Ranchi Arrest: बाइक चोरी गैंग का पर्दाफाश, 6 गिरफ्तार, हाईकोर्ट में बड़ा फैसला!
रांची पुलिस ने बाइक चोरी गैंग का पर्दाफाश कर 6 लोगों को गिरफ्तार किया। वहीं, झारखंड हाईकोर्ट ने पूर्व विधायक समरी लाल की अवमानना याचिका खारिज कर दी। जानें पूरी खबर!

रांची: राजधानी रांची में बाइक चोरी का बड़ा गैंग सक्रिय था, जिसे पुलिस ने आखिरकार बेनकाब कर दिया। पुलिस उप महानिरीक्षक सह वरीय पुलिस अधीक्षक को मिली गुप्त सूचना के आधार पर अरगोड़ा पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए बाइक चोर गिरोह का भंडाफोड़ किया। इस गिरोह के छह शातिर सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिनमें सुभाष उरांव, भागीरथ कुमार, संतोष लकड़ा और अमन कुमार महतो शामिल हैं। इनके पास से चार चोरी की बाइक बरामद की गई हैं।
पुलिस के रडार पर थे आरोपी
अरगोड़ा थाना क्षेत्र में लगातार बाइक चोरी की घटनाएं बढ़ रही थीं, जिसके चलते पुलिस सतर्क थी। जांच के दौरान पुलिस को गिरोह के सक्रिय होने की सूचना मिली। पुलिस उपाधीक्षक हटिया के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित कर छापेमारी की गई। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस को कुछ और चोरियों की जानकारी मिली है, जिनके आधार पर आगे की जांच जारी है।
कैसे करता था गिरोह काम?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह गिरोह मुख्य रूप से भीड़भाड़ वाले इलाकों में खड़ी बाइकों को निशाना बनाता था। चोर हाई-सिक्योरिटी लॉक तोड़ने के लिए डुप्लीकेट चाबी और मास्टर की का इस्तेमाल करते थे। चोरी की गई बाइकों को फर्जी दस्तावेजों के जरिए बेच दिया जाता था, जिनमें ज्यादातर बाइक्स दूसरे जिलों या राज्यों में भेजी जाती थीं।
झारखंड हाईकोर्ट में बड़ा फैसला – पूर्व विधायक को झटका!
इधर, झारखंड हाईकोर्ट में कांके के पूर्व विधायक समरी लाल को तगड़ा झटका लगा है। हाईकोर्ट ने उनकी अवमानना याचिका को खारिज कर दिया।
क्या था मामला?
समरी लाल ने एक याचिका दायर की थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि राज्य सरकार ने हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन किया है। इस पर हाईकोर्ट की खंडपीठ (मुख्य न्यायाधीश एमएस रामचंद्र राव और जस्टिस दीपक रोशन) ने सुनवाई की। राज्य सरकार की ओर से पेश हुए अपर महाधिवक्ता आशुतोष आनंद और अधिवक्ता शाहबाज अख्तर ने अदालत को बताया कि कोई आदेश का उल्लंघन नहीं हुआ है।
हाईकोर्ट ने सरकार की दलीलों से संतुष्ट होकर समरी लाल की याचिका खारिज कर दी। इससे पहले समरी लाल के खिलाफ एक चुनाव याचिका भी खारिज की जा चुकी है, जिसमें उनकी जाति से जुड़े विवाद थे।
बाइक चोरी पर क्यों सख्त हुई पुलिस?
झारखंड में बाइक चोरी के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, हर महीने 100 से ज्यादा बाइक चोरी होती हैं, लेकिन इनका रिकवरी रेट बेहद कम होता है।
बाइक चोरी के गिरोह का नेटवर्क झारखंड के अलावा बिहार, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ तक फैला हुआ है। इन गिरोहों में कम उम्र के लड़कों को शामिल किया जाता है, जो तेज गति से बाइक चलाने और चोरी करने में माहिर होते हैं।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
क्राइम एक्सपर्ट्स का कहना है कि शहरों में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने, ट्रैकर सिस्टम लगाने और चोरी की शिकायतों पर तेजी से कार्रवाई करने की जरूरत है।
आगे क्या?
पुलिस ने इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश शुरू कर दी है। गिरफ्तार अपराधियों से मिले सुराग के आधार पर कुछ और ठिकानों पर छापेमारी की जा सकती है।
रांची में बाइक चोरी गिरोह का खुलासा और हाईकोर्ट का बड़ा फैसला दोनों ही बड़ी खबरें हैं। जहां एक तरफ पुलिस ने चोरी के मामलों पर सख्ती दिखाई, वहीं हाईकोर्ट के फैसले से राजनीति में हलचल मच गई है।
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