Jharkhand Storm: झारखंड में मौसम का कहर! अगले 3 दिन तक भारी बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी
झारखंड में मौसम ने बदला रंग! तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी। जानिए अगले 3 दिन कैसे रहेंगे झारखंड के हालात?

झारखंड में मौसम का अजीब खेल जारी है। कभी तेज धूप, कभी काले बादल और फिर अचानक ओलावृष्टि और तेज आंधी। सोमवार को दोपहर तक खिली धूप के बाद शाम होते-होते मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया। तेज हवाओं के साथ गरज-चमक शुरू हो गई और कई इलाकों में ओलावृष्टि हुई।
मौसम विभाग की मानें तो झारखंड में अगले कुछ दिनों तक भारी उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। 19 से 22 मार्च तक प्रदेश में तेज आंधी, बारिश और वज्रपात की आशंका जताई गई है। 20 मार्च को झारखंड के दक्षिणी जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
तेज बारिश और ओले गिरने की चेतावनी!
भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि 19 से 22 मार्च तक झारखंड में मौसम बेहद खराब रह सकता है। खासतौर पर पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा और सरायकेला-खरसावां में तेज आंधी और भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा, ओलावृष्टि और बिजली गिरने की चेतावनी भी जारी की गई है।
मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है और कहा है कि तेज बारिश और बिजली गिरने के दौरान पेड़ों के नीचे खड़ा न हों। इस दौरान तापमान में भी 4-5 डिग्री की गिरावट दर्ज की जा सकती है।
राज्य में सबसे गर्म रहा कोल्हान, जमशेदपुर में पारा 40 के पार
झारखंड में सबसे अधिक गर्मी कोल्हान में दर्ज की गई। सोमवार को जमशेदपुर का तापमान 40.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था, जो इस साल अब तक का सबसे अधिक तापमान है। वहीं, मंगलवार को पश्चिमी सिंहभूम के जगन्नाथपुर में 38.1 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
गर्मी से बेहाल लोग राहत की उम्मीद कर रहे थे और आखिरकार सोमवार शाम को अचानक बदले मौसम ने उन्हें ठंडक दी। हालांकि, आंधी-तूफान और ओलावृष्टि ने फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया।
चतरा में सुबह से बारिश, फसलों को भारी नुकसान
चतरा जिले में सोमवार की सुबह तीन बजे से आठ बजे तक लगातार बारिश हुई। इस दौरान तेज हवा चलने से कई जगहों पर महुआ और गेहूं की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गईं। बारिश के कारण कई गली-मोहल्लों में जलजमाव हो गया, जिससे ग्रामीणों को आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
मौसम विभाग ने 20, 21 और 22 मार्च को भी तेज हवा के साथ बारिश की संभावना जताई है।
झारखंड का मौसम क्यों बदल रहा है?
झारखंड में हर साल मार्च-अप्रैल के महीने में मौसम में तेजी से बदलाव देखने को मिलता है। यह बदलाव मुख्य रूप से पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी के कारण होता है। जब ठंडी और गर्म हवाएं आपस में टकराती हैं, तब अचानक आंधी-तूफान और बारिश शुरू हो जाती है।
इतिहास में भी झारखंड में मार्च-अप्रैल के दौरान ओलावृष्टि और बिजली गिरने की घटनाएं दर्ज की जाती रही हैं। कई बार इन आंधी-तूफानों से कृषि क्षेत्र को भारी नुकसान हुआ है।
क्या करें, क्या न करें?
तेज बारिश और बिजली गिरने के दौरान घर से बाहर न निकलें।
पेड़ या खुले मैदान में खड़े होने से बचें।
खेतों में काम कर रहे किसान बारिश और आंधी से पहले सुरक्षित स्थान पर चले जाएं।
तूफान के दौरान इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल कम करें।
अगले 3 दिन सावधान रहें!
मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन दिनों तक झारखंड में बारिश, आंधी और बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं। इसलिए सावधानी बरतें और सुरक्षित रहें।
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