Raghuvar Das Rejoining BJP : 27 दिसंबर को BJP में फिर शामिल होंगे रघुवर दास, मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता रघुवर दास 27 दिसंबर को फिर से बीजेपी की सदस्यता लेंगे। जानिए उनके करियर और नई जिम्मेदारी की संभावनाएं।
रघुवर दास (Raghuvar Das Rejoining BJP) : एक बार फिर BJP में वापसी, नई भूमिका के संकेत
नई दिल्ली, 25 दिसंबर 2024: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता रघुवर दास 27 दिसंबर को भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सदस्यता ग्रहण करेंगे। उनके इस कदम ने राजनीतिक हलकों में नई चर्चाओं को जन्म दिया है। हाल ही में उन्होंने ओडिशा के राज्यपाल पद से इस्तीफा देकर बीजेपी में अपनी सक्रिय वापसी के संकेत दिए थे।
एक अनुभवी राजनेता की वापसी
रघुवर दास बीजेपी के उन गिने-चुने नेताओं में से हैं, जिनका पार्टी के गठन में अहम योगदान रहा है। उन्होंने 1980 में संस्थापक सदस्य के रूप में बीजेपी की सदस्यता ली थी।
- झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में 2014 से 2019 तक उन्होंने राज्य का नेतृत्व किया।
- वे पांच बार जमशेदपुर ईस्ट विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं।
- पार्टी के विभिन्न पदों पर अपनी क्षमता का परिचय देने वाले रघुवर दास बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं।
बीजेपी के लिए बेशकीमती चेहरा
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि रघुवर दास की वापसी पार्टी के लिए एक मजबूत कदम है।
- उनकी प्रशासनिक कुशलता और पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा हमेशा उनकी पहचान रही है।
- राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी के फैसलों को बिना झिझक स्वीकार करना और खुद को साबित करना उनकी खासियत रही है।
राजनीतिक सफर: संघर्ष से सफलता तक
रघुवर दास का राजनीतिक सफर संघर्ष और सफलता की मिसाल है।
- 1977: जनता पार्टी में शामिल होकर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की।
- 1980: बीजेपी के साथ जुड़े और संस्थापक सदस्य के रूप में पार्टी के विस्तार में योगदान दिया।
- 1995: पहली बार जमशेदपुर ईस्ट से विधायक चुने गए।
- 2014: झारखंड के मुख्यमंत्री बने और राज्य के पहले गैर-आदिवासी मुख्यमंत्री के रूप में इतिहास रचा।
नई जिम्मेदारी की तैयारी?
राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा है कि रघुवर दास को बीजेपी में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है।
- पार्टी ने हमेशा उन्हें उन पदों पर तैनात किया, जहां उनकी काबिलियत की जरूरत थी।
- 2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव को छोड़कर, उन्होंने हर जिम्मेदारी में खुद को साबित किया है।
2019 की हार और नए अवसर
हालांकि 2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा, लेकिन रघुवर दास की क्षमता पर सवाल नहीं उठे।
- विश्लेषकों का मानना है कि उनकी प्रबंधन कुशलता और संगठनात्मक क्षमता के चलते पार्टी उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर जिम्मेदारी दे सकती है।
- उनकी वापसी बीजेपी की रणनीति का हिस्सा हो सकती है, जिसमें 2024 के लोकसभा चुनाव और 2029 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उनकी भूमिका तय की जाएगी।
रघुवर दास: एक भरोसेमंद नेता
रघुवर दास बीजेपी के उन नेताओं में से हैं, जिन पर पार्टी हर समय भरोसा करती आई है।
- ओडिशा के राज्यपाल के रूप में उनकी निष्पक्ष भूमिका ने उन्हें और भी लोकप्रिय बनाया।
- उनकी वापसी पार्टी के लिए एक मजबूत रणनीतिक कदम माना जा रहा है।
रघुवर दास की बीजेपी में वापसी न केवल पार्टी के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि झारखंड और राष्ट्रीय राजनीति में एक नई दिशा भी तय कर सकती है।
उनकी नई जिम्मेदारी क्या होगी, यह देखना दिलचस्प होगा। लेकिन यह तय है कि उनकी वापसी पार्टी को मजबूती प्रदान करेगी और आगामी चुनावी रणनीति में अहम भूमिका निभाएगी।
What's Your Reaction?