Big Breaking: इंडिया गठबंधन में टूट की कगार! मुकेश सहनी की 51 सीटों और डिप्टी सीएम की मांग ने बिहार में मचाया बवाल

मुकेश सहनी की 51 सीटों और डिप्टी सीएम की मांग से इंडिया गठबंधन में टूट का खतरा! बिहार चुनाव से पहले सियासी बवाल, क्या टूटेगा गठजोड़? पूरी खबर पढ़ें!

Sep 9, 2025 - 01:08
 0
Big Breaking: इंडिया गठबंधन में टूट की कगार! मुकेश सहनी की 51 सीटों और डिप्टी सीएम की मांग ने बिहार में मचाया बवाल
Big Breaking: इंडिया गठबंधन में टूट की कगार! मुकेश सहनी की 51 सीटों और डिप्टी सीएम की मांग ने बिहार में मचाया बवाल

9 सितंबर, 2025 पटना, बिहार – बिहार की सियासत में एक बार फिर हलचल मच गई है। विपक्षी इंडिया गठबंधन, जो 2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को कड़ी टक्कर देने के लिए एकजुट हुआ था, अब टूट की कगार पर नजर आ रहा है। विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए 51 सीटों और डिप्टी सीएम पद की मांग कर दी है, जिसने गठबंधन के नेताओं के बीच तनाव पैदा कर दिया है। एबीपी न्यूज के हवाले से यह बयान सामने आया है, जिसने बिहार की राजनीति में भूचाल ला दिया है। क्या यह मांग गठबंधन को तोड़ देगी, या फिर कोई नया समीकरण बनेगा?

पांच साल से बिहार की सियासत और अपराध की खबरें कवर करते हुए, मैंने देखा है कि चुनावी मौसम में गठबंधन की रणनीतियां और नेताओं की महत्वाकांक्षाएं कैसे टकराती हैं। मुकेश सहनी, जिन्हें 'सन ऑफ मल्लाह' के नाम से जाना जाता है, निषाद समुदाय के बीच मजबूत प्रभाव रखते हैं। उनकी पार्टी ने 2020 के विधानसभा चुनाव में चार सीटें जीती थीं, और अब उनकी यह बड़ी मांग गठबंधन के लिए एक चुनौती बन गई है। सहनी का कहना है, "हमारी पार्टी निषाद समुदाय की आवाज है। हमें 51 सीटें और डिप्टी सीएम का पद चाहिए, क्योंकि हम बिहार में बदलाव ला सकते हैं।" यह बयान राजद, कांग्रेस और वाम दलों के लिए मुश्किल खड़ी करता है, जो पहले ही सीट बंटवारे को लेकर जूझ रहे हैं।

क्यों मची है खलबली?

इंडिया गठबंधन, जिसमें राजद, कांग्रेस, और वाम दल शामिल हैं, 2024 में एनडीए को टक्कर देने में कामयाब रहा था। लेकिन विधानसभा चुनाव से पहले सहनी की मांग ने गठबंधन की एकता पर सवाल उठा दिए हैं। बिहार की 243 विधानसभा सीटों में से 51 सीटों की मांग का मतलब है कि वीआईपी गठबंधन का बड़ा हिस्सा चाहती है, जो राजद और कांग्रेस के लिए स्वीकार करना मुश्किल है। हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट के अनुसार, राजद 140-150 सीटों पर लड़ना चाहता है, जबकि कांग्रेस 50-60 सीटों की मांग कर रही है। ऐसे में सहनी की मांग ने सीट बंटवारे की मेज पर तनाव बढ़ा दिया है। डिप्टी सीएम पद की मांग ने तो जैसे आग में घी डालने का काम किया है, क्योंकि यह तेजस्वी यादव की स्थिति को भी चुनौती देता है।

क्या टूट जाएगा गठबंधन?

मुकेश सहनी का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब इंडिया गठबंधन पहले से ही आंतरिक मतभेदों से जूझ रहा है। एबीपी न्यूज की खबर के अनुसार, सहनी ने कहा, " मैंने 4-5 महीने पहले ही साफ कर दिया था कि मुझे 60 सीटें और डिप्टी सीएम का पद चाहिए। " यह धमकी गठबंधन के लिए खतरे की घंटी है। सहनी का निषाद समुदाय बिहार के 20-25 सीटों पर निर्णायक प्रभाव रखता है, और उनकी पार्टी का अलग होना गठबंधन के लिए नुकसानदेह हो सकता है। विपक्षी नेता इसे 'लालू युग' की तरह अराजकता की वापसी से जोड़ रहे हैं, जब सियासी समीकरण अस्थिर थे। लेकिन नीतीश सरकार में भी सियासी ड्रामे की कमी नहीं।

चुनावी माहौल में सियासी खेल

बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, और सियासी पारा चढ़ रहा है। आर्थिक समय की एक रिपोर्ट के अनुसार, बिहार में जातिगत समीकरण और 'मसल पावर' अभी भी चुनावी रणनीति का हिस्सा हैं। सहनी की मांग को कुछ लोग उनकी बढ़ती महत्वाकांक्षा से जोड़ते हैं, तो कुछ इसे निषाद समुदाय की सियासी ताकत बढ़ाने की कोशिश मानते हैं। लेकिन यह साफ है कि उनकी मांग ने गठबंधन के नेताओं को बैकफुट पर ला दिया है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने अभी इस पर खुलकर कुछ नहीं कहा, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, गठबंधन में बातचीत का दौर चल रहा है।

मुकेश सहनी की इस मांग ने बिहार की सियासत में नया मोड़ ला दिया है। अगर गठबंधन उनकी शर्तें मान लेता है, तो राजद और कांग्रेस को अपनी सीटें कम करनी पड़ेंगी, जो उनके लिए नुकसानदेह हो सकता है। वहीं, अगर सहनी अकेले चुनाव लड़ते हैं, तो वोटों का बंटवारा एनडीए के लिए फायदेमंद हो सकता है। फ्रंटलाइन के आंकड़े बताते हैं कि बिहार में हाल के महीनों में सियासी तनाव और अपराध की घटनाएं बढ़ी हैं, जो गठबंधन की एकता को और कमजोर कर सकती हैं।

इंडिया गठबंधन के लिए यह समय आत्ममंथन का है। क्या सहनी की मांग एक रणनीतिक चाल है, या सचमुच गठबंधन टूट की कगार पर है? बिहार की जनता अब इस सियासी ड्रामे पर नजर रखे हुए है।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।