कार्तिक मुंडा की पत्नी का सनसनीखेज खुलासा : जानिए पुलिस ने कैसे किया खौफनाक अपराधी का खात्मा!
सरायकेला-खरसावां और जमशेदपुर के कुख्यात अपराधी कार्तिक मुंडा की मौत ने अपराध जगत को हिला दिया है। पढ़ें पूरी कहानी और जानें कैसे पुलिस ने इस दुर्दांत अपराधी को पकड़ने की योजना बनाई।
कार्तिक मुंडा की मौत के पीछे का सच
सरायकेला-खरसावां और जमशेदपुर जिले के कुख्यात अपराधी कार्तिक मुंडा की मौत ने इलाके में हलचल मचा दी है। कार्तिक मुंडा, जो कई गंभीर मामलों का आरोपी था, अब अपने अंत के बाद भी चर्चाओं में बना हुआ है। इस घटना के बाद उसकी पत्नी प्रेमा डोरा ने जमशेदपुर के सोनारी थाने में एक शिकायत दर्ज कराई है।
कैसे हुई घटना?
प्रेमा डोरा ने अपनी शिकायत में बताया कि 12 जुलाई की देर रात करीब 1.30 बजे, उनके घर पर कुछ अज्ञात लोग आए और दरवाजा खटखटाने लगे। उन्होंने कहा कि वे लोग सोनारी थाना से हैं। दरवाजा खोलते ही वे लोग अंदर आ गए और कार्तिक मुंडा के बारे में पूछने लगे। कार्तिक मुंडा भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन नीचे खड़े कुछ लोगों ने उसे पकड़ लिया और एक काले रंग की गाड़ी में बिठा लिया।
पुलिस की कार्रवाई और मौत का रहस्य
प्रेमा ने बताया कि उसे बाद में पता चला कि कार्तिक मुंडा का शव टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) में है। उसने आरोप लगाया कि पुलिस ने ही उसके पति की हत्या की है।
कार्तिक मुंडा की अपराधी पृष्ठभूमि
कार्तिक मुंडा पर हत्या, रंगदारी, लूट, डकैती, चोरी, मारपीट और आर्म्स एक्ट जैसे मामलों में एक दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज थे। पुलिस उसे काफी समय से खोज रही थी। जब पुलिस को उसकी सोनारी में होने की सूचना मिली, तो उन्होंने वहां छापेमारी की। भागने की कोशिश में कार्तिक बालकनी से कूद गया और उसकी मौत हो गई।
पुलिस का आधिकारिक बयान
जिले के प्रभारी सिटी एसपी ऋषभ गर्ग ने कार्तिक मुंडा के मारे जाने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि कार्तिक सबसे वांछित अपराधियों में से एक था और पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि वह सोनारी के मित्तल विहार अपार्टमेंट में रह रहा है।
पुलिस की रणनीति और सफल ऑपरेशन
आदित्यपुर के नए थानेदार नितिन कुमार सिंह ने महज चार महीने के भीतर वह काम कर दिखाया, जो जमशेदपुर और सरायकेला की पुलिस पिछले 15 साल से नहीं कर पाई थी। उन्होंने कार्तिक के नेटवर्क को तोड़ने के लिए पुराने अपराधियों से जानकारी जुटाई और उसके ठिकाने का पता लगाया।
कार्तिक मुंडा का अपराधी साम्राज्य
कार्तिक मुंडा, सागर लोहार और संतोष थापा के साथ मिलकर एक संगठित अपराधी गिरोह चला रहा था। इसमें बबलू दास, टूना सिंह, भट्टा लोहार, मोती विशोई, तारिणी लोहार जैसे अपराधी शामिल थे।
अंत में
कार्तिक मुंडा की मौत ने जहां एक तरफ पुलिस को राहत दी है, वहीं दूसरी ओर उसके परिजनों और कथित पत्नी प्रेमा डोरा ने पुलिस पर आरोप लगाया है। इस घटना ने पूरे इलाके में चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया है।
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