क्या आपने सुना? मिर्ज़ापुर के बच्चों ने मछली समझ मगरमच्छ को पकड़ लाया घर! जानिए कैसे हुआ यह अजीबोगरीब हादसा!
मिर्ज़ापुर में बच्चों ने मछली समझकर मगरमच्छ को पकड़ लिया और घर तक ले आए। जानिए इस हैरतअंगेज घटना की पूरी कहानी और कैसे वन विभाग ने मगरमच्छ को सुरक्षित जलाशय में छोड़ा।
मिर्ज़ापुर के बसुहरा गांव में हाल ही में एक ऐसी घटना हुई जिसने पूरे गांव में हलचल मचा दी। सुसुआड़ नदी के किनारे खेलते बच्चों ने मछली समझकर एक मगरमच्छ के बच्चे को पकड़ लिया! जी हां, सही पढ़ा आपने। बच्चों ने उसे मछली समझा और रस्सी बांधकर उसे घर तक घसीटते हुए ले आए। इस पूरी घटना ने गांव वालों और बच्चों के परिजनों को स्तब्ध कर दिया।
मछली नहीं, मगरमच्छ निकला!
गांव के बच्चों ने नदी में एक अजीब जलचर देखा, जिसकी लंबाई लगभग दो फीट थी। उन्हें लगा कि यह कोई बड़ी मछली है। उत्साहित होकर उन्होंने उसे पकड़ा और रस्सी से उसके पैर बांधकर घर ले आए। घर पहुंचते ही जैसे ही परिजनों ने मगरमच्छ को देखा, उनके होश उड़ गए।
परिजनों और गांववालों की चिंता
बच्चों के इस काम से गांववाले और उनके माता-पिता बेहद डर गए। उन्हें यह एहसास हुआ कि अगर मगरमच्छ आक्रामक होता तो यह बच्चों के लिए कितना खतरनाक हो सकता था। फौरन उन्होंने बच्चों को डांटा और स्थिति को संभालने के लिए वन-विभाग को सूचना दी।
मगरमच्छ की सुरक्षित वापसी
वन विभाग की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और मगरमच्छ के बच्चे को अपने कब्जे में लिया। वनकर्मियों ने बाद में उसे सुरक्षित रूप से मेजा के ददरी जलाशय में छोड़ दिया।
क्या आपका बच्चा भी कर सकता है ऐसा साहसिक काम?
इस घटना से यह साबित होता है कि बच्चों की मासूमियत और समझदारी में कितना फर्क होता है। क्या इस तरह की घटनाएं और भी हो सकती हैं? और क्या आपका बच्चा भी ऐसा साहसिक कदम उठा सकता है?
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