Mango Flyover: धार्मिक प्रतिमा हटाने की योजना से इलाके में हलचल
मानगो गोलचक्कर में बन रहे फ्लाईओवर के निर्माण से धार्मिक निशान खंडा साहेब और खुदीराम बोस की प्रतिमा को हटाया जाएगा। जानें इसके पीछे की वजह और भविष्य में क्या होगा इन प्रतिमाओं का।
मानगो, झारखंड: मानगो गोलचक्कर में बन रहे फ्लाईओवर के निर्माण कार्य ने स्थानीय निवासियों और श्रद्धालुओं के बीच हलचल मचा दी है। इस फ्लाईओवर की एक पिलर धार्मिक निशान खंडा साहेब और खुदीराम बोस की प्रतिमा के स्थान पर आ रही है, जिससे इनका स्थान बदलना पड़ेगा। हालांकि, निर्माण पूरा होने के बाद इन प्रतिमाओं को पुनः स्थापित किया जाएगा।
निर्माण के पीछे की योजना
इस फ्लाईओवर का निर्माण मानगो में यातायात जाम की समस्या से राहत दिलाने के लिए किया जा रहा है। यह जमशेदपुर के पहले फ्लाईओवर के रूप में जाना जाएगा, जो डिमना रोड स्थित उलीडीह थाना के पास से शुरू होकर, छोर पायल सिनेमा के पास हनुमान मंदिर से गुजरेगा और सुवर्णरेखा नदी को पार करते हुए मरीन ड्राइव गोलचक्कर के महाराणा प्रताप प्रतिमा चौक तक पहुंचेगा।
एडीएम का निर्देश और प्रक्रिया
एडीएम लॉ एंड ऑर्डर, अनिकेत सचान ने मानगो नगर निगम के उप नगर आयुक्त सुरेश यादव को निर्देश दिया है कि इस विषय में स्थानीय लोगों और जन प्रतिनिधियों से विचार-विमर्श कर जल्द से जल्द निर्णय लिया जाए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि धार्मिक महत्व की इन प्रतिमाओं का पुनर्निर्माण और पुनर्स्थापना निर्माण कार्य पूरा होते ही सुनिश्चित की जाएगी।
इतिहास और महत्व
मानगो गोलचक्कर में खंडा साहेब और खुदीराम बोस की प्रतिमा का अनावरण 2022 में पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता ने किया था। ये प्रतिमाएं क्षेत्र में श्रद्धा और सम्मान का प्रतीक मानी जाती हैं। खंडा साहेब का धार्मिक महत्व और खुदीराम बोस की वीरता की कहानियां, स्थानीय लोगों के दिलों में एक खास स्थान रखती हैं।
जुस्को की कार्रवाई और होर्डिंग्स
फ्लाईओवर निर्माण को लेकर जुस्को ने मानगो नगर निगम से अनुरोध किया है कि मानगो चौक से डिमना चौक तक लगे सभी होर्डिंग्स और विज्ञापनों को हटाया जाए। इन होर्डिंग्स की वजह से निर्माण कार्य में बाधा आ रही है। नगर निगम के आदेश के बाद भी कुछ एजेंसियों और व्यक्तियों ने इन होर्डिंग्स को हटाने में देरी की है, जिससे निर्माण प्रक्रिया पर असर पड़ा है।
स्थानीय प्रतिक्रियाएं
स्थानीय लोग इस निर्णय से थोड़ा चिंतित हैं, क्योंकि उनके लिए ये प्रतिमाएं धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। हालांकि, निर्माण कार्य को लेकर लोगों की उम्मीदें भी हैं कि इस फ्लाईओवर से क्षेत्र में यातायात की समस्या हल होगी और विकास के नए अवसर खुलेंगे।
भविष्य की योजना
फ्लाईओवर निर्माण के बाद, स्थानीय प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने का वादा किया है कि खंडा साहेब और खुदीराम बोस की प्रतिमाओं का पुनर्निर्माण उसी स्थल पर किया जाएगा। इस कदम से न केवल धार्मिक सम्मान बरकरार रहेगा, बल्कि यह विकास और श्रद्धा का संतुलन भी बनाएगा।
मानगो में फ्लाईओवर के निर्माण से जहां एक ओर विकास की नई दिशा खुल रही है, वहीं दूसरी ओर स्थानीय धार्मिक और ऐतिहासिक तत्वों को लेकर कुछ बदलाव किए जा रहे हैं। यह मामला केवल बुनियादी ढांचे के विकास का नहीं, बल्कि समुदाय की सांस्कृतिक संवेदनाओं से जुड़े महत्वपूर्ण निर्णयों का भी है।
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