State Food Corporation: CMR आपूर्ति का उद्घाटन, खाद्य आपूर्ति प्रणाली को मिलेगा नया आयाम
नवादा जिले में कस्टम मिल्ड राइस (CMR) आपूर्ति का उद्घाटन, खाद्य निगम और सहकारिता विभाग के अधिकारियों ने किया। इस पहल से खाद्य आपूर्ति में गुणवत्ता सुधार होगा। जानें पूरी जानकारी!
नवादा, 25 दिसंबर 2024: नवादा जिले में खरीफ विपणन मौसम 2024-25 के अंतर्गत कस्टम मिल्ड राइस (CMR) की आपूर्ति की विधिवत शुरुआत की गई। इस उद्घाटन का आयोजन जिला सहकारिता पदाधिकारी और राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबंधक द्वारा संयुक्त रूप से बरेव मोड़ स्थित गोदाम में किया गया। इस मौके पर जिले के जिला पदाधिकारी श्री रवि प्रकाश के निर्देशन में खाद्य आपूर्ति प्रणाली के सुधार के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।
क्या है CMR आपूर्ति?
कस्टम मिल्ड राइस (CMR) वह चावल है, जिसे मिलों से कच्चे चावल के रूप में प्राप्त किया जाता है और फिर उसे खाद्य आपूर्ति के लिए तैयार किया जाता है। इस चावल का उपयोग सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के तहत गरीब और जरूरतमंद लोगों तक भोजन पहुंचाने के लिए किया जाता है। CMR आपूर्ति के इस उद्घाटन के साथ, सरकार ने खाद्य सुरक्षा को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है।
उद्घाटन में क्या हुआ?
इस उद्घाटन समारोह में वारसलीगंज की सर्वोत्तम राइस मिल द्वारा पहली खेप की आपूर्ति की गई। सभी उपस्थित अधिकारियों ने भारतीय खाद्य निगम (FCI) के दिशा-निर्देशों के अनुसार CMR की गुणवत्ता की गहन जांच की और सुनिश्चित किया कि आपूर्ति की गई सामग्री सभी मानकों पर खरी उतरे।
इसके साथ ही, इस वर्ष की CMR आपूर्ति में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए खास निगरानी रखी जाएगी। जिला टास्क फोर्स ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी मिलों में PACs (Primary Agricultural Cooperative Societies) की टैगिंग की जाएगी, ताकि गुणवत्ता नियंत्रण को बेहतर बनाया जा सके।
खाद्य आपूर्ति में सुधार की दिशा में नए कदम
जिलाधिकारी श्री रवि प्रकाश के निर्देशानुसार, प्रत्येक 15 दिनों में एक बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें मिलों का गुणात्मक और मात्रात्मक मूल्यांकन किया जाएगा। इस मूल्यांकन के आधार पर, आवश्यक कदम उठाए जाएंगे ताकि विपणन प्रक्रिया में उच्चतम गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके।
इसके अलावा, सभी मिलों में गुणवत्ता नियंत्रक और सहकारिता प्रसार पदाधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि CMR की गुणवत्ता पर किसी प्रकार का समझौता न हो।
सहकारिता और किसानों के लिए एक बड़ी पहल
यह पहल केवल खाद्य आपूर्ति श्रृंखला को सुदृढ़ बनाने के लिए नहीं है, बल्कि यह किसानों, सहकारी संस्थाओं और उपभोक्ताओं के बीच विश्वास को भी मजबूत करेगी। मिलों के साथ सीधा जुड़ाव रखने वाले किसानों के लिए यह कदम खाद्य आपूर्ति में पारदर्शिता और विश्वसनीयता लाएगा।
जिला सहकारिता पदाधिकारी और राज्य खाद्य निगम के अधिकारियों का कहना है कि CMR आपूर्ति में सुधार से किसान अपनी उपज को बेहतर मूल्य पर बेच सकेंगे और उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण खाद्यान्न मिलेगा।
क्या है इस पहल का दीर्घकालिक लाभ?
इस पहल का दीर्घकालिक लाभ यह होगा कि खाद्य आपूर्ति व्यवस्था में पारदर्शिता और कार्यकुशलता बढ़ेगी। इस कदम से न केवल किसान और सहकारी संस्थाएं लाभान्वित होंगी, बल्कि गरीब और जरूरतमंद परिवारों को भी समय पर और गुणवत्तापूर्ण खाद्यान्न मिलेगा। इससे सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के तहत खाद्यान्न की आपूर्ति में भी सुधार होगा।
इसके अलावा, गुणवत्ता नियंत्रण के नए उपायों से भ्रष्टाचार और धांधली की संभावना को भी काफी हद तक रोका जाएगा, जिससे लोगों का खाद्य सुरक्षा तंत्र पर भरोसा बढ़ेगा।
खाद्य आपूर्ति में सुधार की ओर एक कदम और
नवादा जिले में CMR आपूर्ति की शुरुआत खाद्य सुरक्षा और सहकारी व्यवस्था को सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अब यह देखना होगा कि इस पहल का लाभ किस हद तक किसानों और उपभोक्ताओं तक पहुंचता है और खाद्य आपूर्ति प्रणाली में किस प्रकार के सुधार होते हैं। लेकिन इतना तो स्पष्ट है कि यह कदम नवादा जिले के खाद्य आपूर्ति तंत्र को और मजबूत करेगा और किसानों के लिए नए अवसर खोलेगा।
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