Ranchi Loot Horror: राजधानी में दोपहर की धूप में सक्रिय हुआ बाइकर्स गैंग, महिलाओं की चेन झपट कर फरार!
रांची के दो थाना क्षेत्रों में बाइकर्स गैंग ने महिलाओं और पुरुषों के गले से चेन झपट ली। लालपुर और कोतवाली थाने में दर्ज हुए मामले, पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच में जुटी है।

राजधानी रांची एक बार फिर बाइकर्स गैंग के आतंक से दहशत में है। दोपहर के समय सड़कों पर बेखौफ घूमते इन लुटेरों ने मिनटों में तीन लोगों को अपना शिकार बना डाला — और हैरानी की बात यह है कि यह सब एक ही दिन हुआ, एक ही वक्त पर! क्या यह महज संयोग है या किसी संगठित गैंग की साजिश?
एक के बाद एक तीन वारदातें — राजधानी की दोपहर में दहशत
1 मई की दोपहर ठीक 2:05 बजे, लालपुर थाना क्षेत्र में दो अलग-अलग स्थानों पर और कोतवाली थाना क्षेत्र में एक अन्य स्थान पर हुई चेन छिनतई की घटनाएं रांची पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुकी हैं।
पहली घटना लालपुर थाना क्षेत्र के आलोकापुरी कॉम्प्लेक्स के पास घटी, जहां पाकुड़ जिले के बैंक कॉलोनी निवासी प्रवीण कुमार की सोने की चेन बाइक सवार दो बदमाश छीनकर फरार हो गए।
ठीक उसी समय — दोपहर के 2:05 बजे — संत अन्ना स्कूल की सहायक शिक्षिका, जो मूल्यांकन कार्य कर स्कूल से निकली थीं, जब जीएन गौरी टावर के पास पहुंचीं, तो एक पल्सर बाइक पर सवार दो युवकों ने उनके गले से चेन झपटी और उसी स्कूल की ओर भाग निकले।
तीसरी वारदात — मंदिर से लौट रही महिला बनी निशाना
कोतवाली थाना क्षेत्र के कार्ट सराय रोड की 58 वर्षीय महिला 30 अप्रैल को शाम को अपने घर के समीप मंदिर से पूजा कर लौट रही थीं, जब एक बाइक पर सवार बदमाश उनके पास आए और 20 ग्राम वजनी सोने की चेन छीनकर फरार हो गए।
तीनों घटनाओं की समानता — बाइक, दोपहर का समय और महिलाओं को निशाना बनाना — यह दर्शाता है कि यह कोई सामान्य चेन स्नेचिंग नहीं, बल्कि एक पूरी तरह से प्लान की गई साजिश है।
इतिहास उठाकर देखें तो…
रांची में बाइकर्स गैंग की सक्रियता कोई नई बात नहीं है। 2018 में भी रांची के विभिन्न इलाकों में इस तरह की घटनाओं में अचानक वृद्धि हुई थी। खासकर त्योहारों और वेतन के दिनों के आसपास ऐसे गिरोह सक्रिय हो जाते हैं।
बाइक का तेज रफ्तार में उपयोग और चेहरों पर मास्क या हेलमेट, पुलिस को पहचानने और पकड़ने में काफी दिक्कतें आती हैं।
पुलिस की सक्रियता या सिर्फ सीसीटीवी भरोसा?
फिलहाल लालपुर और कोतवाली पुलिस थानों में केस दर्ज कर लिए गए हैं। पुलिस ने घटनास्थलों के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच शुरू कर दी है।
लेकिन सवाल यह है — क्या रांची की पुलिस अब भी रिएक्टिव मोड में ही रहेगी या इस बार कुछ प्रिवेंटिव एक्शन भी लिया जाएगा?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह संभावना जताई जा रही है कि तीनों घटनाएं एक ही गिरोह द्वारा अंजाम दी गई हैं। सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से बाइक और आरोपियों की पहचान की कोशिश की जा रही है।
महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल
तीनों में से दो घटनाएं महिलाओं को निशाना बनाकर की गई हैं। इससे राजधानी में महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठते हैं।
क्या दोपहर का समय भी अब सुरक्षित नहीं रहा? महिलाएं जो अपने काम से निकलती हैं, पूजा करती हैं, स्कूल जाती हैं — क्या वे अब हर मोड़ पर डर के साए में रहेंगी?
अब वक्त है कि रांची पुलिस अपनी रणनीति को बदले, गश्त बढ़ाए और शहर में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए एक संगठित योजना बनाकर अपराधियों को जल्द से जल्द सलाखों के पीछे भेजे।
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