एमजीएम अस्पताल में बढ़ती मरीजों की संख्या से बेड की समस्या, आई विभाग में शिफ्ट किए गए मरीज
एमजीएम अस्पताल के इमरजेंसी और मेडिकल वार्ड में बेड की कमी को देखते हुए, अधीक्षक डॉ. रवींद्र कुमार ने आई विभाग में मरीजों को शिफ्ट करने का निर्णय लिया। इससे मेडिकल वार्ड में 30 अतिरिक्त बेड्स जुड़ेंगे।
कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम अस्पताल में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इस बढ़ती हुई संख्या के चलते अस्पताल के इमरजेंसी और मेडिकल वार्ड में बेड्स की कमी हो गई है। हालात ऐसे बन गए हैं कि मरीजों को जमीन पर लेटाकर इलाज करना पड़ रहा है। इसी समस्या के समाधान के लिए अस्पताल प्रशासन ने एक अहम कदम उठाया है।
आई विभाग में किया गया शिफ्ट
अस्पताल के अधीक्षक डॉ. रवींद्र कुमार ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए इमरजेंसी, मेडिकल वार्ड और ईएनटी विभाग का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान यह निर्णय लिया गया कि मेडिकल के मरीजों को आई विभाग में शिफ्ट किया जाएगा। इस निर्णय के तहत आई विभाग के तीन कमरों में लगभग 15 मरीजों को भर्ती कर दिया गया है।
बेड्स की संख्या में वृद्धि
मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए, आई विभाग में शौचालय, बाथरूम के दरवाजे, लाइट सहित अन्य सुविधाओं में सुधार के निर्देश भी दिए गए ताकि मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराया जा सके। इस कदम से अस्पताल में मेडिकल वार्ड के लिए 30 अतिरिक्त बेड्स की व्यवस्था हो जाएगी। इस नए प्रबंधन के बाद, मेडिकल वार्ड में कुल बेड्स की संख्या 140 हो जाएगी।
इमरजेंसी वार्ड में बेड्स की उपलब्धता सुनिश्चित
अधीक्षक डॉ. रवींद्र कुमार ने डॉक्टरों को निर्देशित किया कि वे इमरजेंसी में भर्ती मरीजों को जल्द से जल्द वार्ड में शिफ्ट करें ताकि इमरजेंसी वार्ड में बेड्स खाली रह सकें। इस फैसले से इमरजेंसी सेवाओं में सुधार होगा और नए आने वाले मरीजों को जल्द से जल्द इलाज मिल सकेगा।
अस्पताल प्रशासन का प्रयास
एमजीएम अस्पताल प्रशासन का यह कदम बेहद सराहनीय है, क्योंकि इससे न केवल बेड्स की कमी को पूरा किया जा सकेगा, बल्कि मरीजों को भी बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। अस्पताल में सुधार के इस प्रयास से कोल्हान क्षेत्र के मरीजों को राहत मिलेगी और उन्हें इलाज के लिए अन्यत्र जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
अस्पताल प्रशासन के इस निर्णय से न केवल मरीजों को फायदा होगा, बल्कि इमरजेंसी सेवाओं की गुणवत्ता में भी सुधार होगा। ऐसे में देखना यह है कि भविष्य में अस्पताल प्रशासन इस तरह के और क्या कदम उठाता है ताकि मरीजों को और भी बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा सकें।
एमजीएम अस्पताल में बेड्स की कमी को दूर करने के लिए उठाए गए कदमों से न केवल मरीजों को राहत मिलेगी, बल्कि अस्पताल की सेवाओं में भी सुधार होगा। यह कदम अस्पताल प्रशासन की संवेदनशीलता और जिम्मेदारी को दर्शाता है।
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