तेज हो गई थीं। अब, इंडिया गठबंधन के नेताओं के बीच सहमति बन चुकी है, और 11 नए मंत्री शपथ लेंगे।
कौन होंगे नए मंत्री?
इस बार के कैबिनेट विस्तार में झामुमो के 6, कांग्रेस के 4, और राजद के 1 मंत्री शामिल होने की संभावना है।
- नए चेहरों की एंट्री: खबरों के मुताबिक, 6-7 नए चेहरों को कैबिनेट में जगह मिल सकती है।
- गठबंधन की सहमति: कांग्रेस के पूर्व प्रमुख राजेश ठाकुर ने कहा कि कैबिनेट गठन के लिए सभी आवश्यक चिंतन-मंथन हो चुका है, और 5 दिसंबर को राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा।
झारखंड विधानसभा चुनाव के बाद की तस्वीर
झारखंड में नवंबर में हुए दो चरणों के विधानसभा चुनावों में इंडिया गठबंधन ने शानदार जीत दर्ज की।
- मतदान और नतीजे: 13 और 20 नवंबर को मतदान हुआ, और 23 नवंबर को परिणाम सामने आए।
- गठबंधन की जीत: झामुमो ने 34 सीटें, कांग्रेस ने 16, और राजद ने 4 सीटों पर कब्जा किया, जबकि एनडीए को सिर्फ 24 सीटें मिलीं।
- सरकार गठन: इंडिया गठबंधन ने 81 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के लिए जरूरी 42 सीटों से काफी अधिक 54 सीटें जीतीं।
राजभवन में तैयारियां जोरों पर
5 दिसंबर को दोपहर 12 बजे तक राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा।
- कैबिनेट का स्वरूप: इस बार झारखंड कैबिनेट में क्षेत्रीय और सामाजिक संतुलन बनाए रखने का प्रयास किया गया है।
- महत्वपूर्ण निर्णयों की उम्मीद: झारखंड के लोगों को नई सरकार से तेजी से फैसले लेने की उम्मीद है, खासकर विकास, रोजगार, और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में।
इंडिया गठबंधन के लिए अहम परीक्षा
झारखंड में इंडिया गठबंधन के तहत झामुमो, कांग्रेस, और राजद की यह नई सरकार उनके आपसी सामंजस्य और जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने की परीक्षा होगी।
- विभागों का बंटवारा चुनौती: विभागों के बंटवारे का फार्मूला अभी तक सामने नहीं आया है, लेकिन इसमें संतुलन बनाए रखना जरूरी होगा।
- विशेष सत्र: 9 दिसंबर से झारखंड विधानसभा का विशेष सत्र भी शुरू हो रहा है, जहां नई सरकार को कई अहम फैसले लेने होंगे।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
विशेषज्ञों का मानना है कि झारखंड की नई कैबिनेट में युवा और अनुभवी नेताओं का मिश्रण देखने को मिलेगा।
- राजनीतिक विश्लेषण: गठबंधन के हर दल को संतुष्ट करना हेमंत सोरेन के लिए बड़ी चुनौती होगी।
- नए चेहरों का प्रदर्शन: कैबिनेट में शामिल किए जाने वाले नए चेहरे राज्य के विकास में क्या योगदान देंगे, यह देखने लायक होगा।
क्या उम्मीद करें झारखंड की जनता?
झारखंड के लोग नई सरकार से कई उम्मीदें लगाए बैठे हैं।
- विकास के वादे: सरकार को रोजगार, स्वास्थ्य सेवाओं और बुनियादी ढांचे पर फोकस करना होगा।
- गठबंधन की स्थिरता: इंडिया गठबंधन की एकजुटता राज्य के लिए लंबे समय तक स्थिर सरकार सुनिश्चित कर सकती है।
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