Keonjhar Accident: तेज रफ्तार बस की चपेट में आए दो युवक, मौके पर ही मौत

उड़ीसा के क्योंझर मुख्य मार्ग पर हुए भीषण सड़क हादसे में तेज रफ्तार बस ने बाइक सवार दो युवकों को टक्कर मारी। जानें हादसे का पूरा विवरण।

Dec 18, 2024 - 18:49
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Keonjhar Accident: तेज रफ्तार बस की चपेट में आए दो युवक, मौके पर ही मौत
Keonjhar Accident: तेज रफ्तार बस की चपेट में आए दो युवक, मौके पर ही मौत

उड़ीसा के क्योंझर खंडधार स्वाकाटी मुख्य मार्ग पर मंगलवार को हुए भीषण सड़क हादसे में दो युवकों की दर्दनाक मौत हो गई। घटना ने न केवल स्थानीय निवासियों को हिला कर रख दिया है, बल्कि सड़क सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

हादसे का पूरा घटनाक्रम

दुर्घटना तब हुई जब संतोष बेहरा और उनके साथी, जो किसी निजी कंपनी में काम करते थे, अपने गांव से जोड़ा की ओर जा रहे थे।

  • तेज रफ्तार प्रिंस बस: क्योंझर से आ रही प्रिंस नामक बस काफी तेज गति में थी।
  • भयानक टक्कर: पीछे से बस ने बाइक को इतनी जोरदार टक्कर मारी कि दोनों युवक गाड़ी सहित 50 मीटर दूर जा गिरे।
  • मौके पर मौत: टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।

कौन थे पीड़ित?

घटना में मारे गए दो लोगों में से एक की पहचान संतोष बेहरा के रूप में हुई है। दोनों युवक स्थानीय निवासी थे और किसी निजी कंपनी में कार्यरत थे।

स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया

घटना के तुरंत बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

  • ड्राइवर फरार: हादसे के बाद बस चालक मौके से फरार हो गया।
  • जांच जारी: पुलिस ने बस को जब्त कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।

ऐतिहासिक संदर्भ: क्योंझर की सड़कें और दुर्घटनाएं

क्योंझर और उसके आसपास के क्षेत्र लंबे समय से सड़क दुर्घटनाओं के लिए कुख्यात रहे हैं।

  • 2019: इसी मार्ग पर एक तेज रफ्तार ट्रक ने तीन लोगों की जान ली थी।
  • 2021: सड़क के खराब रखरखाव और ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के कारण एक महीने में 15 से अधिक हादसे हुए।

सड़क दुर्घटनाओं का बढ़ता ग्राफ

उड़ीसा में सड़क दुर्घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं।

  • तेज रफ्तार और लापरवाही: ड्राइवरों की लापरवाही और तेज रफ्तार प्रमुख कारण हैं।
  • सड़क की स्थिति: खराब सड़कें और अपर्याप्त ट्रैफिक संकेतक भी दुर्घटनाओं को बढ़ावा देते हैं।

सरकार और प्रशासन का रुख

हाल के वर्षों में सरकार ने सड़क सुरक्षा के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं।

  1. स्पीड मॉनिटरिंग सिस्टम: हाईवे पर स्पीड लिमिट मॉनिटरिंग के लिए कैमरे लगाए गए हैं।
  2. सड़क सुधार कार्यक्रम: क्योंझर जैसे इलाकों में सड़कें चौड़ी करने और ट्रैफिक सिग्नल लगाने की योजना बनाई गई है।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

सड़क सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जनजागरूकता और सख्त कानून लागू करना बेहद जरूरी है।

  • हेलमेट का इस्तेमाल: बाइक सवारों के लिए हेलमेट अनिवार्य किया जाना चाहिए।
  • ड्राइविंग टेस्ट: ड्राइवरों की ट्रेनिंग और लाइसेंसिंग प्रक्रिया को और सख्त किया जाना चाहिए।

स्थानीय लोगों का गुस्सा

घटना के बाद स्थानीय लोगों ने प्रशासन और बस प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया।

  • न्याय की मांग: मृतकों के परिजनों को मुआवजा और दोषी ड्राइवर को सख्त सजा देने की मांग की गई।
  • सड़क सुधार की अपील: स्थानीय लोगों ने दुर्घटना-प्रवण क्षेत्रों में उचित ट्रैफिक संकेतक लगाने की मांग की।

क्योंझर में हुआ यह हादसा एक गंभीर चेतावनी है कि सड़क सुरक्षा को नजरअंदाज करना जानलेवा साबित हो सकता है। यह समय है कि प्रशासन, ड्राइवर और आम लोग मिलकर इस समस्या का समाधान निकालें।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।