Jamshedpur Protest सड़क पर खड़े ट्रेलरों से हादसों की बाढ़! प्रशासन को सौंपा गया ज्ञापन

जमशेदपुर के गोविंदपुर से जेम्को तक सड़क पर खड़े भारी ट्रेलरों से बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं को लेकर नागरिकों का गुस्सा फूटा! जिला उपायुक्त से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा, सख्त कदम उठाने की मांग। जानिए पूरी खबर।

Feb 17, 2025 - 19:40
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Jamshedpur Protest सड़क पर खड़े ट्रेलरों से हादसों की बाढ़! प्रशासन को सौंपा गया ज्ञापन
Jamshedpur Protest सड़क पर खड़े ट्रेलरों से हादसों की बाढ़! प्रशासन को सौंपा गया ज्ञापन

जमशेदपुर की सड़कों पर हर दिन मौत मंडरा रही है! गोविंदपुर अन्ना चौक से लेकर जेम्को शहीद भगत सिंह चौक तक खड़े भारी ट्रेलर और वाहनों के कारण सड़क हादसे बढ़ते जा रहे हैं। अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है, जबकि कई गंभीर रूप से घायल हुए हैं। आखिर प्रशासन कब जागेगा? इसी सवाल को लेकर क्षेत्रीय नागरिकों ने जमशेदपुर के जिला उपायुक्त अनन्य मित्तल से मुलाकात की और सड़क सुरक्षा से जुड़े छह प्रमुख मांगों पर ज्ञापन सौंपा।

क्यों उठी ये मांग?
ट्रेलरों की मनमानी पार्किंग और भारी वाहनों की बेतरतीब आवाजाही से गोविंदपुर, जोजोबेरा, जेम्को, बारीगोड़ा और राहरगोड़ा जैसे इलाकों में जानलेवा हादसे हो रहे हैं। दोपहिया वाहन चालक और पैदल चलने वाले लोग हमेशा खतरे में रहते हैं। स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए यह सड़क सबसे ज्यादा खतरनाक बन चुकी है।

इतना ही नहीं, टाटा पावर प्लांट, नुवोको सीमेंट कंपनी और टाटा मोटर्स के साउथ गेट के आसपास भारी धूल और गंदगी के कारण सड़क की हालत बदतर हो गई है। यही कारण है कि विधायक पूर्णिमा साहू की पहल पर भाजपा और आजसू नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने जिला प्रशासन से इस गंभीर समस्या का समाधान करने की मांग की।

क्या हैं नागरिकों की 6 बड़ी मांगें?

नो पार्किंग लागू हो – गोविंदपुर अन्ना चौक से लेकर जेम्को शहीद भगत सिंह चौक तक सड़क पर ट्रेलरों की अवैध पार्किंग पर सख्ती से रोक लगाई जाए और "नो पार्किंग" के बोर्ड लगाए जाएं।

गति सीमा निर्धारित की जाए – भारी वाहनों के लिए अधिकतम गति सीमा 20 किमी/घंटा तय की जाए ताकि दुर्घटनाओं पर नियंत्रण पाया जा सके।

धूल-मिट्टी की सफाई हो – नुवोको सीमेंट प्लांट से निकलने वाले ट्रकों के कारण सड़क पर जमी धूल-मिट्टी को रोजाना साफ किया जाए, जिससे दुर्घटनाओं को रोका जा सके।

सड़क पर लाइट की व्यवस्था हो – रात के समय सड़क पर रोशनी की समुचित व्यवस्था हो, ताकि हादसों में कमी आए।

बाईपास कॉरिडोर बनाया जाए – अन्ना चौक गोविंदपुर से थीम पार्क होते हुए हाईवे तक एक बाईपास कॉरिडोर का निर्माण किया जाए, जिससे भारी वाहनों को वैकल्पिक मार्ग मिल सके और शहर की सड़कों से दबाव कम हो।

जनहित में कार्य करें कंपनियां – टाटा मोटर्स, नुवोको सीमेंट प्लांट और पावर प्लांट को सड़क की व्यवस्था सुधारने के लिए सामाजिक दायित्वों का पालन करने का निर्देश दिया जाए।

अगर प्रशासन नहीं जागा तो होगा बड़ा आंदोलन!

ज्ञापन सौंपने के दौरान गोविंदपुर, राहरगोड़ा, बारीगोड़ा, जोजोबेरा और जेम्को क्षेत्र के नागरिकों ने एकजुट होकर प्रशासन से मांग की कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे बड़े आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।

इस विरोध प्रदर्शन में जमशेदपुर प्रखंड प्रमुख पानी सोरेन, भाजपा नेता गुंजन यादव, भाजपा गोविंदपुर मंडल अध्यक्ष पवन सिंह, भाजपा बर्मामाइंस मंडल अध्यक्ष सूरज सिंह, कुसुम पूर्ति, कमलेश सिंह, संजय सिंह, हेमंत खलखो, संतोष सिंह, अजय कुमार सिंह और रामबिलास शर्मा समेत कई अन्य लोग मौजूद रहे।

इतिहास में भी उठ चुकी हैं ऐसी मांगें!

यह पहली बार नहीं है जब जमशेदपुर में सड़क सुरक्षा को लेकर आवाज उठी हो। इससे पहले भी 2019 और 2022 में नागरिकों ने भारी वाहनों की पार्किंग और सड़क दुर्घटनाओं को लेकर प्रदर्शन किए थे, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। अब सवाल यह है कि क्या इस बार सरकार नागरिकों की मांगों को गंभीरता से लेगी?

अब प्रशासन पर टिकीं निगाहें!

जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपने के बाद अब सभी की नजरें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं। क्या इस बार कोई ठोस समाधान मिलेगा या फिर लोग यूं ही हादसों का शिकार होते रहेंगे?

आपको क्या लगता है, प्रशासन इस बार कदम उठाएगा या नहीं? कमेंट में अपनी राय जरूर दें!

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।