रायपुर में संकेत साहित्य समिति का 44वां स्थापना दिवस: हरीश कोटक के काव्य संग्रह 'विरासत' का विमोचन

रायपुर में संकेत साहित्य समिति के 44वें स्थापना दिवस पर हरीश कोटक के काव्य संग्रह 'विरासत' का विमोचन हुआ। प्रमुख अतिथियों ने काव्य संग्रह की सराहना की और साहित्य पर विचार-विमर्श किया।

Sep 9, 2024 - 20:22
Sep 9, 2024 - 20:30
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रायपुर में संकेत साहित्य समिति का 44वां स्थापना दिवस: हरीश कोटक के काव्य संग्रह 'विरासत' का विमोचन
रायपुर में संकेत साहित्य समिति का 44वां स्थापना दिवस: हरीश कोटक के काव्य संग्रह 'विरासत' का विमोचन

9 सितंबर 2024 को रायपुर में संकेत साहित्य समिति ने अपना 44वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। इस मौके पर श्री लोहाणा महापरिषद और श्री लोहाणा महाजन रायपुर के सहयोग से हरीश कोटक के काव्य संग्रह 'विरासत' का विमोचन और काव्य गोष्ठी आयोजित की गई।

कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्जवलन, पूजा वंदन और अतिथियों के सम्मान से की गई। मुख्य अतिथि डॉ. चितरंजन कर ने इस अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। अध्यक्ष की आसंदी पर गिरिश पंकज और प्रमुख वक्ता डॉ. माणिक विश्वकर्मा 'नवरंग' रहे। विशेष अतिथि के रूप में अब्दुस्सलाम कौसर सुख़नवर, किशन भाई मिराणी और प्रकाश भाई दावड़ा मंच पर उपस्थित थे।

कार्यक्रम के पहले सत्र में हरीश कोटक के काव्य संग्रह 'विरासत' का विमोचन हुआ। हरीश कोटक ने अपनी पुस्तक 'विरासत' के संदर्भ में कुछ प्रमुख रचनाएँ प्रस्तुत कीं और काव्ययात्रा के प्रेरक प्रसंगों को साझा किया। उन्होंने कहा कि हर घर में एक कोना साहित्य के लिए होना चाहिए।

काव्य संग्रह की सराहना करते हुए शायर अब्दुस्सलाम कौसर ने कहा कि कोटक की कविताओं में आम आदमी की धड़कन महसूस होती है। प्रकाश भाई दावड़ा ने कोटक के सामाजिक प्रयासों की प्रशंसा की। डॉ. माणिक विश्वकर्मा 'नवरंग' ने कोटक के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला, और कहा कि उनकी कविताओं में जीवन के महत्वपूर्ण क्षणों की संगीनी सर्जना शामिल है।

गिरिश पंकज ने कहा कि कोटक की रचनाओं में भावपक्ष अत्यंत प्रभावशाली है। मुख्य अतिथि डॉ. चितरंजन कर ने कोटक की रचनाओं की भाषा की सरलता और संप्रेषणीयता की सराहना की।

कार्यक्रम के दूसरे सत्र में काव्य गोष्ठी आयोजित की गई। इस सत्र का संचालन प्रो. डॉ. सी. एल. साहू ने किया। काव्य गोष्ठी में प्रमुख रचनाकारों ने भाग लिया, जिसमें के.पी. राठौर, डॉ. महेंद्र कुमार ठाकुर, राजकुमार धर 'द्विवेदी', रामेश्वर शर्मा, अनिल श्रीवास्तव 'जाहिद', और कई अन्य शामिल थे।

इस अवसर पर हरीश कोटक के परिवारजन और राजधानी के गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में संकेत साहित्य समिति के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. माणिक विश्वकर्मा 'नवरंग' ने सभी आमंत्रित अतिथियों, रचनाकारों और श्रोताओं के प्रति आभार व्यक्त किया।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।