Sahara City Mango : दीपावली पर मिसाल बना सहारा सिटी! सफाई कर्मियों और जरूरतमंदों को मिला सम्मान
सहारा सिटी मानगो ने दीपावली पर सफाई कर्मियों को डिनर सेट, मिठाई और ₹10,000 तक की सहायता राशि देकर पेश की इंसानियत की मिसाल। जानें कैसे हर साल कॉलोनी वासी इस परंपरा को निभा रहे हैं।
सहारा सिटी मानगो: दीपावली पर सफाई कर्मियों के सम्मान की शानदार पहल
झारखंड के जमशेदपुर के सहारा सिटी मानगो ने इस दीपावली पर एक बार फिर इंसानियत और कृतज्ञता की अनोखी मिसाल पेश की। कॉलोनी के सफाई कर्मियों, प्लंबर, गार्डनर और अन्य सहयोगियों को इस वर्ष विशेष सम्मान दिया गया। उनके कठिन परिश्रम और निस्वार्थ सेवा के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कॉलोनी वासियों ने इस वर्ष एक नई परंपरा को और अधिक भव्य बनाया।
हर साल होती है कृतज्ञता की यह परंपरा
सहारा सिटी कॉलोनी वासी हर साल दीपावली के शुभ अवसर पर अपने सफाई कर्मियों और अन्य सहायक कर्मचारियों का सम्मान करते आ रहे हैं। इस वर्ष की पहल को खास बनाने के लिए छोटे-छोटे वालंटियर्स ने आपसी सहयोग से धन जुटाया। इस राशि से सफाई कर्मियों के लिए डिनर सेट और मिठाई के डिब्बे खरीदे गए, जो उनके प्रति सम्मान का प्रतीक है।
जरूरतमंदों को भी मिली मदद
इस बार सम्मान समारोह में केवल सफाई कर्मियों तक ही मदद सीमित नहीं रही।
- बाढ़ पीड़ित सफाई कर्मी को मिला ₹10,000 का सहयोग:
बाढ़ में एक सफाई कर्मी का घर गिर गया था। कॉलोनी वासियों ने सहृदयता दिखाते हुए उसे ₹10,000 की नगद सहायता राशि दी। - गंभीर रूप से बीमार सब्जी विक्रेता की पत्नी को मदद:
कॉलोनी में सब्जी बेचने वाले राजू की पत्नी गंभीर बीमारी से जूझ रही है। उन्हें भी ₹10,000 की नगद राशि दी गई।
सफाई कर्मियों के नाम जो बने समारोह का हिस्सा
जिन कर्मियों का इस सम्मान समारोह में नाम लिया गया, उनमें सजल, सदान, राजीव, दुखो, गुड़िया, लखी, पन्ना, कमला, टुसू, जामीनी, रानी, गंगा, कल्पना, सेक्रो और जर्मिला शामिल हैं। इन सभी कर्मियों को डिनर सेट और मिठाई के डिब्बे भेंट किए गए।
कॉलोनी के सम्मानित वासी और आयोजक
समारोह को सफल बनाने में सहारा सिटी के अध्यक्ष विपिन शर्मा, सचिव सुशील कुमार सिंह, उपाध्यक्ष सादिक खान, संयुक्त सचिव केश्वर साहू और कोषाध्यक्ष ईश्वर चंद शर्मा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इनके साथ अन्य प्रतिष्ठित कॉलोनीवासियों, जैसे साधु शरण सिंह, सतीश चंद्र मिश्रा, इकबाल शरीफ, रमाकांत झा, रामअवतार गुप्ता, कलवंत सिंह, पी बी कुमार, संगीता शर्मा, और विजया लक्ष्मी ने भी इस पहल में योगदान दिया।
सहयोगियों को भी दिया सम्मान
सफाई कर्मियों के अलावा, कॉलोनी में काम करने वाले प्लंबर, इलेक्ट्रीशियन, जनरेटर ऑपरेटर, गार्डनर और सुरक्षा कर्मियों को भी मिठाई के डिब्बे देकर सम्मानित किया गया। यह दिखाता है कि सहारा सिटी में हर काम को महत्व दिया जाता है, चाहे वह कितना भी छोटा क्यों न हो।
दीपावली और इंसानियत का कनेक्शन
दीपावली केवल रोशनी और पटाखों का त्योहार नहीं, बल्कि कृतज्ञता और इंसानियत के जज्बे का प्रतीक है। सहारा सिटी के वासियों ने यह दिखा दिया कि जब हम अपने आसपास के लोगों की मेहनत को सराहते हैं, तो यह त्योहार और भी खास बन जाता है।
इस सम्मान समारोह ने यह संदेश दिया कि सफाई कर्मियों और सहयोगियों का योगदान समाज के लिए अमूल्य है। इस पहल ने मानवीय मूल्यों को एक नई ऊंचाई दी है।
इतिहास में झलक: दीपावली पर दान की परंपरा
दीपावली पर दान और मदद की परंपरा सदियों पुरानी है। यह त्योहार केवल लक्ष्मी पूजा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलने का प्रतीक भी है। सहारा सिटी ने इस परंपरा को आधुनिक तरीके से निभाकर प्रेरणा दी है।
क्या कहता है यह कदम?
सहारा सिटी कॉलोनी की इस पहल ने यह साबित कर दिया है कि छोटे-छोटे प्रयास भी बड़े बदलाव ला सकते हैं। सफाई कर्मियों को सम्मान देकर न केवल उनका हौसला बढ़ाया गया, बल्कि समाज को भी यह संदेश दिया गया कि हर व्यक्ति के काम को अहमियत दी जानी चाहिए।
तो, क्या आपके इलाके में भी इस तरह की पहल होती है? अगर नहीं, तो क्या आप इसे शुरू करना चाहेंगे? हमें कमेंट में जरूर बताएं!
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