Palamu Tragedy: पलामू में स्कूल बस की चपेट में आकर एलकेजी के छात्र विनीत यादव की मौत, सेमटांड़ बस स्टॉप पर उतरा और बस के नीचे घसीटा गया,स्कूल प्रबंधन और ड्राइवर पर FIR दर्ज, बस जब्त, लेकिन ड्राइवर फरार!
झारखंड के पलामू जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के सेमटांड़ में स्कूल बस की चपेट में आकर सात वर्षीय एलकेजी छात्र विनीत यादव की दर्दनाक मौत हो गई। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने स्कूल प्रबंधन और ड्राइवर के खिलाफ FIR दर्ज की है। CCTV फुटेज में लापरवाही की पुष्टि हुई है, जबकि प्रबंधन ने बस को छिपाने की कोशिश की थी।
झारखंड में शिक्षा के नाम पर चलने वाले कई निजी स्कूलों की लापरवाही और असुरक्षित परिवहन व्यवस्था ने एक बार फिर एक मासूम की जान ले ली। पलामू जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के सेमटांड़ गांव में घटी यह दर्दनाक घटना किसी भी अभिभावक के दिल को झकझोर देने वाली है। सात वर्षीय एलकेजी छात्र विनीत यादव की मौत स्कूल बस की ही चपेट में आने से हो गई। इस हादसे ने केवल एक परिवार को बर्बाद नहीं किया है, बल्कि इलाके के सभी स्कूलों की परिवहन सुरक्षा पर एक गहरा सवाल खड़ा कर दिया है।
झारखंड में स्कूल बसों की सुरक्षा मानकों का उल्लंघन नया नहीं है, लेकिन जब यह लापरवाही किसी मासूम की जान ले लेती है, तो प्रशासन और स्कूल प्रबंधन दोनों की जवाबदेही तय करना अपरिहार्य हो जाता है। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों का आक्रोश सड़क पर उतर आया।
बस स्टॉप पर उतरा, फिर घसीटा गया
घटना मंगलवार दोपहर लगभग दो बजे तब हुई, जब स्कूलों की छुट्टी के बाद छात्रों को उनके घरों तक पहुंचाया जा रहा था।
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दर्दनाक पल: ग्रेटर एसएलए पब्लिक स्कूल का छात्र विनीत यादव छुट्टी के बाद बस से सेमटांड़ स्थित अपने बस स्टॉप पर उतरा। परिजनों के अनुसार, बस के नीचे उतरने के तुरंत बाद ड्राइवर ने बस आगे बढ़ा दी।
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भीषण हादसा: बस ने विनीत को अपनी चपेट में ले लिया और उसे कुछ दूर तक घसीटती हुई चली गई। इससे विनीत गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाने के क्रम में ही उसकी दर्दनाक मौत हो गई।
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जनता का आक्रोश: घटना के बाद आक्रोशित स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर दिया और जोरदार प्रदर्शन किया। उनकी सबसे बड़ी शिकायत यह थी कि बस में बच्चों की देखभाल के लिए कोई खलासी (अटेंडेंट) मौजूद नहीं था, जो स्कूल बस सुरक्षा मानकों का सीधा उल्लंघन है।
FIR दर्ज, स्कूल ने छिपाने की कोशिश की थी बस
मामले की गंभीरता को देखते हुए चैनपुर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई शुरू की।
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FIR और जांच: चैनपुर थाना प्रभारी श्रीराम शर्मा ने बताया कि मृतक छात्र के परिजनों की शिकायत पर स्कूल प्रबंधन और बस ड्राइवर के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज कर ली गई है और जांच शुरू कर दी गई है।
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बस जब्त: पुलिस के अनुसार, दुर्घटना के बाद स्कूल प्रबंधन ने बस को छिपाने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस ने बस को ढूंढकर जब्त कर लिया है। यह कदम स्कूल प्रबंधन की जवाबदेही से भागने की मनोवृत्ति को दर्शाता है।
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लापरवाही का सबूत: थाना प्रभारी ने पुष्टि की कि घटना से संबंधित CCTV फुटेज में ड्राइवर की गंभीर लापरवाही साफ दिख रही है। बस में खलासी का न होना भी एक बड़ा कारण रहा।
फिलहाल बस ड्राइवर फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है और जल्द ही गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है। स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि सिर्फ ड्राइवर ही नहीं, बल्कि लापरवाह स्कूल प्रबंधन पर भी सख्त कार्रवाई की जाए।
आपकी राय में, झारखंड में स्कूल बस हादसों को रोकने और सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करने के लिए शिक्षा विभाग और परिवहन विभाग को कौन से दो सबसे कठोर और पारदर्शी नियम लागू करने चाहिए?
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