जमशेदपुर (Saraswati Pooja): आज जमशेदपुर के विद्यापति नगर ट्रांसपोर्ट मैदान में 31 फीट की मां सरस्वती की मूर्ति स्थापना के लिए भूमि पूजन का आयोजन पूरे विधि-विधान से किया गया। यह पूजा न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान थी, बल्कि शहरवासियों के लिए एक बड़ा अवसर था, जब उन्होंने ज्ञान, शिक्षा और कला की देवी से पूरे झारखंड के लिए सुख, शांति और समृद्धि की कामना की।
मां सरस्वती का महत्व
मां सरस्वती को भारतीय संस्कृति में ज्ञान, शिक्षा, कला, संगीत और भाषा की देवी के रूप में पूजा जाता है। विशेष रूप से, बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा का महत्व अत्यधिक है, क्योंकि यह समय विद्यार्थियों और कलाकारों के लिए विशेष रूप से समर्पित होता है। इस दिन को ज्ञान और विद्या की देवी के रूप में मनाया जाता है। पूजा के इस आयोजन में सभी धार्मिक रस्मों के साथ मां सरस्वती के चरणों में श्रद्धा और सम्मान अर्पित किया गया।
भूमि पूजन में उपस्थित लोग
भूमि पूजन समारोह में पूजा कमिटी के सभी सदस्य सक्रिय रूप से शामिल हुए। मुख्य संरक्षक प्रहलाद लोहरा, अध्यक्ष अभिलाष गौर, उपाध्यक्ष पवन लोहार, महासचिव अभिषेक कुमार, सचिव जॉनी मौसी सहित कई अन्य समिति के सदस्य इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का हिस्सा बने। इसके अलावा, अन्य कई गणमान्य व्यक्ति और स्थानीय बस्ती के छोटे-बड़े बुजुर्ग भी इस आयोजन में शामिल हुए। इस पूजा के दौरान पूरा वातावरण भक्तिमय और श्रद्धा से ओत-प्रोत था।
आयोजन का उद्देश्य
इस आयोजन का उद्देश्य सिर्फ मां सरस्वती के चरणों में श्रद्धा अर्पित करना नहीं था, बल्कि सभी जमशेदपुरवासियों के जीवन में शांति और समृद्धि की कामना करना भी था। पूजा के आयोजकों ने कहा कि इस पूजा से ना केवल क्षेत्र में धार्मिक वातावरण का निर्माण होगा, बल्कि यह आयोजन समाज को एकजुट करने का काम भी करेगा।
पूजा के दौरान यह भी प्रार्थना की गई कि मां सरस्वती सभी विद्यार्थियों को विद्या में उत्कृष्टता प्रदान करें और हर किसी के जीवन में सुख और शांति का वास हो।
धार्मिक कार्य में समाज की भागीदारी
यह आयोजन सिर्फ एक धार्मिक पूजा नहीं, बल्कि एक सामूहिक प्रयास था, जिसमें समिति के सदस्यों के अलावा, स्थानीय बस्ती के लोग भी सक्रिय रूप से शामिल हुए। सैकड़ों लोग इस भूमि पूजन कार्यक्रम में उपस्थित हुए और मां सरस्वती से अपने-अपने जीवन के लिए आशीर्वाद प्राप्त किया। इस पूजा में भाग लेने वालों ने भी अपने घरों में शांति और समृद्धि की कामना की।
समिति का समर्पण और आयोजन का महत्व
पूजा समिति के अध्यक्ष अभिलाष गौर और अन्य पदाधिकारियों ने इस आयोजन की सफलता पर गर्व महसूस किया और बताया कि इस प्रकार के धार्मिक आयोजन समाज में एकता और भाईचारे को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से न केवल धार्मिक क्षेत्र में जागरूकता आती है, बल्कि यह समाज के प्रत्येक व्यक्ति को आपसी सहयोग और सद्भाव के महत्व का अहसास भी कराता है।
समाप्ति और आशीर्वाद
कार्यक्रम के समापन पर सभी उपस्थित लोगों ने मां सरस्वती से आशीर्वाद लिया और पूरी जमशेदपुर के लिए सुख-शांति की कामना की। जय सरस्वती मां के उद्घोष से पूरा वातावरण गूंज उठा और यह आयोजन सफलता की नई ऊंचाइयों तक पहुंचा।